परगनाधिकारी अंजू वर्मा ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की
समाजवादी पार्टी छात्र सभा के पूर्व प्रदेश सचिव विजय गुप्ता ने सरकार से अन्नदाताओं से मुकदमें वापस लेने की मांग की
रसूलाबाद/कानपुर देहात। एक तरफ प्रदेश सरकार वायु प्रदूषण को लेकर सख्त तेवर अपनाए हुए है तो वही दूसरी ओर रसूलाबाद तहसील क्षेत्र में पराली किसानों के लिए मुसीबत बन गयी है। अब तक थाना रसूलाबाद में लेखपालों की रिपोर्ट के आधारपर कृषि विभाग द्वारा 20 किसानों के खिलाफ जहां मुकदमे कायम कराये गए वही लगभग 20 किसानों से परगनाधिकारी द्वारा लेखपालों की आकलन रिपोर्ट के हिसाब से जुर्माना भी वसूला गया। किसान के पास पराली के निदान का कोई उपाय नही है और गेंहू वुबाई का समय सर पर सवार है। इन परिस्थितियों के बीच किसान बेहद परेशान देखा जा है।
रसूलाबाद क्षेत्र में यह शिकायते भी आ रही है कुछ शरारती तत्व किसानों के खेतों में लगी पराली को चुपचाप रात के अंधेरे में जलाकर लेखपालों को सूचना देकर मुकदमे में फसाने की भूमिका भी रचते रहते है। ऐसे ही एक भक्त भोगी किसान ने बताया कि उसके खेत मे दिन में ही किसी ने फसाने के उद्देश्यों को लेकर आग लगा कर लेखपाल को सूचना दे दी वह तो लेखपाल विवेक शील था जिसके कारण वह बच गया।उसने लेखपाल को बहुत दुआएं भी दी ।क्षेत्र में कुछ किसान इस तरह की भी साजिशों के शिकार हो रहे है अधिकारियों को यह भी देखना चाहिए कही किसी निर्दोष उनकी कार्यवाही का शिकार न हो जाये।
परगनाधिकारी अंजू बर्मा ने बताया वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से जनता को ही बचाने के उद्देश्यों को लेकर जनहित में ही शासन द्वारा पराली जलाना प्रतिबंधित किया गया। तमाम रोक सख्ती के बाद भी किसान कही रात के अंधेरों में यह मान कर पराली जला रहा है उसे कौन देख रहा है लेकिन सेटेलाइट से फोटो आने पर वह पकड़ में आ जाता है।
उन्होंने बताया लेखपालों की रिपोर्टों पर कृषि विभाग द्वारा थाना रसूलाबाद में 20 किसानों के खिलाफ जहां मुकदमे दर्ज हुए वही लगभग 20 किसानों पर मेरे द्वारा जुर्माना लगाया गया है।
समाजवादी पार्टी छात्र सभा के प्रदेश सचिव विजय गुप्ता ने कहा पराली को लेकर किसान परेशान है। किसान अन्नदाता है आज अन्नदाता पर मुकदमे दर्ज होकर जुर्माना भी वसूला जा रहा है। किसानों पर हो रही कार्यवाही चिंताजनक है। उन्होंने सरकार से फसलों के अवशेष का समुचित प्रबंधन की व्यवस्था कराने की मांग के साथ कहा सरकार धान बायो पार्क लगाए ताकि किसान पराली या पुआल का सद्पयोग कर सके।
उन्होंने सरकार से जनहित में किसानों से मुकदमे वापस लेने की मांग की।