Wednesday, May 15, 2024
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तुलसी दिवस पर काव्य गोष्ठी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

सिकंदराराऊ।विमल साहित्य संवर्धक संस्था के तत्वावधान में ग्लोबल इंडिया एजूकेशन सोसायटी के कार्यालय पर तुलसी दिवस के अवसर पर एक काव्यगोष्ठी और “तुलसी चित्र बनाओ” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी हरपाल सिंह यादव ने की और प्रतियोगिता के निर्णायक मुख्य अतिथि एम. आई. इण्टर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य जहीरुद्दीन पीरजादा रहे। कार्यक्रम का संचालन कवि प्रेम सिंह प्रेम ने किया।मुख्य अतिथि  पीरजादा ने प्रतियोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में तुलसी के प्रति जागरूकता आएगी और उनका कलात्मक विकास भी होगा। अध्यक्षता कर रहे हरपाल यादव ने कहा कि तुलसी दिवस जन मानस को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखता है। तुलसी औषधि गुणों की खान है और गंभीर बीमारी में प्राथमिक उपचार का कार्य करती है।
तुलसी चित्र बनाओ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शिवानी वर्मा, द्वितीय स्थान हेमलता यादव और तृतीय स्थान स्वेच्छा कुमारी ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में विजेता रही छात्राओं को कार्यक्रम में प्रतीक चिह्न और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
अवनीश यादव की सरस्वती के बाद कवियों ने तुलसी के महत्व पर केंद्रित रचनाओं का पाठ किया।
युवा कवि रंजीत पौरुष ने पढ़ा –
ये तुलसी आँगन की शान।
घर की आन और पहचान।।
अवशेष विमल ने पढ़ा –
तुलसी पूजन योग्य है, औषधि गुण भंडार।
रोग शोक आलस्य पर, करती कड़ा प्रहार।।
अवनीश यादव ने पढ़ा-
आँगन में तुलसी की शोभा अच्छी लगती है।
चाय, दवा रोगों की अद्भुत इससे बनती है।।
प्रेम सिंह यादव यादव ने पढ़ा-
तुलसी मां का पूजन मन को हर्षित करता है।
रूप निराला आँगन में आकर्षित करता है।।
पंकज पंडा ने पढ़ा-
आँगन की तुलसी करती है रखवारी।
इससे ही सम्पूर्ण होती फुलवारी।।
कार्यक्रम में मुकेश चौहान, आनंद वर्मा, अर्चना यादव, मीना पुंढीर, सत्यपाल सिंह पुंढीर, दीक्षा, काजल, टीनू, अनुराधा, प्रियंका, हिमांशु आदि उपस्थित रहे।