ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। बीते दिन ही क्षेत्र में घूम रहे बिना नंबर प्लेट और काली फिल्म लगी वाहनों पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया, जिसमें यह दर्शाया गया था कि ऊंचाहार तहसील परिसर के अंदर ही एक लंबी कार जिसके सभी शीशों पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी उसके साथ कार के आगे और पीछे की दोनों नंबर प्लेट भी गायब थी। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है, चुनाव आयोग भी प्रबल है फिर भी क्षेत्र में आचार संहिता का उल्लंघन लगातार जारी है। जहां एक ओर प्रशासन ने शांति भंग की आशंका में लगभग 5067 लोगों को ऊंचाहार क्षेत्र में पाबंद किया है जो कि निरंतर तहसील प्रशासन में अपनी जमानत के लिए भी लाइन लगाए हुए दिख रहे हैं ऐसे में तहसील परिसर के अंदर देखा गया कि काली फिल्म लगी वाहन जिसमें की नंबर प्लेट भी नहीं थी अधिकारियों के कार्यालय के आमने सामने से भी बेझिझक और बेखौफ घूम रही थी। जिसे देखकर परिसर में मौजूद तमाम लोग आश्चर्य में थे कि कहीं कोई अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति या फिर कोई वीआईपी इस वाहन में मौजूद तो नहीं। देखा गया कि लोग सहमें भी थे और कुछ लोगों का तो कहना था कि ऐसे लोग बेखौफ घूम रहे हैं और ग्रामीणों को अराजक तत्वों की सूची में शामिल किया जा रहा है। जिससे यह मालूम होता है कि जिले की यातायात व्यवस्था लचर है। सब लोग नियम तोड़ रहे हैं। अब तो हाल ये है कि लोग खुलेआम अपनी गाडिय़ों में काला शीशा लगा कर बेखौफ घूम रहे हैं। यदि इन वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो काला शीशा लगे इन वाहनों से आपराधिक घटनाओं को भी भविष्य में अंजाम दिया जा सकता है। खबरों के प्रकाशन पर प्रशासन का आश्वासन तो मिला लेकिन आज फिर क्षेत्र के पुलिस चेक पोस्ट के नजदीक और डिग्री कॉलेज के मुख्य गेट पर दोपहर से खड़ी एक कार जिसके सभी शीशों पर काली फिल्म लगी हुई थी और शाम तक खड़ी रही। वहीं पास में खड़े लोगों ने बताया कि यह वाहन दोपहर से खड़ा है पुलिस की डायल 112 जीप भी यहां काफी देर खड़ी थी और फिर चली गई। इससे यह मालूम होता है कि खबरों के प्रकाशन पर प्रशासन चिंतित नहीं है। मीडिया द्वारा ऐसे वाहनों की फोटो खींचना भी मुश्किल होता है और उन्हें भय भी होता है कि फोटो खींचने के लिए नजदीक जाने पर वाहनों में बैठा व्यक्ति किसी भी तरह का व्यवहार पत्रकार के साथ कर सकता है। इस प्रकाशन का उद्देश्य गांव, मोहल्ले, क्षेत्र में, समाज में ऐसे वाहनों को देखकर लोगों के मन में भय न व्याप्त हो जबकि इस समय राजनीति का माहौल गर्म है। इसलिए प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया।
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