Sunday, May 19, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » राजधानी के अंदर अब भी आचार संहिता का उल्लंघन जारी, चौराहे पर पार्टियों की लगी बड़ी होर्डिंगे

राजधानी के अंदर अब भी आचार संहिता का उल्लंघन जारी, चौराहे पर पार्टियों की लगी बड़ी होर्डिंगे

लखनऊ,पवन कुमार गुप्ता । यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। सभी जिले के निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी की अगुवाई में जिले भर में प्रचार सामग्रियों के खिलाफ जमकर अभियान चलाया गया। शहर से लेकर देहात तक बैनर पोस्ट उतारे गए लेकिन लगता है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आदर्श आचार संहिता का नियम लागू नहीं होता है या फिर राजधानी में अलग नियम बनाए गए हैं। बताते चलें कि आदर्श आचार संहिता को लागू हुए लगभग एक महीने हो गए हैं लेकिन इसका ठीक तरह से पालन गांव,शहर तो छोड़िए राजधानी में ही नहीं हो रहा है। जब उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव की तारीख का ऐलान किया गया वही उसके तुरंत बाद ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई जिसके तुरंत बाद ही सरकारी और प्रशासन महकमा सक्रिय हुआ और जगह जगह से चौराहों से पार्टियों के प्रचार की होर्डिंग उतारी गई।वहीं राजधानी लखनऊ के कुछ चौराहों पर आज महीने भर बाद देखा गया कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की प्रचार वाली होल्डिंग मुख्य चौराहों पर टंगी हुई है जहां से हर जिले की जनता का आवागमन होता है उसके साथ ही प्रशासनिक महकमा भी वहां से गुजरता है। राजधानी लखनऊ के ऐशबाग रेलवे स्टेशन के पीछे मालगोदाम रोड पर रेलवे कालोनी के नजदीक चौराहे पर बहुजन समाजवादी पार्टी की बड़ी सी चुनावी होर्डिंग आज भी लगी हुई हैं। इसके साथ ही गुलजार नगर क्रॉसिंग से आगे बढ़ने पर सार्वजनिक शौचालय के नजदीक एक बड़े पोल पर सत्ता पक्ष की यानी भारतीय जनता पार्टी की बड़ी सी होर्डिंग आज भी लगी हुई हैं।अब चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन ही यह तय करे कि सार्वजनिक जगहों पर आवागमन के मार्ग में लगी हुई पार्टियों की बड़ी-बड़ी होर्डिंगों से आचार संहिता का उल्लंघन होता है या नहीं। वहीं स्थानीय लोगों से इन बातों को साझा करने पर यह सुनने को मिला की जब इस तरह की होल्डिंग ने चौराहों पर आज तक लगी हुई हैं तो फिर महीने भर पहले आदर्श आचार संहिता का ढिंढोरा पीटने का क्या फायदा? क्यों यह नियम बनाए गए? क्यों पार्टियों के बैनर और होल्डिंगो को उतरवाकर उनके पैसों को बर्बाद किया गया? नगर निगम के कर्मचारी भी गाड़ियां लेकर होल्डिंग उतरवाने को घूम रहे थे, क्यों यह सब फिजूलखर्ची और दिखावा किया गया?
वही जब उपरोक्त आचार संहिता उल्लंघन के मामले से गुलजार नगर प्रभारी निरीक्षक को अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करके इस पर कार्रवाई करेंगे और उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा कुछ पार्टियों को चुनावी होर्डिंग को लगाने के लिए परमिशन भी दी गई है।