हाथरस। रूस एवं यूक्रेन के बीच युद्ध में यूक्रेन में अध्ययनरत जनपद के तमाम छात्र-छात्राओं के फंस जाने के बाद जहां आधा दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं अपने स्वदेश लौटने के लिए भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं। वहीं यूक्रेन युद्ध के बीच में से हाथरस शहर निवासी मेडिकल के एक छात्र के अपने घर वापस लौट आने से परिजनों में भारी खुशी की लहर दौड़ गई है।जानकारी के मुताबिक शहर के खातीखाना निवासी शीलेन्द्र वर्मा का पुत्र करीब 24 वर्षीय दीपेश वर्मा यूक्रेन की डेनी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहा है और उसकी एमबीबीएस में पहली साल है तथा वह गत 11 नवंबर को यूक्रेन गया था। दीपेश यूक्रेन में ही मेडिकल कॉलेज में ही वहां हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा है। लेकिन जैसे ही रूस और यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ तो शीलेन्द्र वर्मा ने अपने पुत्र दीपेश वर्मा की 18 फरवरी को फ्लाइट बुक कर दी और भारत के समय के हिसाब से 23 फरवरी की रात 1.30 बजे की फ्लाइट थी। लेकिन फ्लाइट 4 घंटे देरी से वहां से उड़ी और 12 घंटे की यात्रा करने के बाद गुरुवार की रात दीपेश अपने घर हाथरस आ गया है और दीपेश के घर आने से परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है।