80 लाख की मांगी गई थी फिरौती,सट्टा व प्रेमिका के लिये पैसे की पूर्ति हेतु किया अपहरण
हाथरस। शहर के घंटाघर क्षेत्र से कल शाम एक वृद्धा का किये गए अपहरण की घटना का एसओजी टीम एवं थाना कोतवाली सदर पुलिस की संयुक्त कायर्वाही में फिरौती हेतु अपहरण की घटना के मात्र 3 घंटे के भीतर सफल अनावरण करते हुए अपहृता को सकुशल बरामद करते हुए अपहरण कांड का खुलासा किया है और तीन शातिर बदमाशों को भी दबोचा है तथा इनके पास से अपहरण में प्रयुक्त कार व हथियार आदि भी बरामद किए गए हैं।
उक्त घटना का आज पुलिस कायार्लय पर खुलासा करते हुए पुलिस कप्तान विनीत जायसवाल ने प्रेस वातार् में बताया कि कल 11 अक्टूबर की शाम थाना कोतवाली सदर क्षेत्र निवासी शैलेश दीक्षित पुत्र स्व. राधाकिशन दीक्षित निवासी घंटाघर हलवाईखाना द्वारा थाना कोतवाली पर सूचना दी कि कल दोपहर में उनकी माता सुनीता दीक्षित घर से देवी भागवत कथा सुनने हेतु अपना वाली धमर्शाला गाँधी चौक गई थी, जो फिर घर वापस नहीं लौटी तथा शाम करीब 7 बजे उनके मोबाइल पर किसी अनजान व्यक्ति का फोन आया जिसने बताया कि उनकी माता का अपहरण हो गया है तथा उनको छोड़ने के एवज में 80 लाख रूपये फिरौती की मांग की गई। पुलिस को खबर देने पर उनकी माता को जान से मारने की धमकी दी गई। परिजनों की तहरीर के आधार पर तत्काल थाना कोतवाली पर अभियोग पंजीत किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना को अत्यंत गम्भीरता से लेते हुए अपहृता की शीघ्र सकुशल बरामदगी व घटना में शामिल अपहरण कतार्ओं की गिरफ्तारी हेतु तत्काल टीमों का गठन किया गया तथा एसओजी व सविर्लांस टीम को भी लगाया गया। उक्त टीमों द्वारा धरातलीय अभिसूचना व सविर्लांस की भी मदद ली गई। अल्पसमय में संकलित अभिसूचना के आधार पर कैलोरा चैराहा, सासनी, अलीगढ रोड, इगलास रोड, विजयगढ रोड, हाथरस बाईपास रोड, हतीसा भगवंतपुर आदि संभावित स्थानों पर लगातार दबिश देते हुए अपहरणकतार्ओं की घेराबंदी का प्रयास किया गया। जिसके क्रम में गठित टीमों के कठिन परिश्रम व अथक प्रयासोपरांत एसओजी टीम तथा थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त कायर्वाही में अपहरणकतार्ओं की गाड़ी की घेराबंदी करते हुए घटना के मात्र 3 घंटे के भीतर फिरौती हेतु अपहरण के मुकदमे का सफल खुलासा करते हुए घटना में शामिल 3 शातिर अपहरणकतार्ओं बदमाशों को कोटा कपूरा मोड़ बाईपास पर खोड़ा हजारी रोड से गिरफ्तार करने तथा अपहृता वृद्ध महिला को सकुशल बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार अपहरणकतार्ओं के कब्जे से अवैध तमंचा-कारतूस व घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व ईको गाड़ी बरामद की गई है। पुलिस द्वारा अपहृता का मेडिकल परीक्षण कराकर सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।