Friday, May 17, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » नगर निगम ने खाली कराया 50 साल पुराना शिक्षाधिकारी कार्यालय

नगर निगम ने खाली कराया 50 साल पुराना शिक्षाधिकारी कार्यालय

विरोध में उतरे प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी, किया धरना प्रदर्शन
फिरोजाबाद। नगर निगम परिसर में बने 50 साल पुराने नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय को नगर निगम ने खाली करवा दिया है। नगर निगम ने वहां अपना कंट्रोल रूम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसे लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने नगर निगम परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।बता दें कि शहर के नगर निगम परिसर में करीब 50 साल से नगर शिक्षा अधिकारी का कार्यालय संचालित हो रहा था, जिसे अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राय ने खाली कराते हुए सामान को बाहर निकलवा दिया और कक्ष को तुड़वा दिया। नगर निगम अब वहां अपना कंट्रोल रूम बना रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ की नगर अध्यक्ष कल्पना राजौरिया के नेतृत्व में शिक्षक-शिक्षिकाएं नगर निगम में ही नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। नगर निगम प्रशासन द्वारा अचानक की गई इस कार्रवाई से खलबली मची हुई है। कक्ष खाली कराएं जाने के बाद शिक्षक बरामदे में बैठे रहे। नगर निगम ने उनके सामान को दूसरे कक्ष में भरवा दिया। लेकिन नगर निगम ने एक कक्ष को यह कहते हुए तुड़वा दिया कि इसमें नगर निगम का कंट्रोल रूम बनेगा। इसका काम भी शुरू करा दिया गया।नगर आयुक्त प्रेरणा शर्मा का कहना है कि नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय की बिजली का बिल भी नगर निगम द्वारा दिया जाता है। नगर शिक्षा अधिकारी को हम एक आधा कमरा दे सकते हैं इससे अधिक नहीं। नगर शिक्षा अधिकारी विजय सिंह ने भी नगर आयुक्त से मुलाकात कर रास्ता निकालने की मांग की लेकिन बात नहीं बनी। नगर अध्यक्ष कल्पना राजौरिया का कहना है कि नगर शिक्षा अधिकारी का कार्यालय को 50 साल पुराना है। नगर क्षेत्र में तैनात शिक्षक-शिक्षिकाओं के अभिलेख भी नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में जमा थे। ऐसे में यदि कोई अभिलेख खोता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। इस दौरान सैकड़ो की तादात में शिक्षक-शिक्षिकाओं के अलावा प्राइवेट शिक्षक संघ के डा. मयंक भटनागर आदि मौजूद रहे।