मौदहा, हमीरपुर। स्वच्छ भारत अभियान के तहत पर्यावरण सुरक्षा और घरेलू सुरक्षा के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रभातफेरी निकाली गई और बैठक में लोगों को जागरूक करने का काम किया गया।हर घर में टोंटी के द्वारा स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए सरकार की योजना को लेकर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम प्रधान सहित ग्राम प्ंचायत सदस्यों एंव आमजनता ने प्रतिभाग किया।मौदहा विकास खण्ड के बड़ी आबादी वाले उपरी और सायर गांवों में स्थित पंचायत भवन में मिशन हर घर नल योजना के तहत एक एक गोष्ठियों का आयोजन किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर में टोंटी के माध्यम से स्वच्छ जल पहुंचाने के प्रदेश में 2022 और पूरे देश में 2024 तक के लक्ष्य को लेकर चर्चा की गई।
गोष्ठी में चित्रकूट से आईं आश्रम प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर दीपिका कुमारी और टीम लीडर टी.एच.खान ने ग्रामीणों को स्वच्छ जल के लाभ बताए और बताया कि नल के द्वारा जो जल आप लोंग़ो के घरों में पहुंचाया जाता है वह कीटनाशक दवाओं को डालकर और मशीनों के माध्यम से उबाल कर आपके घरों में भेजा जाता है इसलिए नलों का जल शुद्ध और कीटाणु रहित होता है।लेकिन लोगों में जागरूकता के आभाव में सरकारी योजनाएं सफल नहीं हो पाती हैं।इस योजना के द्वारा सभी लोगों के घरों में टोंटी के माध्यम से स्वच्छ जल पहुंचाया जाएगा।जिसमें दस प्रतिशत का अंशदान ग्राम पंचायतों को सौंपा गया है जो तन,मन,या धन से दिया जा सकता है।जबकि इस योजना से जल की बर्बादी नहीं होने से जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।और जल जनित संक्रामक रोगों से भी बचाव रहेगा साथ ही पानी को बचाने का काम भी किया जाएगा क्योंकि भविष्य में पानी की कमी को लेकर स्थिति भयावह होने की संभावना है जिसके लिए हमें अभी से जागरूक होना चाहिए।
इस दौरान कोमल देवी, आशा,पूनम, सुधा,मिड़िया, सोनू,कलावती, ओमप्राकश, प्रमोद, सुरेश, शिवदास,बरदानी,आशीष, मोहित सहित लगभग दो दर्जन महिलाओं ने गोष्ठी में प्रतिभाग किया। वहीं कोआर्डिनेटर दीपिका कुमारी ने बताया कि सरकार की यह योजना मौदहा विकास खण्ड के लगभग सभी गांवों में और सुमेरपुर विकास खण्ड के चिन्हित पंद्रह गांवों में लागू है और अधिक से अधिक लोंग़ो के घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने की सरकार की योजना के लिए लोगों मे जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।यह योजना तीन चरणों में पूरी होना है पहले चरण में जागरूकता अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है दूसरे चरण में सामग्री संचयन किया जायेगा जबकि अंतिम चरण में योजना का लाभ लोगों को मिलना शुरू हो जायेगा।