Sunday, September 22, 2024
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सत्संग और धर्म ही भवसागर से पार लगाता है-स्वामी सत्यानंद

फिरोजाबाद। जैननगर स्थित सोहम आश्रम में प्रवास के दौरान पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद महाराज ने श्रद्धालुओं के बीच सत्संग में धर्म की चर्चा करते हुए कहा कि प्राणी मात्र पानी का बुलबुला है। जीवन को सफल बनाने के लिए धर्म और सत्संग का विशेष महत्व है। जिसके बताए रास्ते से ही प्राणी जीवन रूपी भवसागर से पार हो जाता है।उन्होंने आगे कहा कि किसी भी जीव को मानव जीवन पूर्ण कर्मों के बाद ही प्राप्त होता है। मानव जीवन के लिए देवता भी तरसते है। समय-समय पर देवता भी धरती पर मानव जीव के रूप में जन्म लेते रहे हैं। यह जीवन क्षणभंगुर है। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशों का अनुपालन करते हुए सोहम महामंडल का सम्मेलन भी दिसंबर में आयोजित किया जाएगा। आगामी कार्यक्रमों के बारे में मीडिया प्रभारी उमाकांत पचौरी एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत दो वर्षों से कोराना के कारण वार्षिक संत सम्मेलन का आयोजन नहीं हो सका था। गुरु जी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष दिसंबर माह में वार्षिक कार्यक्रम विराट संत सम्मेलन का आयोजन सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार किया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से चौधरी सम्मन सिंह, सर्वेश दीक्षित, चंद्र प्रकाश शर्मा, संजय अग्रवाल, द्विजेंद्र मोहन शर्मा, शिवनारायन यादव, कुवॉर सिंह परमार, जगदीश यादव, माता प्रसाद यादव, विनोद गर्ग, अनुग्रह गोपाल, बिपिन बिहारी शर्मा, महेश यादव, राम अवतार यादव, सोमेश, विद्याराम राजोरिया व राहुल शर्मा आदि मौजूद रहे।