स्मार्ट सिटी कानपुर द्वारा विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, कानपुर की जनता को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने हेतु और बिजली के बचत के लिए एक बड़ी पहल
कानपुर नगर। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार नई तकनीकों का उपयोग करके जहां भी संभव हो ’स्मार्ट सिटी द्वारा विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने जनता को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने हेतु और बिजली के बचत के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन कानपुर ने कानपुर शहर में विद्युत आपूर्ति स्काडा (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण) की एक नई परियोजना शुरू की है।
आज आयुक्त ने आईआईटी कानपुर में विद्युत आपूर्ति स्काडा परियोजना के बैकअप कंट्रोल सेंटर का दौरा किया जहां नया कमान और नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा रहा है।
पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (स्काडा) एक नियंत्रण प्रणाली वास्तुकला है जिसमें उच्च स्तरीय प्रक्रिया पर्यवेक्षी प्रबंधन के लिए कंप्यूटर, नेटवर्क डेटा संचार और ग्राफिकल यूजर इंटरफेस, जीआईएस शामिल हैं।
यह स्मार्ट सिटी द्वारा शुरू की गई एक विशेष परियोजना है जो कानपुर शहर को निम्नलिखित सुनिश्चित करने में मदद करेगी। विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना, बिजली की खपत में काफी हद तक कमी, प्रभावी और कुशल संचालन और विधुत आपूर्ति प्रणाली का बेहतर रखरखाव, डेटा संग्रह, विश्लेषण और प्रणाली में सुधार।
लगभग 64 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत। 44 करोड़ स्मार्ट सिटी कानपुर द्वारा वित्त पोषित है। एवं २० करोड़ केस्को द्वारा पोषित है। परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी केस्को, कानपुर है।
डेवलपर जीई कंपनी है जो परियोजना को 18 महीनों में लागू करेगी और परियोजना के पूरा होने के बाद 5 साल तक सिस्टम का रख रखाव भी करेगी।
विद्युत स्काडा परियोजना कार्यान्वयन के लिए आईआईटी कानपुर मुख्य सलाहकार/पर्यवेक्षण है।
आयुक्त ने एजेंसी को काम को अक्टूबर 2022 तक पूरा करने के लिए कहा है। अब तक लगभग 20 प्रतिशत की भौतिक प्रगति।
आयुक्त ने स्मार्ट सिटी, केस्को आईआईटी कानपुर टीम के नोडल अधिकारी और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को साप्ताहिक आधार पर एक साथ बैठने और कार्य प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
आईआईटी कानपुर में आज आहूत हुई बैठक में अनिल ढींगरा प्रबंधन निदेशक केस्को कानपुर, शिवशरणप्पा नगर आयुक्त नगर निगम कानपुर, मनीष गुप्ता अधिशासी अभियंता केस्को, विपिन कुमार सहायक अभियंता केस्को, अंकुश शर्मा प्रोफेसर आईआईटी कानपुर, शौकत चक्रवर्ती प्रोफेसर आईआईटी कानपुर, शिवकुमार आईआईटी कानपुर एवं रिजु मित्तल परियोजना निदेशक जीई उपस्थित रहे।