Sunday, November 17, 2024
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देश की सरहद पर अमेठी का लाल हुआ शहीद

अमेठी, पवन कुमार गुप्ता। जम्मू कश्मीर में कर्तव्यपालन के दौरान जनपद अमेठी के ग्राम दुर्गापुर थाना पीपरपुर निवासी बीएसएफ के शहीद जवान दिनेश कसौधन का पार्थिव शरीर तीसरे दिन बुधवार देर रात उनके पैतृक गांव पहुंचा।रात से हो रही बारिश गुरुवार सुबह भी जारी रही।लेकिन शहीद के बलिदान के आगे ये बारिश हल्की पड़ गई।चाहने वालों ने 15 किमी. लंबी अंतिम यात्रा निकाला,शव यात्रा प्रयागराज-अयोध्या नेशनल हाईवे से होते हुए सुलतानपुर पहुंची।यहां सीताकुंड घाट पर गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी गई। वंदेमातरम,भारत माता की जय और शहीद दिनेश अमर रहे की गूंज हर ओर सुनी गई।शहीद दिनेश के भाई ने शहीद को मुखाग्नि दिया तो सभी की आंखे छलक उठीं।गुरुवार को चौथे दिन अमेठी के दुर्गापुर बाजार बंद थी वजह थी शहीद दिनेश कसौधन का निधन।सुबह डीएम अमेठी अरुण कुमार और एसपी दिनेश सिंह ने शहीद के घर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दिया एवं परिजनों को ढांढस बंधाया। डीएम ने शहीद की मां शारदा देवी को सरकार की ओर से दिए गए 50लाख रुपए का चेक सौंपा। अमेठी विधायक प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित किया।इसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा सुलतानपुर के सीताकुंड घाट के लिए निकली।बरसते पानी में हजारों लोग इसमें शामिल हुए और दिन में करीब 1 बजे गोमती नदी के किनारे शहीद को नम आंखों से विदा किया गया।बता दें कि सोमवार को श्रीनगर के कुपवाड़ा में हवलदार दिनेश ड्यूटी के समय इलेक्ट्रिक शॉक लगने से घायल हुए थे।शॉक लगते ही दिनेश लाइट बंद करो-लाइट बंद करो के लिए चिल्लाने लगे।आवाज सुनकर अन्य जवान भी लाइट बंद करने के लिए बोले लेकिन तब तक करंट ने उन्हें खींच लिया था और वो दीवार से लटके हुए थे।उन्हें शर्ट पकड़कर नीचे खींचा गया।जवान दिनेश को अचेत अवस्था में तुरंत यूनिट एमआई रूम ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत सिविल अस्पताल तंगधार ले जाया गया।सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
शहीद जवान पीपरपुर के ग्राम पंचायत दुर्गापुर के निवासी थे।11 वर्ष पूर्व वो बीएसएफ में जीडी सिपाही में भर्ती हुए थे,ट्रेनिग राजस्थान में हुई।ट्रेनिग के बाद पहली पोस्टिग राजस्थान में हुई।वहां दो वर्ष बीतने के बाद उनका स्थानांतरण कोलकाता हो गया।जहां एक वर्ष के बाद श्रीनगर के लिए स्थानान्तरण हुआ।वर्ष 2013 में रायबरेली के बछरावां में उसकी शादी हुई थी।पत्नी महिला हेल्प डेस्क 1090 पर हेड ऑफिस लखनऊ में कार्यरत है।शहीद ने अपने पीछे दो बच्चे बेटी परी (7) और बेटा आदी कसौधन (4) को छोड़ कर गया है़।आखरी बार वो इस रक्षाबंधन पर छुट्टियों पर आए थे और 1 सितंबर को ड्यूटी पर वापस गए थे।शहीद के पिता अजय कुमार का 2018 में निधन भी हो गया था।