मौदहा/हमीरपुर, जन सामना। कृषि प्रधान क्षेत्र और रबी की फसल के महत्व को देखते हुए बीजों की किल्लत किसानों के लिए मुश्किल पैदा कर रही है। और किसान आयेदिन सरकारी बीज खरीद केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं। और बीज नहीं मिलने के बाद अपने आप को ठगा सा महसूस कर बैरंग लौटने के लिए मजबूर हैं। बताते चलें कि इस दौरान कृषि बीज भण्डार मे गेहूं और चने के बीज उपलब्ध हैं। जबकि क्षेत्र में प्रमुखता से बोई जाने वाली सरसों, मटर, मसूर, अलसी, जौ के बीच पूरी तरह खत्म हैं। जबकि कृषि कार्यों को बढावा देने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रति दो हेक्टेयर कृषि भूमि पर बीज खरीद पर 50% का अनुदान किसानों को दिया जाता है। वहीं बीजों के आभाव के मामले में गोदाम प्रभारी आदर्श कुमार ने बताया कि सोमवार तक एक सौ पचास कुंतल मटर, चार कुंतल मसूर, तीन कुंतल सरसों के बीज आ जायेंगे। जबकि सरसों के बीजों पर कोई अनुदान नहीं दिया जाता है।