ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। मुसीबत के समय जब कोई उम्मीद की किरण नजर नहीं आती है तो हम सब भगवान को ही याद करते हैं। आज जब प्रशासन की उपस्थित में लगभग 18 वर्षों बाद ऊंचाहार के रामलीला मैदान को मेला आयोजन के लिए खोला गया तो सभी के हृदय में अपार श्रद्धा जाग उठी। इसका एक ज्वलंत उदाहरण देखने को मिला जब पूर्व विधायक कुंवर अजय पाल सिंह ने रामलीला स्थल का गेट खुलते ही उनके द्वारा पूरी व्यवस्था टीम के साथ कर्मचारियों को भेजा गया और रामलीला स्थल की साफ-सफाई करते हुए लोग नजर आए।
क्षेत्र के विकास व विरासत के उत्थान के लिए राजा अरखा हमेशा प्रयत्नशील रहतें है। इसी क्रम में आज जब ऊंचाहार के रामलीला मैदान में 18 साल बाद रामलीला व मेला की अनुमति प्रशासन द्वारा मिली तभी से राजा अरखा कुंवर अजय पाल सिंह मेला आयोजन की व्यवस्था के लिए आगे आए है। रामलीला स्थल की व्यवस्था का जायजा लेते हुए उन्होंने निजी खर्च से रामलीला मैदान की सफाई करवाना शुरू कर दिया है।जेसीबी मशीन से मेला स्थल को साफ किया गया है। हालांकि इस पुनीत और धार्मिक कार्य को राजा साहब ने केवल अपनी श्रद्धा भाव से ही जोड़ा है लेकिन जब हमें समाज में कोई ऐसी पहल दिखती है जिससे लोगों को सबक लेना चाहिए तब हम उसे समाचार के माध्यम से प्रकाशित करते हैं और ऐसे धार्मिक कार्यों में समाज के हर व्यक्ति को हर वर्ग को आगे आना चाहिए और जब अपनी विरासत को बचाने की बात हो तो राजा साहब द्वारा कराए गए कार्यों से सबक लेना चाहिए।