संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 11 से 17 अक्टूबर तक चलने वाले इस “आज़ादी का अमृत महोत्सव’’ के तीसरे दिन आज मनाया गया “फिलेटली दिवस”
उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा द्वारा लखनऊ जीपीओ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका विषयक डाक प्रदर्शिनी का शुभारंभ किया गया
लखनऊ। आज़ादी का अमृत महोत्सव’’के अंतर्गत होने वाली गतिविधियों के क्रम में आज फिलेटली दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर लखनऊ जीपीओ के फिलेटलिक ब्यूरो मे “भारत की आज़ादी मे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान और उनकी भूमिका” विषयक 37 फ्रेम की एक डाक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। लखनऊ जी. पी. ओ. में जी आई टैग प्राप्त “मलिहाबाद के दशहरी आम” पर उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा द्वारा विशेष आवरण और विशेष विरूपण जारी किया गया। इस कार्यक्रम मे मैंगो मैन के नाम से मशहूर पद्मश्री हाजी कलीमुल्लाह खान ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत किया। इस अवसर पर 2021 यूपीयू अंतराष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता मे दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली अलिस्बा सिद्दीकी को प्रशस्ति पत्र और 10 हज़ार रुपए का चेक प्रदान किया गया।
इस सम्बन्ध मे लखनऊ (मुख्यालय) डाक परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल विवेक कुमार दक्ष ने प्रदर्शनी देखने आने वाले सभी दर्शको से कोविड प्रोटोकॉल का विशेष पालन करने की अपील की और बताया कि डाक टिकट के माध्यम से हम इतिहास को संरक्षित करने का कार्य करते है। इस अवसर पर श्री दक्ष ने सभी डाक टिकट प्रेमियों को शुभकामनायें दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पद्मश्री हाजी कलीमुल्लाह खान ने दशहरी आम से जुड़े अपने अनुभवो को साझा किया और जल संरक्षण हेतु सभी से अपील की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने सभी को संबोधित करते हुये कहा कि डाक टिकट का संग्रह आज एक रुचि बन गया है और इसको रुचियो का राजा (KING OF HOBBIES) कहा जाता है और डाक टिकटों के माध्यम से हम ऐतिहासिक महत्व की घटनाओ, व्यक्तियों, इमारतों आदि को संरक्षित कर सकते है।
लखनऊ के चीफ पोस्टमास्टर के एस बाजपेयी ने कार्यक्रम मे उपस्थित सभी का स्वागत और अभिनंदन किया और आज़ादी का अमृत महोत्सव की शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम मे निदेशक डाक सेवाएँ (मुख्यालय) मोहम्मद शाहनवाज़ अख्तर समेत डाक विभाग के तमाम अधिकारी व कर्मचारी तथा अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिलेटलिस्ट मौजूद रहे।