Tuesday, May 7, 2024
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संविधान निर्माता को किया यादः संकल्प दिलाया

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। श्री बाबूलाल शैक्षिक संस्थान में संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडकर के 63 वें परिनिर्वाण दिवस पर लोगों को संविधान की शपथ दिलाते हुए कहा कि डा. अम्बेडकर ने देश के दबे कुचले लोगों की लडाई लडी न लडते तो देश तरक्की न कर पाता।
उक्त बातें मूलचन्द्र निम ने कहते हुए कहा कि महात्मा गांधी डा. अम्बेडकर से काफी चिडते थे। लार्ड माउण्ट वेटन से स्वयं श्रीमती सरोजनी नायडू ने कहा था कि कांग्रेस गांधी को अधनंगा रखने हेतु भारी धन खर्च नकली अछूतों की फौज लगाकर अछूत बस्तियों में घुमा-घुमाकर हरिजन नाम का ठप्पा लगा रहे हैं जो कि कतई गलत है। लल्लन बाबू एड. ने कहा कि 6 दिसम्बर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराकर संविधान निर्माता का अपमान किया है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। अगम प्रिय सत्संगी ने कहा कि देश में दलितों से ज्यादा गाय, साडों का सम्मान है। दलित सुरक्षित नहीं, महिलाओं से बलात्कार, हत्या आम बात है। वोट के समय अम्बेडकर याद आते हैं। चौ. ठाकुरदास ने कहा कि सरकार धनवानों के लिए स्वार्थवश संविधान में संशोधन कर रहे हैं यही हाल रहा तो संविधान निर्जीव हो जायेगा।
ताजेन्द्र निम ने कहा कि आजादी की लडाई चोटी वाले और दाढी वालों ने लडी तब आजादी मिली अगर उस समय मुस्लिमों को सम्मान मिलता तो पाकिस्तान की मांग जिन्ना नहीं करते। इस अवसर पर रोहताश यादव, केदारनाथ ताऊ, डा. लक्ष्मण सिंह, अध्यापक सतीशचन्द्र, कमल सिंह, ईश्वरी प्रसाद, देवकुमार, डा. बच्चू सिंह, प्रेमपाल सिंह, गौरीशंकर, अवनेश निम, प्रमोद कुमार, विजेन्द्र चौधरी आदि उपस्थित थे।
संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस नवीपुर स्थित बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश देशमुख एड. के आवास पर भारी सादगी से मनाया गया और बाबा साहब को याद किया। इस मौके पर बसपा के जिला सचिव सौबी कुरैशी ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब ने सर्वसमाज के उत्थान के लिए कार्य किया और दलित, वंचित, शोषितों तथा अल्पसंख्यकों को उनके अधिकार दिलाये। उन्होंने कुआछूत, भेदभाव की खाई को खत्म करने का प्रयास किया तथा शिक्षा पर जोर दिया।
भारतीय संविधान के निर्माता विश्व रत्न नारी जाति के उद्धारकर्ता बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन इण्टरनेशनल ह्यूमन राइट्स आॅर्गेनाइजेशन के रीजनल कार्यालय पर किया गया जिसकी अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष योगेश कुमार ओके ने की संचालन देवानंद द्वारा किया गया।
श्रद्धांजलि सभा के प्रारम्भ में बाबा साहब के छविचित्र पर सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। श्रद्धा सभा में योगेश कुमार ओके ने बाबा साहब के जीवन एवं कार्यो से युवा पीढी को अवगत कराया वहीं रश्मि कुमारी ने बाबा साहब द्वारा महिलाओं के अधिकारों के लिये किये गये संविधान में वर्णित कार्यो के बारे में अपने विचार रखे। अलका सिंह ने संविधान के द्वारा देश में संचालित व्यवस्था का बखान किया। कु. ममता ने संविधान निर्माता के परिनिर्वाण दिवस पर सभी युवाओं को संविधान की शपथ दिलाते हुए कहा संविधान को मानना ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि सभा में राजेश कुमार, दीपक सिंह, सतेन्द्र कुमार, रोहित सिंह, अमित कुमार, दीपू बाबू, मुकेश कुमार, संजू सिंह, मनीष कुमार आदि युवा उपस्थित थे।