शासन व विभागाध्यक्ष मुख्यालय जनपदीय अधिकारियों को अधिकतम दो माह में एक बार ही बुलाएं: मुख्य सचिव
बैठकों में बार-बार बुलाने से अनावश्यक रूप से होता हैे कार्य बाधित: राजेन्द्र कुमार तिवारी
मुख्य सचिव ने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं सचिवों को परिपत्र के माध्यम से दिये निर्देश
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी समस्त अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों एवं सचिवों को निर्देश दिये कि वे अपने अधीनस्थ विभागों के शासकीय कार्यों का स्थानीय स्तर पर सम्पादन में अनावश्यक विलम्ब को रोकने के दृष्टिकोण से शासन व मुख्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली बैठकों में जनपदीय अधिकारियों को आवश्यकतानुसार अधिकतम दो माह में एक बार ही बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि शासन व मुख्यालय स्तर पर जनपदीय अधिकारियों को बैठकों में बार-बार बुलाये जाने से अनावश्यक रूप से कार्य स्थानीय स्तर पर बाधित होता है।
शासन व विभाग की पत्रावलियां अधिकतम तीन दिन में निस्तारित कराया जाना अनिवार्य: मुख्य सचिव
लम्बित प्रकरणों का नियमानुसार निस्तारण में अनावश्यक विलम्ब क्षम्य नहीं: राजेन्द्र कुमार तिवारी
मुख्य सचिव ने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं सचिवों को परिपत्र के माध्यम से दिये निर्देश
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिये हैं कि शासन व विभाग की पत्रावलियों को पत्रावलियां प्राप्त होने की तिथि पर ही निस्तारित की जाएं। उन्होंने कहा कि अपरिहार्यता की दशा में विलम्बतम तीन दिन में अवश्य निस्तारित कराया जाना सुनिश्चिित की जाए।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज समस्त अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों एवं सचिवों को परिपत्र के माध्यम से दिये। उन्होंने कहा कि शासन व विभाग की पत्रावलियां विभिन्न स्तरों पर लम्बी अवधि तक लम्बित होने से प्रकरणों के निस्तारण में अनावश्यक विलम्ब होता है।
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डाक सेवाओं के लिए अहम रहा वर्ष 2019
राजधानी लखनऊ में हुए तमाम नवाचार – डाक निदेशक केके यादव
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। डाक विभाग दिनों-ब-दिन अपने को अद्यतन कर रहा है, चाहे वह सेवाओं का मामला हो या टेक्नालॉजी का। वर्ष 2019 में भी डाक सेवाओं में तमाम नवाचार हुए। लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वर्ष 2019 में ग्रामीण डाकघरों को टेक्नोलॉजी से अद्यतन करने के लिए दर्पण सी०एस०आईं० का रोल आऊट किया गया। शहरों में लेटर बॉक्स को स्मार्ट बनाते हुए पत्र निकासी की सूचना के तात्कालिक अपडेशन के लिए ‘नन्यथा’ सॉफ्टवेयर की शुरुआत की गई। ग्राहकों को डाक वितरण की वास्तविक समय वितरण सूचना उपलब्ध कराने के लिए ‘पोस्टमैन मोबाइल एप्प’ की शुरुआत की गई। ई कामर्स के दौर में पार्सल के त्वरित वितरण के लिए लखनऊ जीपीओ व चौक प्रधान डाकघर में नोडल डिलीवरी सेंटर बनाये गए, जहाँ से शहर भर के पार्सलों का वितरण होता है। पार्सल वितरण के लिए मेकेनाइज्ड बीट बनाते हुए मारुति वैन व मोटर साइकिल का इस्तेमाल आरम्भ किया गया।
केंद्र और राज्य सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत लोगों से जोड़ने हेतु इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते का इस्तेमाल किया जा रहा है। लखनऊ परिक्षेत्र में 3.27 लाख खाते खुल चुके हैं। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि “इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक” के द्वारा संचालित आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सेवा के अंतर्गत घर बैठे बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के किसी भी बैंक से 10,000 रुपये तक निकालने की सुविधा की सितंबर 2019 में शुरुआत हुई । ग्रामीण लोगों को डिजिटल ट्रांसेक्शन के लिए प्रेरित करने के क्रम में IPPB सक्षम ग्राम बनाये गए।