हमीरपुर। जिलाधिकारी डा. ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने कुरारा में बन रहे निर्माणाधीन राजकीय पांलीटेक्निक का निरीक्षण कर उसकी गुणवत्ता का एवं कार्य की प्रगति का भौतिक रूप से जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य को समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण हेतु प्रयुक्त सामग्री का की गुणवत्ता देखी। कहा कि कार्य की गुणवत्ता की नियमित रूप से थर्ड पार्टी से जांच कराई जाए। उन्होंने ईंट की गुणवत्ता, निर्माण हेतु प्रयुक्त सीमेंट/बालू अनुपात की अपने सम्मुख जांच करवाई तथा निर्माण कार्य की मजबूती का हथौड़े से तुड़वाकर चेक करवाया। कहा कि गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिये। तदोपरांत उन्होंने कुतुबपुर, बम्हणपुर एवं खरौंज का निरीक्षण कर वहां के सचिवालय भवन, सामुदायिक शौचालय एवं गांव के अन्य विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना तथा समस्याओं के तत्काल निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। कुतुबपुर के सचिवालय भवन में सीलन होने, उसके भवन की छत की ठीक से साफ सफाई न होने, आसपास गंदगी होने तथा सीढ़ी न बनी होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इन सभी कार्यों को दो दिवसों में पूर्ण करने के निर्देश दिए। लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान एक ग्रामीण द्वारा शौचालय की दूसरी क़िस्त न मिलने की बात बताएं जाने पर जिलाधिकारी ने सचिव को कड़े निर्देश देते हुए दो दिवसों में शौचालय की शेष धनराशि देने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि किसी भी सरकारी योजना में कोई पैसा नहीं लगता है। यदि किसी के द्वारा योजना का लाभ लेने में पैसे की मांग की जाती है। तो बताए ऐसे लोगो को जेल भेजा जाएगा। बम्हणपुर के सामुदायिक शौचालय की डिजाइन सही न पाय जाने पर जिलाधिकारी ने जेई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों द्वारा गांव के तालाब पर अतिक्रमण की बात बताने पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार को तालाब कीमापजोख कर उसको अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिए। तदोपरांत जिलाधिकारी ने खरौंज गांव के सचिवालय का निरीक्षण कर संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर एके शर्मा, डीपीआरओ राजेंद्र प्रकाश, ग्राम प्रधान तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे।