Thursday, May 16, 2024
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एनटीपीसी में स्वच्छ वायु-दीर्घ आयु थीम पर प्रदूषण नियंत्रण कार्यशाला का आयोजन

पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के सौजन्य से एनटीपीसी ऊंचाहार में श्स्वच्छ वायु- दीर्घ आयुश् थीम पर आधारित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि रहे एनटीपीसी ऊंचाहार के कार्यकारी निदेशक अभय कुमार समैयार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही यूपीपीसीबी के मुख्य पर्यावरण अधिकारी डॉ. राम करन, तकनीकी सलाहकार आर. के. सिंह व प्रभागीय निदेशक आशुतोष जायसवाल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यशाला का विषय ‘रायबरेली जिले के वायु प्रदूषण के नियंत्रण और उपशमन के लिए सर्वाेत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम’ रहा।
डॉ. राम करन ने यूपीपीसीबी की उपलब्धियों, कार्य-योजनाओं तथा कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य करने वाले जनपदों का आंकलन किया है, जिसमें रायबरेली का भी चयन किया गया है। मुख्य पर्यावरण अधिकारी डॉ. राम करन ने एनटीपीसी द्वारा मिल रहे सहयोग व इस कार्यशाला के आयोजन में योगदान की भूरि-भूरि सराहना की तथा प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में एनटीपीसी की कार्य-प्रणाली से अन्य उद्योगों को प्रेरणा लेने की बात कही।
समारोह के मुख्य अतिथि समैयार ने प्रदूषण नियंत्रण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि एनटीपीसी ऊंचाहार विद्युत ग्रह कोयला आधारित विद्युत ग्रह होने के बावजूद शत-प्रतिशत पर्यावरण संरक्षण के प्रति निरंतर संवेदनशील रहता है। विद्युत ग्रह की सभी इकाइयों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ईएसपी सिस्टम निरंतर कार्य करता है। इसके अलावा हानिकारक गैसों को नष्ट करने के लिए एफजीडी सिस्टम चालू किया गया है। परियोजना की फ्लाई ऐश को सड़क व सीमेंट निर्माण तथा अन्य क्षेत्रों में शत-प्रतिशत उपयोग में लाया जा रहा है। इसके साथ ही परियोजना परिसर तथा आसपास हरियाली बनाए रखने के लिए निरंतर वृक्षारोपण का कार्य चलता है। इस साल हमने लगभग पचास हजार पौधों का रोपण किया है। महाप्रबंधक (मानव संसाधन/ एनटीपीसी सुरक्षा अकादमी) डॉ. अनिल कुमार डैंग ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि पर्यावरण हमारी वो विरासत है, जिसे आदिकाल से ऋषियों-मुनियों व हमारे पूर्वजों ने संरक्षित करते आए हैं, इसे संरक्षित करके हम न केवल पर्यावरण को सुरक्षित करेंगे बल्कि अपनी विरासत और अपने पूर्वजों का भी हम सम्मान करेंगे। इसलिए हममें से प्रत्येक को पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील व तत्पर रहना होगा।
यूपीपीसीबी के तकनीकी सलाहकार आर के सिंह ने कार्यशाला के समापन पर समीक्षा करते हुए प्रदूषण नियंत्रण पर समेकित चर्चा की। साथ ही उन्होंने यह अपील की कि प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में किए जा रहे, नवीन कार्यों को केन्द्र सरकार के “प्राण ऐप” पर जरूर अपलोड करें। इसके अलावा उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत करने पर भी बल दिया।
कार्यशाला के दौरान एनटीपीसी लिमिटेड, आरसीसीपीएल प्राइवेट लिमिटेड, बिरला कॉर्पाेरेशन लिमिटेड व विसाखा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने प्रदूषण नियंत्रण व पर्यावरण संरक्षण पर आधारित तथा उनके द्वारा इस क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया तथा अपने उद्योगों में प्रदूषण नियंत्रण के विभिन्न उपायों को सभी श्रोताओं के साथ साझा किया। इस अवसर पर यूपीपीसीबी सहित एनटीपीसी लिमिटेड, आरसीसीपीएल प्राइवेट लिमिटेड, बिरला कॉर्पाेरेशन लिमिटेड व विसाखा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अपर महाप्रबंधक (पर्यावरण संरक्षण) प्रीति सिन्हा ने किया।