इटावाः राहुल तिवारी । स्वच्छता मिशन के तहत सत प्रतिशत दावा ठोकने वाले जनपद इटावा के विकासखंड चकरनगर के ग्रामीण अंचलों में स्थिति का जायजा लिया तो पता चला कि यहां पर यह दावा खोखला साबित हो रहा है। क्योंकि यहां दिव्यांग खुले में शौच करने को मजबूर है। जी हां हम बात करते हैं इटावा जिले के तहसील चकरनगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बिठौली में दिव्यांग अमित दुबे सुबह के समय जब सोच के लिए बाहर जा रहे हैं तभी उनसे बात की यह तो उन्होंने बताया कि शौचालय मुहैया प्रशासन द्वारा नहीं कराया गया है। यह बड़ी बात है कि एक दिव्यांग व्यक्ति किस तरीके से परेशानी झेलते हुए खुले में शौचालय के लिए जाएगा और साथ ही साथ शासन की मंशा को धकियाता हुआ, जिला प्रशासन और ब्लाॅक प्रशासन को प्रश्नगत कटघरे में लाकर खड़ा करेगा? उसने बताया कि मैंने कई बार ग्राम पंचायत व सचिव महोदय से कहा कि शौचालय का निर्माण करा दिया जाए लेकिन ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान ने अनसुनी कर दी और उसका शौचालय नहीं बनाया। वह खुले में शौच के लिए मजबूर है। अंधेर का आलम यह है कि शिकायतों पर आला अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे और ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी अनदेखी किए हैं।