
आस पास के लोगों के अनुसार कुलदीप द्वारा किये गए मर्डर के बाद बिधनू पुलिस द्वारा उन्हें व उनके छोटे बेटे को हिरासत में लेकर पूछतांछ की गई थी लेकिन मृतका के परिजनों द्वारा मिली बिधनू पुलिस को तहरीर में कुलदीप व उनके साथियो द्वारा हत्या की नामजद तहरीर दी गयी जिसके चलते पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और तब से रामशंकर डिप्रेशन में रहने लगे। उधर फरार कुलदीप को गिरफ्त में लेने के लिए बिधनू पुलिस कुलदीप के परिवारीजनों पर दबाव डालने लगी जिसके चलते कुलदीप के परिजन रामशंकर को घर मे अकेला छोड़कर घर से फरार हो गए। जिसके चलते रामशंकर ने खुद को मौत की नींद सुला लिया। मौके पर पहुंची बिधनू पुलिस व सीओ घाटमपुर रवि कुमार ने जांच करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बड़े भाई मृतक रामशंकर की मौत से आहत छोटा भाई दयाशंकर पुलिस के सामने ही फांसी लगाकर आत्महत्या करने लगा। दयाशंकर को फांसी लगाता देख वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही और ग्रामीणों ने दौड़कर दयाशंकर को बचाया। 30 अक्टूबर से हत्यारे कुलदीप का छोटा भाई जगदीप पुलिस की गिरफ्त में है मृतक की पत्नी ने रोते हुए कहा कि पुलिस उसके छोटे बेटे को हिरासत में लेकर टार्चर कर रही है अपने बेटे को इस हाल में देख मेरे पति ने फांसी लगाकर जान दे दी।