गिरफ्तार किए गए अपहरणकतार्ओं द्वारा पूछताछ परजुर्म का इकबाल करते हुये बताया कि अपहरणकर्ता बदमाश सौरभ अग्रवाल पुत्र मनोज कुमार निवासी जवाहर थाना इगलास अलीगढ़ अपने गांव में परचूनी की दुकान करता है तथा कभी कभी अपने पिता की सवारी गाड़ी ईको भी चलाता है। सौरभ तथा सहअभियुक्त ऋषि शमार् पुत्र सन्जू निवासी करील थाना मुरसान व नितिन पुत्र करन सिंह निवासी करील थाना मुरसान आपस में दोस्त हैं। सौरभ ने बताया कि उसको अल्प समय में ही ढ़ेर सारे पैसे कमाने की इच्छा थी तथा वह दिल्ली में सट्टा लगाने का आदी है और गलर्फ्रैंड पर भी उसका काफी रुपया खचार् होता है। उसके द्वारा बताया गया कि कम समय में ढेर सारे पैसे कमाकर उसकी इच्छा अपना खुद का एक घर खरीदने की थी। अपहरणकर्ता सौरभ द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उसके दिमाग में पूरी योजना का षड्यंत्र क्राइम पेट्रोल देखने के बाद आया था। जिसके उपरांत जल्दी पैसा कमाने के उद्देश्य से सौरभ ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की पूरी योजना बनाई। जिसके लिए सौरभ द्वारा कुछ दिन पूर्ण ही एक मोबाइल फोन व सिम की व्यवस्था की गई। जिसके उपरांत सौरभ ने अपने साथियों को पैसा कमाने का लालच देकर अपने साथ मिलाकर अपहरण की पूरी योजना बनाकर रैकी की।
पुलिस के मुताबिक घटना से एक दिन पूवर् 10 अक्टूबर को सौरभ अपना धमर्शाला, गाँधी चौक पर देवी भागवत कथा में आया था। जहां उसने वृद्ध महिला (अपहरण ) को चिन्हित कर उनसे बात कर जान-पहचान बढ़ाई तथा बातों बातों में उनके घर, दुकान आदि के बारे में जानकारी की। उक्त सूचना के आधार पर सौरभ और ऋषि द्वारा शैलेश वादी की दुकान की भी रैकी की गई थी। इसके उपरान्त अगले दिन 11 अक्टूबर को सौरभ अपना धमर्शाला में देवी-भागवत कथा में आकर अपहृता से मिला तथा अपनी मां से मिलाने की बात कहकर उन्हें अपनी बातो में फंसाकर भागवत कथा से बाहर लेकर आ गया, जहां पहले से ही गाड़ी में उसके साथी अपहरण के लिए तैयार बैठे हुए थे। सभी ने अपहृता को ईको गाड़ी में बिठा लिया। ईको गाड़ी मुख्य आरोपी सौरभ अग्रवाल के पिता के नाम है। जिसको सौरभ भी चलाता है तथा अपहृता शोर-शराबा न करे इसलिए मुंह पर सेलो टेप व आंखों पर रुमाल बांध दिया तथा गाड़ी में अपहरण कर कैलोरा चैराहा, सासनी, अलीगढ रोड, इगलास रोड, विजयगढ रोड, हाथरस बाईपास रोड, हतीसा भगवंतपुर, कुंवरपुर नगला वैश, हाइवे आदि स्थानों पर इधर-उधर घुमाते रहे तथा अपहृता के बेटे से बार-बार फोन कर पैसों की मांग कर रहे थे। जिनको एसओजी एवं थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त कायर्वाही में गाड़ी की घेराबंदी कर पकड़ लिया गया तथा अपहृतार् को सकुशल बरामद कर लिया गया। गिरफ्तार अपहरणकतार्ओं से विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं।
उक्त खुलासे पर अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा द्वारा उक्त सराहनीय कायर् करने वाली पुलिस टीम को उनके उत्साहवधर्न हेतु 25 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा भी पुलिस टीम को उनके उत्सावधर्न हेतु 15 हजार रूपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।पकड़े गये अपहरणकतार्ओं से पुलिस ने दो अवैध तमंचा 315 बोर, 3 जिन्दा कारतूस, घटना में प्रयुक्त ईको गाडी सं. यूपी 81 सीयू/2116, मोबाइल फोन, सेलो टैप, रूमाल बरामद किया है। खुलासा व गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी अरविन्द कुमार राठी, एसओजी प्रभारी गिरीश चन्द्र गौतम , सविर्लांस प्रभारी एसआई रितेश कुमार, एसएसआई अय्यूब खां, . हे.कां. राजेश कुमार, जवाहर लाल, पवनेश कुमार, चन्द्रपाल सिंह, सिपाही चेतन राजौरा, जोगिन्दर सिंह, सोनवीर सिंह, रमन कुमार, प्रिंस त्यागी, हिमांशु, गौरव त्यागी, अंशू चैधरी शामिल थे।