ऊँचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद ग्रामीण स्तर पर शिक्षा एक मजाक बनकर रह गई है।जिसका प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त शिक्षक अपने तरीके से आने जाने का समय निर्धारित करते हैं।अधिकारियों और अभिभावकों की आंखों में इस तरह से धूल झोंक रहे हैं लापरवाह शिक्षक।इन शिक्षकों की बदौलत ग्रामीण स्तर के बच्चों का भविष्य अंधकार में होता जा रहा है।
क्षेत्र के पूरे गुरुदीन इटौरा बुजुर्ग स्थित प्राथमिक विद्यालय में समय पर शिक्षक नहीं आते है जिसके चलते अभिभावकों में इस बात को लेकर रोष व्याप्त है और उन्होंने अधिकारियों से मामले की शिकायत भी की बात कही है।शुक्रवार को भी विद्यालय में 9 बजकर 45 मिनट तक शिक्षक नहीं पहुंचे थे।जिसका वीडियो भी बनाकर किसी अभिभावक ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया।अभिभावक राकेश पांडे ,लवकुश पांडे आदि ने बताया कि उनके घर के बच्चे विद्यालय में पढ़ते हैं लेकिन यहां तैनात शिक्षक अपने मनमाने ढंग से ही विद्यालय आते है जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है।वहीं मामले में खण्ड शिक्षा अधिकारी रामललित से दूरभाष के जरिए सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा।