पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। स्वास्थ विभाग ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गंभीर नहीं है। औद्योगिक क्षेत्र में ऊंचाहार जैसी महत्वपूर्ण सीएचसी में छः माह से अस्पताल के एक चिकित्साधिकारी को कार्यवाहक अधीक्षक बनाकर काम चलाया जा रहा है। जिससे लगातार स्वास्थ सेवाएं कमजोर होती जा रही है।
सरकारी अस्पतालों में न सिर्फ काम चलाऊ दवाएं मिलती है अपितु अब जिम्मेदारी के पद पर भी काम चलाऊ कर्मचारी बैठाए जा रहे है। इसी साल फरवरी महीने में ऊंचाहार सीएचसी के अधीक्षक रहे डॉ.आर.बी. यादव का स्थानांतरण जिला अस्पताल के लिए हो गया था। उनके स्थान पर यहां किसी अधीक्षक की तैनाती नहीं की गई थी। तब सीएचसी में ही कार्यरत चिकित्साधिकारी द्वितीय डॉ.एम.के.शर्मा को कार्यवाहक अधीक्षक की जिम्मेदारी सीएमओ द्वारा सौंप दी गई थी। हालांकि वर्तमान सीएचसी अधीक्षक डॉ.एम.के.शर्मा के द्वारा मरीजों की चिकित्सा व्यवस्था को बड़ी जिम्मेदारी से व्यवस्थित करके संचालित किया जा रहा है। फिर भी अब छः माह का लम्बा समय बीत चुका है किन्तु अभी तक ऊंचाहार जैसी महत्वपूर्ण सीएचसी को अधीक्षक नहीं मिला है। जिसके कारण सीएचसी की प्रशासनिक और स्वास्थ्य व्यवस्था किसी भी समय अव्यवस्थित हो सकती है। जिसकी वजह से सीएचसी में पैरा मेडिकल स्टाफ भी अनियंत्रित तरीके से काम कर रहे है। इस बारे में चिकित्सा विभाग के अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं।