फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। जसराना में एसडीएम महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सफाई कर्मचारियों के आवेदकों को बुलाया गया। आवेदकों के अभिलेखों को चैक करने के साथ उकी योग्यता को भी परखा गया। वही कार्य के प्रति समर्पण भाव जानने के लिए नालो ंकी सफाई कराई गई। नौकरी की खातिर पढ़े लिखे युवा सहर्ष ही नाले में उतरने को तैयार हो गए।
सफाई कर्मचारी के लिए साक्षात्कार देने ज्सराना नगर पंचायत पहुंचे राजबहादुर पुत्र जसवंत सिंह निवासी आसफाबाद, योगेंद्र पुत्र धर्मपाल सिंह निवासी सिकंदरपुर, ब्रजभूषण पुत्र शिशुपाल सिंह निवासी घिरोर, रुस्तम पुत्र लटूरी निवासी कटरा मीरा शिकोहाबाद, रतनपाल पुत्र यादूराम निवासी उसनीदा मैनपुरी, विकास पुत्र राजकुमासर निवासी कटरा मीरा शिकोहाबाद, रवी पुत्र धीरी सिंह निवासी बहादुरपुर फिरोजाबाद, आशीष पुत्र मुन्नालाल निवासी शिकोहाबाद, गैारा पुत्री देवराज सिंह निवासी अहारन आगरा, रेखा देवी पत्नी मुन्नेश कुमार निवासी दबरई फिरोजाबाद सुषमा देवी पत्नी रवीकांत निवासी अकलुपर फिरोजाबाद ने कहा कि बेरोजगारी एवं घर की गरीबी से मजबूर होकर सफज्ञई कर्मचारी के लिए आवेदन किया है। 10 जगहों के लिए 372 लोगों ने आवेदन किया है। 200 आवेदकों को बुधवार को बुलाया गया था। वहीं 172 आवेदकों को गुरुवार को बुलाया गया है। चालीस आवेदकों के बैच बनाकर उनके अभिलेखों की जाॅच करने के साथ ही उनसे नाले की सफाई कराई गई। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी युवाओं ने बेरोजगारी एवं घर की परेशानी को देखते हुए सफाई कर्मचारी बनने का सपना देखा है। वहीं दस जगहों के लिए 372 लोगों की लिस्ट देखकर अधिकांश युवा मायुस हो गए।
मगर तुम वफाऐं मेरी भूल जाते हो क्यूं
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। उत्तर भारत का मशहूर उर्स हजरत हमीदुदीन शाह सूफी रह. का 797वां उर्स मुबारक बड़ी शानौ शौकत से मनाया जा रहा है। उर्स के पहले दिन अजीमुश्शान साहित्यिक मुशायरे का आायेजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मेला प्रशासक जनाब अब्दुल लतीफ साहब ने की। मुशायरे की शमा रोशन मेला कमेटी अध्यक्ष जनाब डा. शमीम अहमद खां साहब ने की एवं मुख्य अतिथि जनाब लालता प्रसाद तिवारी तहसीलदार फीरोजाबाद थे।
इस साहित्यिक मुशायरे में दूरदराज से आये शायरों, रचनाकारों ने अपने कलाम से श्रोताओं को दाद देने पर मजबूर कर दिया। मुशायरे का शुभारम्भ नाते पाक से हुआ। जिसमें कलीम नूरी पैकर एवं हाफिज अरशद ने शाने रसूल की शान में रचनायें पेश कर सवाव हासिल किया। उसके बाद बहारिया दौर में हाफिज उस्मान ने यूं कहा याद रखते हो मेरी खताएं मगर तुम वफाऐं मेरी भूल जाते हो क्यूं। मशूहर शायल कलीम नूरी, सालिम शुजा, मुशायरा संयोजक असलम अदीब, जीरो बादवी मन्जर नबाव, इरफान साहिल, हाजी ऐजाज ने मुशायरा किया। मेला अध्यक्ष डा. शमीम अहमद खान ने कहा कि आज के मुशायरे से पब्लिक में अच्छा संदेश जायेगा। उन्हांेने कार्यक्रम की सफलता के लिये संयोजक असलम अदीब को मुबारकबाद पेश की। कार्यक्रम में सहयोग करने वालों में जनाब मोहम्मद नईम, मुसद्दक हुसैन, मुश्ताक अम्बर, गुफरान अहमद, मन्जर अहमद, मो. साबिर, मो. असलम, सुखदेव यादव, संजय, पवन, मोहम्मद साबिर आदि रहे। संचालन इरफान साहिल ने किया।
गायत्री मंत्र पर अश्लील टिप्पणी से रोष
