चकिया/चंदौली। कृषि कानून के खिलाफ किसानों व राजनीतिक पार्टियों के 8 दिसंबर को भारत बंद के आह्वान पर जगह जगह प्रदर्शन हुए तथा लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई वहीं कुछ जगहों पर नेताओं को घर में ही नजरबंद कर देने का समाचार प्राप्त हुआ। इस संबंध में बताया गया कि दोपहर बाद गिरफ्तार सभी लोगों को पुलिस ने निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। बता दें कि कृषि बिल के खिलाफ सरकार और किसान नेताओं के बीच कई चक्र के वार्ता के बाद भी सामंजस्य न बैठ पाने के कारण भारत बंद का आह्वान किया गया था, जिस पर प्रशासन अगले दिन शाम से ही काफी ज्यादा सक्रिय दिखा। 8 दिसम्बर को सुबह से ही पुलिस के अधिकारी क्षेत्र में फोर्स के साथ भ्रमण करते दिखे।प्रदर्शन के मूड में जो जहां दिखा उसे वही रोकने का प्रयास किया गया वहीं कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया। चकिया में समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तथा बहुजन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किए जहां अधिकारियों ने उन्हें शांति पूर्वक कार्यक्रम करने की अपील की। जिसके बाद आक्रोशित कार्यकर्ताओं को नारे लगाए जाने पर उन्हें हिरासत में लिया गया। जहां बाद में निजी मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया गया। इस मौके पर प्रभु नारायण यादव रामकृत एड०, अश्वनी सोनकर, अभिषेक बहेलिया, अरुण यादव, राकेश मोदनवाल, कमलेश पति कुशवाहा, मुश्तक अहमद, रामबरन निषाद, सहित कई लोग मौजूद थे।