कैसे चलायें अपनी पंचायत सरकार व विकास कार्य कराये के बारे में बताया
हाथरस। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात जिलाधिकारी रमेश रंजन ने जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में तालाबों का सौन्दर्यीकरण एवं ग्राम पंचायतों में सभी नालियों का जुड़ाव किसी न किसी तालाब से हो तथा बिना अवरोध के नालियों का पानी तालाब तक पहुँच जाए। ग्राम पंचायतोें में स्वच्छता के ऊपर विशेष ध्यान दिया जाये, जनपद की कुछ ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था प्रारम्भ की जा चुकी है। अवशेष ग्राम पंचायतों में भी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गीला कचरा (कार्बनिक) एवं सूखा कचरा (अकार्बनिक) का पृथक्करण ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाए। पॉलीथीन पूर्णतः प्रतिबंधित है, जिसका किसी भी दशा में प्रयोग न किया जाये। ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान विकसित किया जाना है जिस हेतु ग्राम पंचायतों में जगह का चिन्हीकरण किया जा चुका है। खेल का मैदान विकसित होने से गॉंव के बच्चों के लिये खेलने एवं गॉव के बुजुर्ग व्यक्तियों के लिय बैठने एवं टहलने का एक स्थान नियत होने से बच्चों के शारीरिक विकास में वृद्धि होगी।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि नवनिर्वाचति ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण में वित्तीय नियमों की जानकारी के सम्बन्ध में एक अलग से सत्र आयोजित किया जाये जिससे ग्राम प्रधानों को यह जानकारी मिल सके कि ग्राम पंचायत क्या-क्या कार्य कर सकती है तथा उन कार्यों पर होने वाले वित्तीय व्यय का प्रबन्धन किस-किस निधि से नियमानुसार किया जा सकता है।
जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह ने बताया कि जनपद स्तर से 23 क्लस्टरों का निर्माण किया गया है जिसके एक क्लस्टर में 15 से 20 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान हैं। प्रत्येक क्लस्टर पर एक सचिव को नोडल के रूप में नियुक्त किया गया है। जिन्होंने प्रशिक्षण संबंधित समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण की है। प्रशिक्षण राज्य स्तर के अधिकारियों और मण्डल स्तर के अधिकारियों द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण/कार्यशाला का उदघाटन एवं उद्देश्य पर चर्चा मंडलीय उपनिदेशक पंचायत द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण 2 भागो में सम्पन्न हुआ। पहला सामान्य सत्र और दूसरा तकनीकी सत्र, सामान्य सत्र में मुख्यमंत्री का प्रधानो को संदेश, पंचायती राज व्यवस्था, सतत विकास लक्ष्य की जानकारी प्रवीणा चौधरी एवं पीयूष एंटोनी यूनिसेफ, विभागीय योजनाओं तथा राष्ट्रीय तथा प्रदेश स्तरीय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार पर नोडल आर. जी. एस. ए. राज्य स्तर प्रवीना चौधरी द्वारा प्रधानो को जानकारी दी गयी। ग्राम सभा एवं ग्राम पंचायत की बैठकों तथा आयोजन की प्रक्रिया के बारे में महेंद्र सिंह मंडलीय उपनिदेशक पंचायत बरेली मण्डल, ग्राम पंचायत समितियों एवं उनकी भूमिका के बारे में एस. एन. सिंह उपनिदेशक पंचायत पंचायती राज लख़नऊ, ग्राम प्रधान की भूमिका एवं कर्तव्यों तथा विधायी व्यवस्था मण्डल उपनिदेशक पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना जी.पी.डी.पी. तथा मॉडल पंचायत एवं ओ.एसआर की जानकारी डॉक्टर प्रीति सिंह राज्य परामर्शी पंचायती राज लख़नऊ, केंद्रीय वित्त एवं राज्य वित्त की जानकारी अशोक कुमार शाही मंडलीय उपनिदेशक मिर्ज़ापुर मण्डल, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की जानकारी योगेंद्र कटियार नोडल स्वच्छ भारत मिशन एवं मनोज कुमार शुक्ला राज्य परामर्शी निदेशालय दूसरा सत्र तकनीकी सत्र ई ग्राम स्वराज की पूर्ण जानकारी प्रशांत कुमार एवं रितेश शर्मा राज्य परामर्शी निदेशालय एवं मंडलीय परियोजना प्रबंधक द्वारा दी गयी। इस अवसर पर डीपीसी शैलेन्द्र लवानियाँ, योगेश सारस्वत आदि उपस्थित थे।