Wednesday, April 23, 2025
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फसल के आगे कोरोना का डर भूले किसान, भारी भीड़ के बीच बंटी खाद

मौदहा/हमीरपुर, जन सामना। कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण रबी की फसल की बुआई शुरू होते ही क्षेत्र के किसानों के सामने खाद की किल्लत सबसे विकराल रूप धारण कर चुकी है। और किसान खाद की किल्लत को देखते हुए कोरोना का डर भूलकर भारी भीड़ और मारामारी के बीच खाद लेने के लिए मजबूर हैं। क्षेत्र की दो समितियों के बंद होने से इस क्षेत्र में खाद की किल्लत शुरू हो गई है। जबकि कस्बे सहित क्षेत्र के किसानों को लम्बी लम्बी लाईनें लगाकर धूप में घंटों इंतजार करना पड रहा है और नम्बर आने से पहले ही खाद खत्म होने की सूचना मिल जाती है। कस्बे के पीसीएफ गोदाम में आज सुबह से ही किसानों की खाद लेने के लिए लम्बी लम्बी लाइनें लगी रही। और अधिकतर किसानों ने मिली भगत और सिस्टम के आधार पर खाद बांटने का आरोप लगाया। जबकि कृषि बाहुल्य क्षेत्र सिसोलर और इचैली की दो समितियों के बंद होने से मौदहा मे खाद की अधिक समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं गोदाम प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि 1700 बोरी खाद आई थी जो बांटी जा रही है जबकि परछा निवासी किसान जुबैर ने बताया कि उसे पच्चीस बोरी खाद की जरूरत है लेकिन अभी तक एक भी बोरी खाद नहीं मिल सकी है। वहीं कम्हरिया निवासी किसान अजीम ने बताया कि उसे छः बोरी खाद की आवश्यकता है लेकिन अभी तक खाद नहीं मिली है और अपने नम्बर का इंतजार कर रहे हैं। अगर नम्बर आते आते खाद बचती है तो उम्मीद है कि खाद मिल सकती है। जबकि कस्बे के किसान पूर्व फौजी ने बताया कि वह एक महीने से चक्कर लगा रहे हैं। बूढ़ा आदमी होने के कारण हमें धक्का मारकर लाइन से बाहर निकाल दिया जाता है। पहचान वालों को खाद पहले मिल जाती है। साथ ही किसानों ने बताया कि प्रति हेक्टेयर तीन बोरी खाद दी जा रही है जो ऊंट के मुंह में जीरा है। और तीन बोरी खाद मे हमारी फसलों की बुआई नहीं हो सकती है लेकिन कुछ राहत जरूर मिल जायेगी। बाकी खाद बाहर दूकान से खरीद लेंगे। जबकि इतनी बड़ी भीड़ में पुलिस की व्यवस्था होना चाहिए जो नहीं है। वहीं इस मामले में गोदाम प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि सत्रह सौ बोरी डीएपी खाद आई थी जो बांटी जा रही है। जैसे ही खाद आयेगी तो बांटी जायेगी। वहीं सिसोलर सहकारी समिति में किसानों के अभिलेखों में जो कमियां रह गई थी। उन्हें भी लगभग सही करा लिया गया है और शीध्र ही वहां भी खाद बिक्री शुरू की जायेगी। जबकि उक्त मामले में एडीओ सहकारिता ब्रज मोहन पटेल से लगातार फोन द्वारा सम्पर्क करने पर सम्पर्क नहीं हो सका है।