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। अखिल भारतीय ब्रजप्रान्त की गौशाला स्थित कार्यालय पर संपन्न बैठक में गायत्री मंत्र (वैदिक मंत्र) पर की गयी अश्लील टिप्पणी पर रोष व्यक्त किया गया। बैठक को संबोधित करते हुये एबीवीपी ब्रजप्रान्त के प्रदेश अध्यक्ष डा. प्रभाष्कर राय ने कहा कि वेद हमारे जीवन का आधार है। गायत्री मंत्र पर अश्लील टिप्पणी करने से हिन्दू समाज की धार्मिक भावनायें आहत हुयी हैं। इसे सहन नहीं किया जा सकता। बैठक में मांग की गयी कि अश्लील टिप्पणी करने वालों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये, अन्यथा वि़द्यार्थी परिषद सड़कांे पर उतर कर आंदोलन करने के लिये बाध्य होगा। मांग करने वालांे में विभाग प्रमुख सुधाकर शर्मा, नीटू शर्मा, हिमांशू शर्मा, विकास दिवाकर, अनुज पालीवाल, शास्वत पांडे, सचिन शर्मा, प्रदीप शर्मा, रजित जैन, चित्रांश, अंकित, गोपाल आदि उपस्थित रहे।
Read More »दूसरों को देखकर न छोड़ें सत्य का मार्ग-सत्यानंद महाराज
महारास का गलत मतलब निकाल रहा समाज
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। अखिल भारतीय सोहम महामण्डल शाखा फिरोजाबाद के तत्वावधान में चल रहे विराट सन्त सम्मेलन, गायत्री महायज्ञ एवं श्रीमद्भगवत कथा के छठवें दिन पं. रामगोपाल शास्त्री ने भगवान की महारास लीला का सचित्र वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महारास लीला कोई काम लीला नहीं है। इसका मतलब भक्त और भगवान का मिलन है। आज का समाज महारास का गलत मतलब समझता है। बड़े ही दुर्भाग्य की बात है आज हम अपने ही धर्मग्रंथों का अपमान कर रहे हैं। श्रीमद्भागवत कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण और रूक्मिणी विवाह की सुंदर झांकी निकली जिसे देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गये। रसिक भजनों पर भक्तजन भावविभोर हो गये। प्रवचन की श्रंखला में अखिल भारतीय सोहम महामण्डल के परमाध्यक्ष स्वामी सत्यानन्द महाराज ने कहा कि यदि हम सत्य की राह पर हैं और कष्टों का सामना कर रहे हैं लेकिन आपका कोई प्रिय व्यक्ति अनीति, अधर्म और खोटेकर्म करने के बावजूद भी संपन्न है। सुविधाओं से मालामाल है तो उसे देखकर अपना मार्ग न छोड़े। उन्होंने कहा कि शिष्य या पुत्र को ज्ञान देना माता पिता व गुरू का कर्तव्य है लेकिन बिना विवेक और समृद्धि के ज्ञान विनाश का कारण बनता है। स्वामी शिवचेतन, स्वामी शुकदेवानन्द, स्वामी ज्ञानानन्द महाराज, स्वामी अनन्तानन्द, स्वमी निगमानन्द, स्वामी नारायणानन्द, स्वामी प्रीतमदास आदि संतों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
निर्वाचन सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियाॅं अपने पास रखें अधिकारी-डीएम
मास्टर ट्रेनर की भूमिका के लिए रहें तैयार बूथों पर मूलभूत सुविधाओं सहित सभी व्यवस्थाएं रहें दुरूस्त-डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार रविकान्त सिंह ने आगामी विधानसभा निर्वाचन 2017 को दृष्टिगत करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद निर्वाचन सम्बन्धी सभी तैयारियों को पूरी तरह से दुरूस्त रखें। इसके अलावा समस्त आरओ तथा नोडल अधिकारियों द्वारा अन्य का प्रशिक्षण दिया जाना है इसलिए मास्टर ट्रेनर की भूमिका के लिए पूरी तरह तैयार रहें। कर्मचारियों के प्रशिक्षण के दौरान निर्वाचन सम्बन्धी बारीकियों व ड्यूटी आदि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियाॅं अवश्य दें। इसके अलावा एक बार फिर से बूथों का सत्यापन, बूथों पर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं, कक्षों की संख्या, फर्नीचर, रैम्प, विद्युत, पेयजल, रास्ता व्यवस्था, शौचालय, पीने का पानी की व्यवस्था, नेटवर्क आदि की सुविधा को चेक कर लें। सुरक्षा की दृष्टि से भी बूथ पूरी तरह सुरक्षित होने आवश्यक हैं। पूर्व के निर्वाचनों में यदि कोई बर्नेबुल बूथ या दबंग किस्म के लोग जो किसी विशेष वर्ग को मताधिकार का प्रयोग करने से रोकते हों, इस तरह का यदि कोई प्रकरण संज्ञान में हो तो उसकी भी समीक्षा कर लें। एसडीएम अपने क्षेत्र के बूथों का भ्रमण कर आवश्यक रिपोर्ट ग्राम प्रधान, नागरिकों से विचार विमर्श कर जरूरी सूचनाओं को इकट्ठा कर लें। संवेदनशील अति संवेदनशीन बूथों की भी जानकारी कर उचित व्यवस्था भी अभी से ही दुरूस्त कर लें। मतदान केन्द्र की चाहरदीवारी की स्थिति सहित अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं सहित कमियों को दुरूस्त कर लें।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिवशंकर गुप्ता ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित निर्वाचन सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियाॅं प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जा रही हैं जिन्हें अधिकारी विधिवत् जान लें। यदि कहीं कोई सूचना समझ नहीं आ रही है तो उसे समय रहते पूछ लें। इन जानकारियों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों जैसे तहसीलदार, बीडीओ, नायब तहसीलदार आदि को भी बताएं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अमरपाल सिंह ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी व अन्य निर्वाचन सम्बन्धी महत्वपूर्ण ड्यूटी में लगे अधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क बनाए रखें तथा निर्वाचन कार्य को सकुशल सम्पन्न कराएंगे। रेण्डम आधार पर 10 से 12 बूथों का भ्रमण कर डाटा आदि भी चेक कर लें तथा उसका कलेक्ट्रेट की चेकलिस्ट से मिलान भी कर लें। इस मौके पर डीडीओ, एसडीएम, तहसीलदार, सीटीओ, एआरटीओ, डीएसओ तथा बीडीओ आदि ने भी अपनी बात रखी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विभिन्न लोक विधाओं में हुईं आकर्षक प्रस्तुतियाॅं
लोक संस्कृति व लोक विधाएं देश की एकता व अखण्डता को प्रदान करती हैं मजबूती-के.के. गुप्त
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। विकासभवन आॅडिटोरियम हाॅल में युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने तथा लोकविधाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विलुप्त होती लोक विधाओं को पुनर्जीवित करने के साथ ही उन्हें प्रोत्साहित करना है। विविधता में राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को मजबूत करने के साथ ही रचनात्मक, सकारात्मक कार्यों को बढ़ावा देकर देश व प्रदेश का उत्थान करना है। उन्होंने कहा कि आज भी जब हम गांव देहातों में शादी विवाहों जैसे समारोहों में लोक गायन की विधा को सुनते हैं तो उसमें सजीवता महसूस करते हैं। पाश्चात्य संगीत अधिकांश कर्णफोड़ू व अप्रिय लगता है।
मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। इससे व्यावहारिकता का ज्ञान उत्पन्न होता है। हमारा देश व प्रदेश विभिन्न परम्पराओं व विधाओं का देश है जो विविधता में एकता का सन्देश देती हैं। उ0प्र0 में अवधी, बृजभाषा तथा पूर्व में भोजपुरी तथा दक्षिण में बुन्देलखण्डी भाषाओं में लोकविधाओं के दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य साहित्स, संगीत व कला से विहीन होता है वह मनुष्य साक्षात् बिना पूंछ व सींग के पशु के समान होता है। आयोजित कार्यक्रम में 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने प्रतिभाग किया जिनमें विभिन्न लोक विधाओं के माध्यम से बच्चों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति की गयीं। लोकगीत, लोकनृत्य, एकांकी, एकल शास्त्रीय/संगीत प्रस्तुतिकरण, एकल शास्त्रीय वाद्य वादन (सितार, बांसुरी, तबला, वीणां, मृदंगम), हारमोनियम (लाइट), गिटार, शास्त्रीय नृत्य (भरतनाट्यम, ओडिसी, मणिपुरी, कत्थक, कुचिपुड़ी) तथा एक्सटम्पोर (इलोक्यूशन) आदि के माध्यम से प्रस्तुति करने की छात्र-छात्राओं को छूट थी। कार्यक्रमों में एकांकी व नाटक के माध्यम से पर्यावरण बचाओ, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, देशभक्ति आदि जैसे विषयों पर प्रस्तुतियाॅं दी गयीं। कार्यक्रम का आगाज-सरस्वती मइया तेरा रूप निराला है…..वन्दना से किया गया। पर्यावरण मित्र नवीन दीक्षित द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर तैयार लघु नाटिका का प्रदर्शन किया गया वहीं छात्रा प्राप्ति सचान द्वात्रा कत्थक नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी गयी। नेहरू युवा केन्द्र, केन्द्रीय विद्यालय, जीजीआईसी पुखरायां, जवाहर नवोदय, शारदा शिक्षा निकेतन झींझक तथा सेठ त्रिलोकी नाथ इण्टर काॅलेज आदि के बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। कार्यक्रम का संचालन अनूप सचान द्वारा किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में अवगत कराते हुए युवा कल्याण अधिकारी मनोज यादव ने बताया कि यह कार्यक्रम विशुद्ध लोक संगीत, लोकनृत्य व प्रदेश की आंचलिक भाषाओं पर आधारित है। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा दी गयीं प्रस्तुतियों पर समाजसेवी कंचन मिश्रा आदि द्वारा जजमेन्ट भी किया गया। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बिपिन बिहारी पाण्डेय, पिछड़ावर्ग कल्याण अधिकारी अभय कुमार सागर, जिला कृषि अधिकारी रामसजीवन, डीपीओ राकेश यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
विधायक व पार्षद ने किया सड़क का शिलान्यास
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। बर्रा 7 चौराहे पर बहु प्रतीक्षित सड़क का निर्माण कार्य का शिलान्यास विधायक व क्षेत्रीय पार्षद के कर कमलों द्वारा किया गया। इस सड़क की लम्बाई लगभग 300मीटर है तथा इसकी निर्माण लागत 15 लाख 42 हजार रुपये बताई गई। बताते चलें कि इस कार्य को विधायक निधि से करवाया जायेगा, वहीं 9 लाख रूपये से नाली और फुटपाथ के कार्य कानपुर नगर निगम के द्वारा करवाये जायेंगे। शुभारम्भ के मौके पर क्षेत्रीय जनता ने सत्यदेव पचौरी व क्षेत्रीय पार्षद मनीष शर्मा का सम्मान किया। साथ ही ढोल नगाड़े के साथ मिठाई बांटी गई। वर्षों से विकास की टोह में प्रतीक्षारत सड़क का निर्माण कार्य का शिलान्यास होने से क्षेत्रीय निवासियों में हर्ष व्याप्त हो गया। इस मौके पर पार्षद मनीष शर्मा कहा कि इसे माडल रोड बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए वृक्षारोपण किया जायेगा। क्षेत्रीय निवासियों के परिजनों और बच्चों के नाम से फूलदार पेंड़ लगाए जायेंगे।
Read More »धान खरीद की समीक्षा कर दिए आवश्यक निर्देश
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। मण्डल के सभी जिलों में धान खरीद हेतु अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एजेंसियों एवं आढ़तियों की हर दूसरे दिन क्रय सम्बन्धी समीक्षा कि जाये और जो भी समस्या आये उसका निस्तारण किया जाये। प्रत्येक क्रय एजेंसी पर किसानों को भुगतान किये जाने के लिये कम से कम सात दिन तक के भुगतान का रुपया एवं धान रखने के बोरे उपलब्ध होने चाहिए, इस सम्बन्ध में जिन एजेंसियों पर पैसा कम आया हैं उनके एमडी को पत्र लिखा जाये और उसकी प्रति प्रमुख सचिव खाद्यान को भेजी जाये। अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि किसान को रुपये बैंकों से तुरन्त मिलने चाहिए। उक्त निर्देश मण्डलायुक्त मो. इफ्तेखारुद्दीन ने अपने शिविर कार्यालय में आयोजित धान खरीद की समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने आर एफ सी को निर्देशित किया कि जो अधिकारी बैठक में अनुपस्थित हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु मुख्य सचिव को पत्र लिखा जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर स्तर से धान की खरीद की जाये और लक्ष्य प्राप्त किया जाये। जिन जनपदों में धान क्रय की प्रतिक्रिया में कोई कमी है उसको दो दिनों में पूरी कर लें।
