Saturday, September 21, 2024
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टटलू हुए हाईटेक तो मेवात में गहरी हुईं साइबर क्राइम की जड़ें

⇒साइबर टीम के साथ मिलकर जड़ें काटने में जुटी मथुरा पुलिस
⇒छोटी सी उम्र में बड़े आपराधिक कारनामा करने वाले युवाओं की संख्या बढी
मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। अंतरराज्यीय सीमा से सटे मेवात क्षेत्रों के गांवों में वर्षों तक सक्रिय रहे टटलू हाइटेक हुए तो मेवात क्षेत्र में साइबर क्राइम की जड़ें गहरी हो गईं। इन जड़ों को काटने में मथुरा पुलिस साइबर सेल के साथ मिल कर काम कर रही है। साइबर क्राइम की दुनिया में छोटी उम्र के अपराधियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मथुरा पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर फर्जी सिम कार्ड चालू करके बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों रिजवान पुत्र मूवीन निवासी विशम्भरा थाना शेरगढ तथा मुशर्रफ पुत्र जमशेद निवासी विशंभरा थाना शेरगढ मथुरा तथा मुशर्रफ पुत्र जमशेद निवासी विशंभरा थाना शेरगढ मथुरा को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी व 4, 25 आर्म्स एक्ट में थाना कोसीकलां पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। अन्य थाने से इनके आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी प्राप्त की जा रही है। इनके कब्जे से पुलिस टीम ने 30 फर्जी आधार कार्ड, 63 प्रीपेड सिम कार्ड, दो मोबाइल, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, एक लेमिनेशन मशीन, एक आधार कार्ड अभियुक्त व एक मोटरसाइकिल बरामद की हैं। थाना प्रभारी थाना कोसीकलां अनुज कुमार ने बताया कि सिम कार्ड को ये लोग अपने ही जैसे साईबर अपराधियों को बेच भी देते थे। हम सभी लोग साथ मिलकर इन फर्जी सिम के माध्यम से कॉल करके फर्जी खाता बनाकर धोखाधड़ी करके अवैध रूप से ठगी कर साइबर अपराध कर धन प्राप्त करते थे।
जानिये साइबर शातिरों के दिमाग की करतूत
शातिरों ने वीआई कंपनी की फ्लेक्सी ले रखी थी, जिसके द्वारा सिम कार्ड एक्टिवेट करने व रिचार्ज करने के लिए एक सिम कार्ड दिया हुआ था। शातिर फ्लैक्सी की डिटेल को दिखाकर कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से सिम कार्ड प्राप्त कर लेते थे तथा गुगल से आधार कार्ड ईमेज सर्च करके फर्जी तरीके से लोगों के आधार कार्ड नम्बर प्राप्त कर लेते थे, इन आधार कार्ड पर अपना फोटो व नाम पता बदलकर लैपटॉप की मदद से फर्जी आधार कार्ड निकाल लेते थे। नकली आधार कार्ड की मदद से कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से प्राप्त किये गये सिम कार्ड को स्मार्ट कनकेट एप्लीकेशन तथा कम्पनी द्वारा दिये गये फ्लैक्सी नम्बर की मदद से एक्टीवेट कर लेते थे, इन एक्टीवेट किये गये सिम कार्ड को नूँह, मेवात, बिछोर, पुन्हाना, विशंभरा व अन्य स्थानों पर रहने वाले अपने अन्य साथियों को दे देते थे।