Saturday, September 21, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » विश्व रक्तदाता दिवस को एडीएचआर मना रहा महोत्सव के रूप में,131 ने रक्तदानियों ने किया रक्तदान

विश्व रक्तदाता दिवस को एडीएचआर मना रहा महोत्सव के रूप में,131 ने रक्तदानियों ने किया रक्तदान

रक्तदानियों ने दिखाया उत्साह,रक्तदान के लिए लगी लंबी कतार: युवा युवतियों ने निभाया अपना फर्ज

हाथरस। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स द्वारा विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर एक विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन ब्लड बैंक बागला अस्पताल में किया गया। रक्तदान शिविर में रक्तदानियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। शिविर का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव चेतना सिंह ने करते हुए कहा कि रक्तदान शिविरों में ऐसा नजारा कम ही देखने को मिलता है। लेकिन यहां पर यह रक्तदान शिविर मे किसी महोत्सव जैसा माहौल बना हुआ है। रक्तदान प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अवश्य करना चाहिए। जिससे हम दूसरों को जीवनदान देने के साथ-साथ अपने शरीर को भी स्वस्थ रखते हैं। एडीएचआर आज के इस भव्य कार्यक्रम के लिए बधाई की पात्र है।राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने बताया कि आज का रक्तदान शिविर महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। एडीएचआर की टीम ने जो जन जागरूकता के माध्यम से अलख जगाई थी उसी का परिणाम है कि युवा जोश के साथ रक्तदान कर रहे हैं और मातृशक्ति भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेन्द्र गोयल ने कहा कि रक्तदान को हम लोग अपनी जिम्मेदारी मानकर कार्य कर रहे हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि रक्तदान की कमी से किसी की जान या जीवन खतरे में न पड़े।जिला अध्यक्ष सौरभ सिंघल ने कहा कि समय-समय पर एडीएचआर द्वारा रक्त की कमी को पूरा करने के लिए रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है। 14 जून वर्ष का सबसे बड़ा रक्तदान शिविर होता है।शिविर में 131 रक्तदानियों ने रक्तदान किया। रक्तदानियों को प्रोत्साहन स्वरूप एक छाता, सर्टिफिकेट, एनर्जी ड्रिंक, जलजीरा आदि देकर रक्तदानियों का उत्साह बढ़ाया।सीएमएस डा. सूर्य प्रकाश ने कहा कि एडीएचआर का रक्त की कमी को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण और सबसे मुख्य योगदान रहता है और ऐसी भव्यता के साथ आयोजन करना ही एडीएचआर की अपनी अलग पहचान है। ऐसे ईश्वरीय कार्य के लिए एडीएचआर साधुवाद की पात्र है।
शिविर की सफलता में शैलेन्द्र सांवलिया, दीपेश अग्रवाल, मनोज वार्ष्णेय, राजेश वार्ष्णेय, कमल कांत दोबरावाल, सुनील अग्रवाल, सुनीत आर्य, उपवेश कौशिक, हर्ष वार्ष्णेय, डा. पी.पी. सिंह, राकेश कुमार, देवेन्द्र वर्मा, अमन बंसल, राकेश किशोर गौड, नवीन गुप्ता एपेक्स, अनिल अग्रवाल, सुरेन्द्र वार्ष्णेय, तरुण पंकज, भानु प्रकाश, अमित, महेशचंद्र अग्रवाल, अजय गुप्ता, आशीष वार्ष्णेय, मुकेश गोयल, शैलेश अग्रवाल, हरीश आंधीवाल, वर्षा वार्ष्णेय, कविता गोयल, प्रीति गोयल, बाल प्रकाश, विजय कुमार गुप्ता, डा. आर. वी. दुबे, अरुण सूर्या, हरिश्चंद्र, गोपाल सिंह, रिचा सेंगर आदि उपस्थित थे।