रसूलाबाद/कानपुर देहात, जन सामना। कोरोना वायरस संक्रमण से शहर और गांव की सड़कें सूनी हो गईं। लोग एक दूसरे को वाट्सऐप पर संदेश भेज कर घर में रहने की अपील कर है। पूरे देश में लाॅकडाउन है चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद है। इक्का दुक्का लोग यदि सड़क पर आते हुए दिखे तो उन्हे घर में रहने को कहा जाता है। पुलिस प्रशासन के आला अफसर सुबह से ही भ्रमण पर और मीटिंग का दौर चालू है।
कोरोना वायरस संक्रमण न फैले सरकार के द्वारा अधिकारियों को सेनीटाइज करने के सख्त निर्देश दिये गये है गली कूचे में कीटनाशक दवाएं छिड़कने के साथ साथ ही गाड़ियों में सैनिटाइज छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन देहात क्षेत्र में एैसा कुछ भी नहीं किया जा रहा है ग्राम पंचायत कहिंजरी खुर्द(पोवा) में कोई भी सरकारी अमला अभी तक नहीं पहुंचा है। तब गांव के समाजसेवी रामनरेश सिंह स्वयं से अपने आस-पास की गलियों को सेनीटाइज करने लगे ताकि कोरोना वायरस से बचा जा सके।
लाॅकडाउन में प्रबंधक बने मसीहा असहाय सैकड़ों लोगों को कराया भोजन
प्रयागराज, मिथलेश कुमार वर्मा। आज दिन शनिवार को मंदर मोड़ में इस मुश्किल घड़ी में गरीब और असहाय लोगों के लिए केडी कान्वेंट स्कूल बेगम बाजार बमरौली के प्रबंधक वरिष्ठ भाजपा नेता फूलचंद साहू लाॅकडाउन में ग्रामीण एरिया में फंसे सैकड़ों असहाय मजदूरों को भोजन कराया उन्होंने अपने घर पर ही लंच का पैकेट तैयार कराया। तहसील सदर अजय कुमार गुप्ता क्षेत्रीय लेखपाल प्रभाकर सिंह एवं क्षेत्रीय बमरौली पुलिस चौकी एसआई रमेश कुमार सिंह, सिपाही दीपक कुमार यादव, 112 नंबर की पुलिस एवं (एमएमयू) मेडिकल स्टाफ डॉक्टर अभिषेक राय, डॉक्टर महेंद्र पाल, डॉ मनीष कुमार, डॉक्टर रघुराज सिंह मौके पर उपस्थित रहे। मेडिकल स्टाफ ने सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया उसके बाद सभी को खाने-पीने की दिया गया। इस पर प्रबंधक फूलचंद साहू से बात की गई तो उन्होंने बताया कोई भूखा नहीं रहेगा। अगर कोई भूखा व्यक्ति दिखाई दे तो उसकी सूचना तुरंत पहुंचाये उसकी भोजन की व्यवस्था की जाएगी। मोदी जी योगी जी के सिद्धांतों को आगे बढ़ाना है।
Read More »लाॅकडाउन से जूझ रहे लोगों की मदद को आगे आये समाजसेवी
कानपुर, अर्पण कश्यप। मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है, ये कहावत आज सही साबित होते दिखती है क्योकि जहॉ एक ओर पूरी दुनियॉ कोरोना वायरस से जूझ रही है लाखों की संख्या में लोग मर रहे है हजारो लोग संक्रमित है जिससे बचने हेतु सरकार द्वारा लाॅकडाउन लगाया गया है। जिसके कारण लोग घरों में कैद है जिसकी वजह से दिहाड़ी मजदूरी करने वालों व भीख मॉग के खाने वालों के भूखे मरने की नौबत आ गयी है। जिससे निपटने के लिये देश-प्रदेश में सभी समाजिक संस्था व समाज सेवी लोग आगे आने शुरू हो गये है। कुछ लोग बना हुआ खाना व कुछ संस्था भोजन समाग्री लोगों तक पहुंचा कर लोगों की मदद करते नजर आ रहे है।
Read More »मजदूरों की मजबूरी समझें डॉ. मनोज वार्ष्णेय
विश्व में इस समय कोरोना का भय पूरी तरह फैला हुआ है। दुनिया कोरोना की गिरफ्त में हैं। सामान्य जन जीवन बाधित हुआ है। भारत भी कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित हुआ है। वायरस के संक्रमण को रोकने एवं सीमित करने की दृष्टि से मा. प्रधानमंत्री महोदय का पहले जनता कर्फ्यू और अब लॉकडाउन आदेश प्रशंसा योग्य है जिसकी पूरा विश्व सराहना कर रहा है परंतु जिस तरह से विदेश से भारतीयों को लाया गया है उससे कहीं ना कहीं हमने कोरोना से संक्रमित लोगों को अपने घर में लाकर लॉक डाउन कर दिया है क्योंकि विदेश से आने वाले भारतीय नागरिकों ने अपने आपको जांच से बचाने के लिए क्रोसिन, पेरासिटामोल जैसी दवाइयों को खाकर थर्मल जांच से बचने का प्रयास किया। इससे लगता है कि कहीं ना कहीं संक्रमण हमारे बीच ही है। दूसरी महत्वपूर्ण और चिंता करने वाली बात है हजारों मजदूरों का अपने घरों की ओर पैदल ही पहुंचने का प्रयास करना।
