Friday, March 29, 2024
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जिलाधिकारी ने गोद लिये गाँव केसरी निवादा में पहुँच कर जनता की सुनी समस्या

2017.06.21 06 ravijansaamnaशिवली, कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। आज जिलाधिकारी राकेश सिंह गाँव केसरी निवादा की जनता से रूबरू हुए और उनकी समस्या को जल्द से जल्द निपटाने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। केसरी निवादा गाँव की कुल संख्या 1789 जिसमे कुल 327 घर है। जिलाधिकारी ने जब शौचालय के बारे में जानकारी की तो सिर्फ 28 घरों में शौचालय बनने की जानकारी मिली जबकि 299 घरों में शौचालय नही बन पाये है। इंदिरा आवास योजना 2015-2016 में कुल 10 घर बने है डीएम ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि पंचम, रामदेवी, उर्मिला, गयादीन, रामबेटी पांच लोग के 15 जुलाई तक घर बनवा ले यदि नही बनवाया तो उनसे पैसा वसूला जायेगा। जिला अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान को हैण्ड पम्प 7 दिन में सही कराने के आदेश दिए गए है सात दिन बाद प्रधान जनार्दन सिंह से रिपोर्ट देने को कहा गया। जिलाधिकारी के आने की सूचना के बाद भी प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक विनोद कुमार, सुनीता गुप्ता, रेखा सिंह, सुषमा, जाग्रति अनुपस्थित रहे। जबकि प्रधानाचार्य व अध्यापक सर्वेश ही उपस्थित रहे। जिला अधिकारी ने सभी की प्रधानाचार्य को रिपोर्ट देने की बात कही। प्रधानाचार्य से कहा कि एक जुलाई से सभी बच्चों को नई ड्रेस उपलब्ध कराई जाये। जिलाधिकारी ने बिजली की जानकारी की तो जनता ने बताया कि 15 घण्टे बिजली मिल रही है। जिला अधिकारी राकेश सिंह ने नाला खुदाई, सड़क निर्माण, जल समस्या आदि ने बारे में जानकारी की। जिलाधिकारी राकेश सिंह ने खण्ड विकास अधिकारी सौरभ कुमार वर्नवाल से पूछा कि गाँव केसरी निवादा व हिरामन शिवली में क्या फर्क है। नराजगी दिखाते हुए डीएम ने कहा कि किसी कागज पर केसरी निवादा गाँव दर्शाया गया किसी में हीरामन शिवली। गाँव के नाम के कन्फ्यूजन से सभी अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। जिलाधिकारी के तेवर बदलते देख सभी कर्मचारी व प्रधान, ग्रामीण अपनी अपनी बात कह कर समझाने लगे। ग्रामीणों में चर्चा होने लगी कि गाँव के नाम के कन्फ्यूजन के चलते उन्हें लाभ नही मिल पाता है। जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह जब ग्रामीणों से उनको मिलने वाली योजनाओं व विकास के बारे में पूछ रहे थे तो कुछ ग्रामीणों ने जब नाखुशी जाहिर की तो ग्राम प्रधान जनार्दन सिंह भड़क उठे और उन्होंने जिलाधिकारी के सामने मंच पर बैठकर ग्रामीणों से कह डाला कि मेरा दिमाग खराब मत करो। मौके पर आये कई गांवों के ग्राम प्रधानों ने जिला अधिकारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। वही जिलाधिकारी ने सरस्वती जी की पूजा कर जनता की समस्या सुनी।