मण्डलायुक्त ने किसानों को राहत देने की आवश्यकता को बल देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों के साथ सहानभूति रखें क्यों कि किसान की आय का श्रोत तो उसकी फसल ही हैं। खरीद के तुरन्त बाद यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि किसान को तुरन्त धनराशि उपलब्ध होने के साथ – साथ भुगतान प्राप्त करने हेतु बैंकों में उनको परेशान न होने पड़े। मण्डल में धान रखीद हेतु खाद्य विभाग पंचायत सहकारी समितियां, पी सी एफ, यू पी एग्रो, एस एफ सी कल्याण निगम के अतिरिक्त स्थानीय आढ़तियों को भी नामित किया गया हैं।
साहित्यकारों का हुआ सम्मान
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। हिंदी केवल भाषा नहीं, वरन सम्पूर्ण भारती संस्कृति का प्रतिनिधत्व करती है और यही कारण है कि आज दुनिया के कई देश हिंदी सीखने के लिए भारत आ रहे हैं। यह विचार दिल्ली से आए विख्यात हिंदी सेवी तथा गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने साहित्य सृजन संस्था की हिंदी भाषा एवं साहित्य प्रतियोगिता तथा कृति विमर्श एवं लोकार्पण के अवसर पर व्यक्त किया। संस्था सचिव डा0 दया दीक्षत ने कहा हिंदी भाषा एवं साहित्य से युवाओं को जोड़ने तथा रूचि उत्पन्न करने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। डा0 राजीव रंजन पाण्डे ने कहा कि आज हिंदी भारत में नहीं वरन विश्व में भी रोजगार दिलाने की सामथ्र्य में आ चुकी है। इस मौके पर कुमार प्रशांत, राजेन्द्र राव तथा सचिव दया ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया। कथाकार महेन्द्र भीष्म को ‘साहित्य सृजन सम्मान-2016’ के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया। पदमश्री गिरिराज किशोर की कृति बा पर कुमार ने कहा कि इस कृति के शब्द बहुत विशिष्ट है।
Read More »2 दिन में ही कर लिया लाख का आंकड़ा पार!
राज महाजन के ‘मजबूरियां’ ने तोड़ा मोक्ष म्युजिक का रिकाॅर्ड
आईएस अधिकारी ने गाया है चर्चित हो रहा यह गाना
उत्तर प्रदेश के आईएस अधिकारी डा. हरिओम ने गाया है संगीतकार राज महाजन का ‘मजबूरियाँ’
दिल्ली,जन सामना ब्यूरो। इंतजार हुआ खत्म। आपके सामने आ गया है मोक्ष म्युजिक का चर्चित गाना “कैसी हैं मजबूरियां”। आपको जानकर हैरानी होगी इस गाने ने मोक्ष म्युजिक के पिछले सभी गानों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। ‘रिलीज के 2 दिन के भीतर ही इसने पार कर लिया एक लाख का जादुई आंकड़ा’। सबसे तेजी से इस आंकड़े को पार करने वाला गानाबन गया है ‘कैसी हैं मजबूरियां”।
‘मजबूरियां’ जिसे अपनी आवाज से सजाया है आईएस अधिकारी डाॅ. हरिओम ने. आपको बता दें हरीओम इससे पहले भी मोक्ष म्युजिक के कई गानों में अपनी आवाज दे चुके हैं। डा. हरिओम उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग के सचिव हैं। संगीतकार राज महाजन ने बड़ी ही संजीदगी से इसका संगीत दिया है। इस गाने से राज दिली तौर पर जुड़े हैं। उनका मानना है कि ‘इस गाने में उनके जीवन की भी झलक देखने को मिलेगी. आगे राज कहते हैं यह गाना उन सभी के लिए है जो अपने जीवन में करना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन कर नहीं पाते। इंसान के आस-पास कितनी मजबूरियां हो सकती हैं, ये गाना उनकी बानगी भर है। उम्मीद करता हूँ आप इस गाने से खुद को कनेक्टेड महसूस करेंगे। एक आदमी जिंदगी में किस हद तक लाचार हो सकता है। बस इसी मानसिक जद्दोजहद के बारे में है गाना ‘मजबूरियां’। इस गाने में मजबूरी के हालातों से जूझते नजर आये हैं साधनाटीवी डांसिंग वार फेम अमित (दा रोबो) और अंजू टिकू।