Monday, September 23, 2024
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शिवलिंग की वजह से कस्बे का नाम पड़ा शिवली यहाँ विराजमान है साक्षात शिव शंकर

सावन माह में किया जाता है ॐ नमः शिवाय का जप , खुश होकर भगवान करते है मनोकामनाएं पूर्ण
शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र सविता। शिवली कस्बा में विराजमान बाबा भोले शिव शंकर के इस पावन धाम को कस्बा सहित लोग श्री जागेश्वर सिध्द पीठ दरबार के नाम से जानते है। शिव के शिवलिंग की वजह से कस्बे का नाम शिवली पड़ा। वही मंदिर के महंत राकेश पूरी ने बताया कि भगवान भोलेनाथ का महीना यानी सावन मास या कहें श्रावण की शुरुआत 17 जुलाई को हो रही है। पूरे सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से सबकी मनोकामना पूरी हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत रखने वाले भक्तों की हर इच्छा भगवान भोलेनाथ पूरी करते हैं। इसके अलावा अभी तक जिनकी शादी नहीं हुई है, उन्हें भी भगवान शिव अच्छे वर का वरदान देते हैं. साथ ही जिनकी शादी हो चुकी है, उन्हें सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद देते हैं।
इस बार सावन में 4 सोमवार आएंगे पहला सोमवार 22 जुलाई 2019 को है, दूसरा 29 जुलाई को और तीसरा सोमवार 5 अगस्त को है, इसी बीच 31 जुलाई 2019 को हरियाली अमावस्या भी है। चौथा और सावन का आखिरी सोमवार 12 अगस्त को है। 15 अगस्त को सावन का आखिरी दिन है। बहुत से लोग सावन या श्रावण के महीने में आने वाले पहले सोमवार से ही 16 सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं। सावन महीने की एक बात और खास है कि इस महीने में मंगलवार का व्रत भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के लिए किया जाता है। श्रावण के महीने में किए जाने वाले मंगलवार व्रत को मंगला गौरी व्रत कहा जाता है। कस्बा शिवली में सावन माह में भगवान भोले शिव की आराधना कर ओम नमः शिवाय का जप कर भक्त गण अपने अपने मनोकामना की पूर्ण करेंगे। मान्यता है कि जो बाबा भोले की सच्चे दिल से आराधना करता है उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है। ॐ नमः शिवाय कमेटी पूर्ण तन मन से बाबा के दरबार को सजा कर सुबह शाम निर्धारित समय पर ॐ नमः शिवाय का जप पूजन भजन कर पूजा को सम्पन्न करते है। ॐ नमः शिवाय कमेटी ने बताया कि बाबा का सिंगार कर पूजन अर्चना सावन माह के एक दिन पहले किया जाता है। उसके बाद पूरे सावन माह भर समय पर पूजन पाठ का आयोजन किया जाएगा।