हाथरस। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत समस्त चिकित्सा इकाइयों पर गर्भवती का महिला चिकित्सको द्वारा परीक्षण किया गया। जिसमें महिलाओं के एंट्री नेटल चेकअप किए गए। हीमोग्लोबिन, बीपी की जांच, गर्भवती महिलाओं की लम्बाई एवं वजन, शरीर के तापमान की जांच, यूरिन की जांच, शुगर की जांच, इत्यादि की जांच कर महिलाओं को सुरक्षित प्रसव हेतु सलाह भी दी गई। इस दौरान प्रथम बार गर्भ धारण करने वाली महिलाओं को चिन्हित कर उनके प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ दिलाने हेतु आशाओं के द्वारा फॉर्म भी भरवाए गए ताकि 5000 रूपये की सहायता राशि तीन किस्तों के रूप में मिल सकें।प्रथम किस्त गर्भ धारण करने के 150 दिन के भीतर योजना का फार्म भरने व पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होने के उपरांत 1000 रूपए एवं दूसरी किस्त गर्भवती महिला को अपनी प्रसव पूर्व जांच हो जाने पर 2000 रूपए एवं तीसरी किस्त प्रसव के उपरांत 3.5 माह तक के सभी टीके बच्चे को लग जाने के उपरांत 2000 रुपए दिए जाते हैं- साथ ही परिवार नियोजन के साधनों की भी जानकारी दी गई। कैम्प में आई गर्भवती महिलाओं को फल आदि भी वितरित किए गए। एसीएमओ डॉ मधुर कुमार और जिला कार्यक्रम समन्वयक अवनेंद्र कुमार राठौर ने महो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का जायजा लिया। जिला कार्यक्रम समन्वयक ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए प्रथम बार गर्भ धारण करने वाली पात्र महिला लाभार्थी राज्य स्तर से जारी हेल्पलाइन नंबर 7998799804 व क्षेत्रीय आशा एवं एएनएम से संपर्क करें और योजना का लाभ उठाए। योजना का लाभ लेने के लिए महिला लाभार्थी को अपना बैंक खाते का विवरण अपना एवं पति का आधार कार्ड, टीकाकरण कार्ड जिसमें महिला की जांचो का विवरण दर्ज हो, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, बच्चे का टीकाकरण कार्ड अपने क्षेत्र की आशाओं को उपलब्ध कराना होगा। एसीएमओ डॉ. संतोष कुमार ने अर्बन पीएचसी मधुगढ़ी का निरिक्षण किया। लाभार्थी नूपुर ने बताया कि यहां हमारी कई प्रकार की जांचे हुई हैं। यहां बताई गई सभी बातों का ध्यान रखेंगे। दीपा ने बताया कि हमारे प्रथम बार गर्भ पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत प्रथम एवम दितीय किस्त के रूप में 3000 रुपए मेरे खाते में प्राप्त हुए है।