शिवली/कानपुर देहात। तीन अरब 11 करोड़ 64 लाख 58 हजार रुपये लागत की अंतरराष्ट्रीय हवाई पट्टी परियोजना इन दिनों पूरी तरह बदहाल नजर आ रही है जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने औचक निरीक्षण किया। टूटी मिली बाउंड्री वाल को देख उसे बनवाये जाने के निर्देश दिए साथ ही हवाई पट्टी के बाउंड्री के अंदर कटीले पेड़ को काटकर साफ सफाई के निर्देश दिए। वही सूपा नांला के चौड़ीकरण करवाने की निर्देश दिए।
मैथा तहसील क्षेत्र के मरहमताबद गांव में तीन अरब 11 करोड़ 64 लाख 58 हजार रुपये लागत की अंतरराष्ट्रीय हवाई पट्टी परियोजना का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। शनिवार को जिलाधिकारी दिनेश चंद्र व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने औचक निरीक्षण किया वही हवाई पट्टी की बाउंड्री वाल को टूटे पाए जाने पर एवं गन्दगी देख नाराजगी जाहिर की। बाउंड्री टूटे होने का कारण उपजिलाधिकारी मैथा रामशिरोमणि से पूछा तो उपजिलाधिकारी ने बताया जलभराव के कारण हवाई पट्टी के दोनों आर पार के गांव के ग्रामीण जल निकासी को लेकर भीड़ गए थे वही ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर बाउंड्री को तोड़ दिया था वही जिला अधिकारी ने अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा एवं उपजिलाधिकारी रामशिरोमणि को सूपा नांला का चौड़ीकरण कराने के निर्देश दिए। हवाई पट्टी पर फैली गंदगी व कटीले पेड़ो को साफ सफाई करने के निर्देश दिए। हवाई पट्टी के बाउंड्री के अंदर ही भेड़ चरा रहे चरवाहों को जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने एकत्रित कर उनके परिचय लेते हुए हाल चाल लिया वही सभी को कंबल दिया। साथ ही चरवाहों के साथ मासूमो को भी कंबल वितरित कर 1 मार्च से खुल रहे स्कूल में भेजने की बात कही वही चरवाहो ने जिलाधिकारी दिनेश चंद्र एव पुलिस अधीक्षक केशव कुमार की प्रशंसा की। वही खेत सिचाई कर पम्पिंग सेट लेकर हवाई पट्टी से जा रहे किसान से जिलाधिकारी ने ऱोकर उससे हवाई पट्टी के अंदर से जाने का कारण पूछा ओर उससे ये भी पूछा कि किस किस कारण बाउंड्री वाल को लोग तोड़ कर रास्ते बन रहे है। वही जिलाधिकारी ने चारों ओर घूम कर हवाई पट्टी की दीवारो का निरीक्षण किया। ग्रामीणों द्वारा जगह जगह बाउंड्री तोड़ कर गांव जाने का शार्ट मार्ग बना लिया है। वही जिलाधिकारी ने जल्द टूटी पड़ी बाउंड्री का निर्माण कार्य कराये जाने के निर्देश दिए है। वही इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, एसडीएम मैथा रामशिरोमणि, क्षेत्राधिकारी रामशरण सिंह, कोतवाल प्रमोद कुमार शुक्ला सहित आदि कर्मचारीगण मौजूद रहे।