Sunday, September 22, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » साहब: पैसे न दिला सको तो मुकदमा ही दर्ज कर लो

साहब: पैसे न दिला सको तो मुकदमा ही दर्ज कर लो

साइबर ठगी से परेशान पीड़ित की चार महीने बाद लिखी एफआईआर

खुद को क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से बताकर की ठगी,एक बार में तीन खाते में पैसे हुए ट्रांसफर

तीन अलग अलग राज्यों के खाते में पैसे हुए ट्रांसफर,एनीडेस्क एप्लीकेशन के माध्यम से खाली हुआ खाता
आरबीएल बैंक से बजाज क्रेड़िट कार्ड़ डिपार्टमेंट से बोल रहा हू। ऐसा बोल कर एक लिंक के माध्यम से फोन हैक कर ई रिक्शा चालक के खाते से पैसे निकाल लिये। पीड़ित ने मॉ के इलाज के लिये बनवाया था क्रेड़िट कार्ड। घटना के बाद पीड़ित साइबर सेल पहुंचा जहॉ से प्राप्त केस नम्बर हाथ मे लेकर पीड़ित चार महीने से चौकी थाना के चक्कर काट रहा था। डीसीपी के आदेश के बाद बर्रा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
कानपुर दक्षिण। बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा 8 वरूण बिहार निवासी अनिल सिंह पुत्र उदय प्रताप ने बताया कि 25.11.2021 को शाम लगभग 6 बजे उसके मोबाइल नम्बर पर किसी अज्ञात अमित मिश्रा नाम के व्यक्ति का फोन आया। जिसने अपने आपको नोएडा ब्रांच से आरबीएल बैंक के क्रेड़िट कार्ड डिपार्टमेंट का बताया। बात करने के दौरान उस अज्ञात व्यक्ति ने अनिल के फोन पर एक मैसेज भेजा। जिसमे एनीडेस्क नाम से एक एप्लीकेशन था। जिसे उसने डाउनलोउ़ करने को कहा अमित द्वारा उस एप्लीकेशन को डाउनलोड़ करते ही खाते से एक लाख साठ हजार रूपये निकल गये।
चार महीने से भटक रहा पीड़ित, नही हुई सुनवाई

अनिल ने बताया कि 25.11.2021 को हुई घटना के बाद वह थाने गया। जिसे ये कह कर भगा दिया कि यह मामला साइबर सेल का है। वहॉ जाकर शिकायत करो। जिसके बाद अनिल साइबर सेल पहुंचा जहॉ 29.11.2021 को केस नम्बर देकर थाने जाने को कहा। अनिल ने बताया कि जब वह एक हफ्ते बाद दोबारा साइबर सेल पहुंचा, तो उसे बताया गया कि उसके खाते से निकाले गये पैसे तीन अलग- अलग राज्यों दिल्ली राजस्थान व बिहार के अलग- अलग खातो मे ट्रांसफर हुआ है। जिसमे तीन लोगों के नाम सामने आये है। जिसके बाद पीड़ित को थाने भेज दिया गया।

डीसीपी साउथ के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
केस नम्बर आरोपियों की लोकेशन लेकर पीड़ित चार महीने से बर्रा थाना से गुजैनी चौकी के चक्कर काट- काट के परेशान हो आखिरकार बीती 13.3.2022 को डीसीपी साउथ रवीना त्यागी के आफिस पहुंचा। जिनके आदेश के बाद के बर्रा थाने मे पीड़ित का मुकदमा दर्ज हुआ।