Sunday, May 12, 2024
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किसानों के पंजीकरण सत्यापन करवाने में तहसील अधिकारियों की बड़ी लापरवाही

किसान ने धान खरीद केंद्र पर धोखाधड़ी का लगाया आरोप

ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।  क्षेत्र के अंतर्गत इटौरा मजरे केवलपुर गांव का मामला प्रकाश में आया है।पीड़ित गांव निवासी ओमप्रकाश पुत्र बाबूलाल का कहना है कि धान बेचने के लिए उसने पंजीकरण कराया था लेकिन जब आज वह है, धान बेचने के लिए तहसील परिसर के चक्कर लगाने लगा तो वहां के अधिकारियों ने उससे बताया कि तुम्हारा पंजीकरण निरस्त हो गया है और तुम्हारे पंजीकरण संख्या पर किसी दूसरे ने धान बेचकर राशि प्राप्त कर ली है।बताते चलें कि आज दिन ऊंचाहार तहसील में किसानों के साथ की जा रही धोखाधड़ी, यहां कभी किसान परेशान तो कभी कोटेदारों से ग्रामीण परेशान और आए दिन तहसील के चक्कर के चक्कर लगाते रहते हैं और प्रशासनिक अधिकारी इसका निष्कर्ष निकालने में सक्षम नहीं दिखाई पड़ा रहें।अभी कुछ दिन पहले धान खरीद केंद्र पर गोदाम प्रभारी को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा भी था। लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि आए दिन कोई न कोई किसान परेशान हो जाता है।धान खरीद केंद्रों पर हो रही धांधली के कारण रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसानो को ही नहीं मिल रहा सरकारी धान खरीद केंद्र का लाभ बल्कि उसी की पंजीकरण संख्या पर दूसरों को दिया जा रहा है लाभ।रजिस्ट्रेशन हो किसी और का लाभ ले रहा कोई और।एक मामला थमा नहीं,दूसरा हुआ तैयार।दरअसल, यह पूरा मामला ऊंचाहार क्षेत्र के अंतर्गत इटौरा मजरे केवलपुर गांव का है।जहां गांव निवासी ओमप्रकाश पुत्र बाबूलाल ने बताया कि उसने अपना धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया था और जिसका नंबर 1580005275 है।पीड़ित किसान का कहना है कि सत्यापन के लिए तहसील और कोतवाली में तहरीर दी गई थी।लेकिन तहसील और कोतवाली का चक्कर लगाते लगाते हम थक गए लेकिन हमको वहां से हमारी समस्या का समाधान नहीं मिल सका।जबकि अधिकारियों ने बताया कि हमारे पंजीकरण संख्या पर किसी दूसरे ने धान की खरीद-फरोख्त कर ली है और तुम्हारा पंजीकरण निरस्त कर दिया गया है।