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पांच दिवसीय स्वच्छाग्रहियों का आवासीय प्रशिक्षण प्रारंभ

2017.07.25 03 ravijansaamnaसमुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में प्रशिक्षण का रोल अत्यधिक महत्वपूर्ण: डीएम
अक्टूबर माह 2018 तक जनपद को पूरी तरह से ओडीएफ करना है यही प्रशिक्षण व कार्यशाला का उद्देश्य: सीडीओ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निर्देश दिये है कि समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रशिक्षण का महत्वपूर्ण रोल होता है। किसी भी प्रशिक्षाणर्थी को प्रशिक्षण के दौरान पूरे मनोयोग के साथ प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों व तौर तरीकों को आत्मसात करना चाहिए तथा फील्ड में जाकर लोगों को प्रेरित कर ओडीएफ के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दशा में जनपद को 2 अक्टूबर 2018 तक ओडीएफ कराना है।इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ अपनी देख रेख में समुदाय संचालित सम्पर्ण स्वच्छता संचालित कार्यक्रम में प्रशिक्षण आदि कार्य को प्रभावी तरीके से डीपीआरओ, डीडीओ, पीडी के सहयोग से कराये। उन्होंने कहा कि खुले में शौच जाने की परम्परा कई बीमारियों की जनक है। खुले में शौच करने से बच्चों से लेकर महिलाओं, किशोरियों, बृद्धों सभी के लिए हानिकारक है। इस बात को आदमी जानते हुए भी कि खुले में शौच जाना उसके व अन्य लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है उस पर अंकुश नहीं लगाता है परिणाम स्वरूप नाना प्रकार की बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। सीडीओ केदारनाथ सिंह ने समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी आवश्यक कार्रवाईयां पूरी करने के उद्देश्य से अकबरपुर हिन्दी भवन में पांच दिन के लिए आज से शुरू हुए समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता (सी.एल.टी.एस.) के अन्तर्गत प्रशिक्षण ले रहे 150 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों का आहवान करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में बतायी गयी जानकारियों को ठीक से अमल में लाकर जनपद के सभी विकास खंडों में जहां पर ड्यूटी लगायी गयी है। जिसमें स्वच्छाग्रही जिनका काम अपने क्षेत्र में जाकर आमजन को शौचालय बनवाने उसका उपयोग करने तथा खुले में शौच नही करने के लिए प्रेरित करें तथा प्रत्येक दशा में अक्टूबर माह 2018 तक जनपद को पूरी तरह से ओडीएफ कराने में सहयोग करें। मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण व कार्यशाला का उद्देश्य से समस्त जनपद में सीएलटीएस विधा के अन्तर्गत समूह में विकास खंडबार प्रशिक्षण देने तथा सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के प्रति अलख जलाकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शौचालय बनवाने, उनका उपयोग करने व खुले में शौच से जनपद को मुक्त कराने की कल्पना को साकार करने के उद्देश्य से 5 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यशाला को प्रशिक्षण देते हुए विमल ने कहा स्वयं सेवक के रूप में पांच दिन तक प्रशिक्षण लिए प्रशिक्षाणर्थी से कहा कि वे संगठित होकर संगठन के रूप में अनुशासित होकर क्षेत्र में कार्य करंेगे। उन्होंने कि देश व प्रदेश सरकार स्वच्छता के लिए निरंतर निर्देश दे रही है। जिसका अनुपालन ग्रामवासियों व क्षेत्रवासियों को भी करना है। सीएलटीएस से सम्बन्धित अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों व पर्यवेक्षकों आदि समय समय पर अपने निर्देशों में ये भी बताते रहे कि वे स्वच्छ भारत मिशन की गाइड लाइन को विधिवत पढ़ते रहे तथा उसके अनुरूप कार्याे का क्रियान्वयन करें। स्वच्छता, साफ सफाई और खुले में शौच जाने की प्रथा को समाप्त करने को बढ़ावा देकर लोगों के सामान्य जीवन स्तर में सुधार लाना है। इसके अलावा जागरूकता सृजन व स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्थाई स्वच्छता व आदते अपनाकर समुदाय और संस्थाओं को पे्ररित करना है। पारिस्थितकीय रूप से सुरक्षित एवं स्थाई स्वच्छता के लिए कम लागत, प्रभावी संगत प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है। यह प्रशिक्षण व कार्यशाला क्षेत्र में कार्य के दौरान मील का पत्थर साबित होगी। किसी भी ग्राम सभा में निवास करने वाले समुदाय की मनोवृत्ति को बदलकर ही हम उन्हें शौचालय बनवाने और उसके इस्तेमाल करने हेतु पे्ररित करने के साथ ही उसको खुले में शौच करने से रोक सकते हैं। इस मौके पर डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव, ऐश्वर्या मिश्रा, आलिया अली, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, विमल आदि ने स्वच्छाग्रही को शौचालय बनवाने व उसका उपयोग कैसे हो तथा जनपद को ओडीएफ कराना है इसकी जानकारी विस्तार से दी। एडी सूचना प्रमोद कुमार, समाज कल्याण अधिकारी राजीव लोचन मिश्रा सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। प्रशिक्षण के दौरान कई महिला व पुरूष प्रशिक्षणर्थी ने स्वच्छता प्रेरक गीत गाकर स्वच्छाग्रहियांे का उत्साह वर्धन भी किया।