लखनऊ,पवन कुमार गुप्ता। राजधानी के अंदर अवैध वसूली करने वालों का दबदबा आज ऐशबाग रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला।जहां पर आज एक वाहन चालक से कुछ लोगों ने अवैध वसूली करने का प्रयास किया और प्लेटफार्म के परिसर में ही उसकी गाड़ी को जबरदस्ती रोका और फोटो खींचने लगे।अब जो लोग अपने सगे-संबंधियों को रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में बैठाने या उन्हें ले जाने के लिए आते हैं तो जाहिर सी बात है कि लोग अपने निजी या अन्य वाहनों से ही रेलवे स्टेशन तक का सफर तय करेंगे।परिसर के बाहर कुछ लोगों से जानकारी करने पर पता चला कि यहां पर कोई पार्किंग स्थल नहीं है।बताते चलें कि ऐशबाग रेलवे स्टेशन परिसर तक पहुंचने के लिए यह मार्ग काफी भीड़भाड़ वाला है और स्टेशन के बाहर टेंपो ई-रिक्शा एवं अन्य तरह के वाहन और दुकानदारों का अतिक्रमण बना हुआ जिसके कारण से आने वाले यात्री अपना वाहन स्टेशन के परिसर तक ले जाते हैं जिससे कि यात्री आसानी से अपने निजी वाहनों से उतर कर प्लेटफार्म तक पहुंच सके।
जब ऐशबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 की तरफ एक चार पहिया वाहन अपने संबंधियों को लेने के लिए परिसर में पहुंचा और उन्हें बैठाने के बाद बाहर निकलना चाहा तभी कुछ लोग उसकी गाड़ी को रोककर 100rs.पार्किंग शुल्क हेतु मांगने लगे। उन्होंने कहा कि इस परिसर के अंदर वाहन का प्रवेश वर्जित है और इस परिसर का पार्किंग शुल्क ₹100 है।जब इन युवकों से पार्किंग शुल्क की रसीद मांगी गई तो वह रसीद इनके पास नहीं थी।इस कारण से वाहन चालक ने उन्हे पैसे देने से मना कर दिया।इसके बाद उन युवकों ने गाड़ी को रोकने का प्रयास किया और गाड़ी को रोककर नंबर प्लेट की फोटो खींची जबकि उस जगह पार्किंग क्षेत्र का कहीं बोर्ड भी नहीं दिखा।ऐशबाग स्टेशन के परिसर में अवैध वसूली कर रहे इन युवकों को किनका शह मिल रहा है यह तो ठीक तरीके से नहीं कहा जा सकता लेकिन उनके व्यवहार से इतना जरूर लग रहा था कि इन्हें किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का डर बिल्कुल भी नहीं हैं और बेखौफ अवैध वसूली करने वाले इस तरह के लोगों द्वारा कभी भी कोई भी बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है। इस बात से जब @spgrplucknow को अवगत कराया गया तो उन्होंने ऐशबाग जीआरपी चौकी प्रभारी को निर्देशित करते हुए जांच के लिए कहा। जीआरपी ऐशबाग चौकी प्रभारी मनीष सिंह ने बताया कि इस तरह बिना रसीद दिए वसूली करने का तरीका अवैध ही है और हम इसकी छानबीन करेंगे। चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि जब चौकी प्रभारी से कहा गया कि स्टेशन परिसर के अंदर की इस घटना को स्पष्ट रूप से आप,वहां के लगे सीसीटीवी में देखें तो उन्होंने बताया कि परिसर के अंदर कोई सीसीटीवी नहीं लगा है और ना ही कैमरे सक्रिय हैं जल्द ही यहां सीसीटीवी लगवाए जाएंगे।अब राजधानी लखनऊ के अंदर और इस सुनसान ऐशबाग रेलवे स्टेशन पर यदि प्रशासन सक्रिय नहीं हुआ तो ऐसी अवैध वसूली करने वाले लोग कभी भी,किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं और आसानी से बचते हुए निकल जायेंगे।