Read More »जनपद लाॅकडाउन के चलते धारा 144 लागू, 15 अप्रैल तक रहेगी प्रभावी: डीएम
लाकडाउन की अवधि में जनपद के सभी नागरिक आपातकालीन स्थिति को छोडकर अपने अपने घरों में रहेगे: डीएम
फल, सब्जी, दूध, किराना सम्बन्धी दुकानें प्रातः 7 बजे से 11 बजे तक ही खुलेगी
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत कोरोना वायरस के दृष्टिगत जनपद लाॅकडाउन 14 अप्रैल तक होने के चलते जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि लोक व्यवस्था/शांति व्यवस्था एवं जन सुरक्षा बनाये रखना अति आवश्यक है जिसके चलते जनपद जनपद में धारा 144 दिनांक 15 अप्रैल 2020 तक प्रभावी रहेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में किसी भी व्यक्ति/ संस्था, संगठन द्वारा कार्यक्रम/माध्यम से सम्पदायिक सदभाव व समाजिक सामंजस्य को बिगाडने का प्रयास नही किया जायेगा। ड्यूटी पर तैनात शाकीय कर्मचारियों, अधिकारियों और अन्य कर्मियों जो शासकीय अस्त्र, शस्त्र धारण करने हेतु अधिकृत है को छोडकर कोई भी व्यक्ति आग्नेय अस्त्र, विस्फोटक, पदार्थ, लाठी, बल्लभ, भाला अथवा तेज धार वाले हथियार लेकर सार्वजनिक रूप से न तो विचरण करेगा और न ही किसी प्रकार से ऐसे अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन करेगा।
जिलाधिकारी ने आपातकाल स्थिति में वाहन परमिट हेतु जिला कृषि अधिकारी को किया नामित
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोराना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जनपद कानपुर देहात में आवश्यक सेंवाओं को छोडकर समस्त सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, अर्द्धसरकारी उपक्रम स्वायत्तशासी संस्थाए राजकीय निगम, मंडल एवं सत व्यापारी प्रतिष्ठान, निजी कार्यालय, माॅल्स दुकानें, फैक्ट्रिया, वर्कशाल, गोदाम एवं सार्वजनिक परिवहन (रोडवेज सिटी परिवहन, प्राइवेट बसें, टैक्सी, आटो रिक्शा आदि) पूर्णतया बन्द रहने का आदेश दिया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बन्द के दौरान आपात स्थिति में आवश्यकतानुसार परिवहन साधनों को परमिट जारी करने के लिए संबंधित जनपद के जिला कलेक्टर अथवा उनके द्वारा नामित अधिकारी ही अधिकृत होंगे।
शासन व उच्च अधिकारियों को दैनिक सूचनाएं भेजने हेतु किया गया नामित
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव को लेकर भारत एवं राज्य सरकार अत्यन्त संवेदनशील है तत्क्रम में वर्तमान में भारत सरकार एवं राज्य सरकार लगातार महत्वपूर्ण निर्देशों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन प्रशासन के स्तर से पत्रों के अध्ययन/परिशील के उपरान्त संबंधित अधिकारियों से विचार विमर्श करके अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित कराये एवं विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर दैनिक सूचनाएं प्रशासन को भिजवाने हेतु बेसिक शिक्षा अधिकारी सुशील दत्त 9415809696 को नामित किया है तथा इस कार्य में सहयोग हेतु वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अजय शुक्ला 9044972052 को भी सम्वद्ध किया है। उन्होंने बताया कि उक्त अधिकारी अपर जिलाधिकारी प्रशासन कार्यालय में उपस्थित रहकर दैनिक सूचनाएं संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर प्रापत करेंगे तथा निर्धारित प्रारूप पर तैयार करवाते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन के माध्यम से शासन/मण्डल व अन्य उच्च अधिकारियों को ससमय भेजेगे। उक्त कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नही की जायेगी।
Read More »मुख्य सचिव ने लाॅक डाउन की अवधि तक यथा स्थान पर ठहरने की अपील की
कलेक्ट्रेट में पास लेने हेतु भीड़ न इकट्ठा हो, इसकी समुचित व्यवस्था की जाये: राजेन्द्र कुमार तिवारी
जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक भ्रमण कर सुनिश्चित करें कि कोई व्यक्ति भूखा न रहे: मुख्य सचिव
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने अन्य राज्यों में उत्तर प्रदेश के निवासियों कोे लाॅक डाउन की अवधि तक यथा स्थान पर ठहरने की अपील की है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु सोशल डिस्टेन्सिंग का भी पालन किया जाये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के निवासियों की सहायता हेतु नियमित समीक्षा कर प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि उनके ठहरने, भोजन, पेयजल एवं दवा इत्यादि की किसी प्रकार की असुविधा न हो। अन्य राज्यों में उत्तर प्रदेश के निवासियों की सहायता के लिये वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नोडल अधिकारी भी नामित किया गया है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पतालों में की गई तैयारियों का मण्डलायुक्त ने लिया जायजा
निरीक्षण के दौरान आइसोलेशन वार्ड में बेड, वेंटीलेटर, आक्सीजन, पी पी किट, वीटीएम तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं की ली जानकारी
मुुख्य चिकित्साधिकारी को प्रशिक्षित स्टाफ की माॅकड्रिल कराकर उनकी तैयारियों को परखने के दिए निर्देश
मण्डलायुक्त ने डाक्टरों व सहायक स्टाफ का मनोबल बढ़ाते हुए मानव सेवा के साथ देश सेवा करने के लिए किया प्रेरित
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। मण्डलायुक्त आर0 रमेश कुमार ने आईजी जोन कवींद्र प्रताप सिंह के साथ अस्पतालों में की गई तैयारियों का जायजा लिया और डाक्टरों तथा सहायक स्टाफ का मनोबल बढ़ाते हुए मानव सेवा के साथ देश सेवा करने के लिए उन्हें प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के समय सबसे महत्वपूर्ण भूमिका डाक्टरों की है।
प्रथमतया बेली अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कोरोना से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की तथा आइसोलेशन वार्ड जाकर बेड, वेंटीलेटर, आक्सीजन, पी पी किट, वीटीएम तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं की जानकारी ली।
’ शायद प्रकृती हमसे कुछ कहना चाहती है’
’शायद प्रकृती हमसे कुछ कहना चाहती है’
’अपनो से, अपने आप से, मुलाकात करो ना !
मानो या ना मानो, कोई तो दिव्यशक्ती है,
जो आपसे, मुझसे, हम सबसे ज्यादा बड़ी है!
जो आपसे और मुझसे कहीं ज्यादा समझती और समझा सकती है!
क्या पता इस तेज ’वायरस’ के भय में
जिन्दगी का कोई ऐसा सच छुपा हो,
जो आप और मैं, अब तक नकार रहे थे ?
शायद प्रकृति हम से कुछ कहना चाह रही थी
पर जीवन की पागल आपा-धापी में
हमें वक्त ही नहीं मिलता की हम उसकी या किसी की, कुछ भी सुने।
हो सकता है कि, ये ’वायरस’ हमें फिर जोड़ने आया है – अपनी धरा से,
अपनों से और अपने आप से!
शायद हवाई जहाज का कार्बन कम हो
तो आकाश भी अपने फेफड़ों में ऑक्सीजन भर पाएगा।
शॉपिंग मॉल, सिनेमा घरों में कुछ दिन के लिए ताले लगे
तो शायद दिल के ताले स्वतः ही खुल जाएंगे।
’हो सकता है किताब के पन्नों में सिनेमा से अधिक रस मिले।