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जितना टैक्स ज्यादा होगा, उतना ही भ्रष्टाचार भी ज्यादा होगा-व्यापारी

2017.06.23 08 ravijansaamnaहाथरस, नीरज चक्रपाणि। हाथरस मैटल एसोसियेशन की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष अशोक बागला की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें व्यापारियों ने जीएसटी को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखे गये और कहा कि जितना टैक्स ज्यादा होगा उतना ही भ्रष्टाचार भी ज्यादा होगा। बैठक में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री को दिये गये पत्र में कहा गया है कि आज तक किसी भी सरकार ने व्यापारी की बात को नहीं सुना है, व्यापारी की सुनें। जीएसटी रिटर्न इंगलिश में दाखिल होगा लेकिन 80/85 प्रतिशत जनता जिसमें (मध्य वर्ग, अल्पसंख्यक, किसान) बिना पढ़ा लिखा है और न ही कम्प्यूटर चलाना जानता है। इन परिस्थितियों में रिटर्न सभी भाषा में लिखित दाखिल होना चाहिये। कम से कम हिन्दी में अनिवार्य होना चाहिये। कैश बिक्री बिल की बिक्री जहां 10 हजार रूपया है, वहां उसे बढ़ाकर 20 हजार रूपया होना चाहिये तथा राजनैतिक पार्टी को मिलने वाला चन्दा चैक, डेविड कार्ड, पे-एटीएम से लिया जाना चाहिये। सभी कानून एक समान होने चाहिये। व्यापारी हो, चाहे नेता या सरकारी कर्मचारी। पत्र में कहा है कि मध्य वर्ग व्यापारियों की दुर्दशा के लिये कोई एक सरकार दोषाी नहीं है। आजादी के बाद से अब तक की सभी सरकारों ने व्यापारी के साथ कभी न्याय नहीं किया, सिवाय व्यापारी का शोषण तथा मध्य वर्ग के व्यापारी को लूट-लूट कर सभी ने अपनी जेंबें भरी हैं। गरीब आज से 20 साल पहले भी गरीब था और आज भी गरीब है। सरकारें मध्य वर्ग को भी गरीब बनाना चाहती हैं जबकि सबसे ज्यादा टैक्स मध्य वर्ग से पहुंचता है। जीएसटी लगने के बाद हर आयटम महंगा होगा। उपभोक्ता को रिटेल में माल खरीदने पर टैक्स भाव, मुनाफा सभी को जोड़कर माल बेचना पड़ेगा जो कि महंगा होगा। पहले कई राज्यों में भिन्न-भिन्न वस्तुओं पर टैक्स नहीं था जैसे बर्तन, कपड़ा आदि जो जीएसटी के माध्यम से कर बसूला जायेगा जिससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा घटेगा नहीं। जितना टैक्स कम होगा उतना भ्रष्टाचार कम होगा और जितना टैक्स ज्यादा होगा उतना भ्रष्टाचार ज्यादा होगा। व्यापारियों ने पीएम, सीएम व वित्त मंत्री से जीएसटी को कम व सरल बनाने की मांग की है। मांग करने वालों में अशोक बागला, बाबूलाल वर्मा, उमेशचन्द्र अग्रवाल, प्रेम पागल गुरू, टिंकू गुप्ता, बंटी अग्रवाल, कन्हैयालाल वर्मा, विजय वाष्र्णेय, मयंक टालीवाल, यश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, विजय अग्रवाल, दिनेशचन्द्र अग्रवाल, बौबी वर्मा, लाढ़ली अग्रवाल, सोनू वाष्र्णेय, दीनदयाल अग्रवाल, राजू टालीवाल, सुरेश अग्रवाल, श्याम अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, गोपालदास अग्रवाल, विजय वर्मा, हरिओम बागड़ी, सतीश अग्रवाल, रामलाल अग्रवाल, रामरतन वर्मा, कन्नू लाला, ललित वाष्र्णेय आदि हैं।