Monday, November 18, 2024
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टीकाकरण की धीमी गति पर नाराज दिखे डीएम

कानपुर देहात। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक समीक्षा बैठक टीम.9 की आयोजित की गयी। जिसमें डाक्टराें और प्रशासनिक अधिकारियों ने सहभागिता किया। इस बैठक के दौरान यह बतलाया गया कि आज कुल पांच पाॅजिटिव केस जनपद में आये। इस तरह जनपद में कुल 184 केस बचे हुए है। 125 मरीज कोविड.19 से ठीक हुए है। एल.1 में तीन मरीज है। एल.2 में कुल सात मरीज हैए जबकि प्राइवेट हाॅस्पिटलों में 16 मरीज है। प्राइवेट हाॅस्पिटल में गौरी में सबसे ज्यादा 11 मरीज है। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देशों के अनुसार प्रतिदिन कम से कम चार हजार मरीजों की टेस्टिंग की जाये।वैक्सीनेशन की स्थिति पर जिलाधिकारी अत्यन्त असंतुष्ट नजर आये और उन्होंने इस बात के लिए एक योजना बनाने के लिए कहा कि जिसके लिए पांच से दस उत्साही अधिकारियों को इसकी देख रेख करने के लिए लगाया जाये| साथ ही हर लेखपाल को टीकाकरण के लिए पांच व्यक्तियों की जिम्मेदारी सौंपी जाये। जिससे टीकाकरण में तेजी आ सके। उन्होंने सीएचसी और पीएचसी पर डाक्टरों की उपस्थिति पर अनिवार्य बताया, सीएचसी और पीएचसी की डाक्टरों की उपस्थिति की रिपोर्ट जिला विकास अधिकारी ने प्रस्तुत की। और इस प्रस्तुति के दौरान बताया कि रसूलाबाद के सीएचसी में एक डाक्टर देरी से उपस्थित हुए इस पर जिलाधिकारी ने उनका स्पष्टीकरण लेने की बात कही, इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय को जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में एम्बुलेंस की स्थितियों को मुख्य विकास अधिकारी पूरी तरीके से जांच ले। उन्होंने जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार को लताड़ लगाते हुए कहा कि गेंहू खरीद केन्द्रों की स्थिति अन्यन्त खराब हैए गेंहू भुगतान किसानों को सही समय पर नही हो रहे है जो अत्यन्त खेदजनक है। इस स्थिति को शीघ्र सुधार लिया जायेए उन्होंने एडीएम वित्त एवं राजस्व साहब लाल को निर्देशित करते हुए कहा कि आप गेंहू खरीद केन्द्राें की स्थितियों का जायजा प्रतिदिन लेकर सही स्थिति से उनको अवगत कराये। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत अधिकारी अनिल कुमार सिंह को इस बात पर फटकार लगायी कि गांवों में साफ सफाई की स्थिति अन्यन्त खराब है। इसे वो सुधार ले अन्यथा उन्हें दण्ड का भागी होना पड़ेगा। इसी समीक्षा के दौरान यह बतलाया गया कि हमारे जनपद में कुल 1555 बाहर से आये कामगार है। जिलाधिकारी ने कहा कि इन कामगारों को मनरेगा के तहत कार्य अवश्य दिलाया जाये। जिससे इनके समक्ष भरण पोषण की समस्या न रह जाये। साथ ही जिलाधिकारी ने कोविड.19 के तीसरी लहर के आने से पहले सारी व्यवस्थाओं को शासन के निर्देशानुसार दुरूस्त करने के निर्देश दिये ताकि जनपद के लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो। इसके अलावा जिलाधिकारी ने इस बात को लेकर विशेष रूप से हिदायत दी कि निगरानी समितियां सक्रिय होकर अपनी भूमिकाओं का निर्वाह करे। खासकर उनका जो काम है या कार्य है जैसे घर.घर जाकर सर्वे करना। लक्षणयुक्त मरीजों की निगरानी करनाए प्रवासी कामगारों को चिन्हित करना, घर.घर जाकर सही स्थिति को पता लगाना इत्यादि को पूरी निष्ठा के साथ निर्वाह करें। उन्होंने प्रत्येक एसडीएमए खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे प्रतिदिन निगरानी समितियों की समीक्षा अवश्य करते रहे क्योकि सरकार का केन्द्र बिन्दु यह निगरानी समितियां ही है। इसीलिए इस महामारी के दौर में इनकी भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय, एडीएम प्रशासन पंकज वर्मा, एडीएम वित्त एवं राजस्व साहब लाल, डीडीओ गोरखनाथ भट्ट, जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी नरेन्द्र मोहन आदि अधिकारीगण व चिकित्सक उपस्थित रहे|