सभी कार्यालयों में सेनेटाइजर अवश्य रहे, सोशल डिस्टेसिंग का किया जाये पालन, कार्यालयों में मास्क लगाकर किया जाये कार्य: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते कलेक्ट्रेट कार्यालयों व शौचालयों का किया निरीक्षण। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट नाजिर जगदीश यादव को निर्देशित किया कि कोरोना वायरस के चलते सभी शौचालय साफ सुथरे होने चाहिए तथा जहां कही आवश्यकता के अनुसार जो डिस्टबीन पुरानी, टूटी है उसे बदलकर नयी रखे तथा वही जिलाधिकारी ने शौचालयों में लगे तालों पर नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिये कि आमजन के लिए अलग, कर्मचारियों व महिलाओं के लिए अलग कर दे तथा वहां पर साइन बोर्ड भी लगा दे जिससे कि शौचालय के लिए जाने वाले को पता चले कि कहा जाना है।
अज्ञात शव के सम्बन्ध में दे जानकारी
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। डेरापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बरगदियापुर नहर में बोरे में दिनांक 4 मार्च 2020 को एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। जिसकी अभी तक शिनाख्त नही हो सकी है जिसका थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 72/2020 धारा 302/201आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक थाना डेरापुर शशि भूषण मिश्रा ने बताया कि मृतक अज्ञात का शव आख कान दबी हुयी कान कद औसत गोल चपटा चेहरा व नाम बैठी हुयी है। मजबूत जिस्म रंग गेहुआ लम्बाई करीब 5 फुट उम्र करीब 25-30 वर्ष है तथा मृतक अज्ञात काली टीशर्ट उसके ऊपर नीली जैकेट पैन्ट काला व मोजा मध्यम कलर, भूरे रंग की जैकेट दाहिने हाथ में सफेद धातु की अंगूठी व बाये हाथ में साधारण अंगूठी व चड्ढी बादामी कलर पहने है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त के सम्बन्ध में कोई जानकारी प्राप्त होने पर प्रभारी चैकी दस्तमपुर थाना डेरापुर संतोष कुमार 7905243704, प्रभारी निरीक्षक थाना डेरापुर शशिभूषण मिश्र 9454403695, क्षेत्राधिकारी डेरापुर रामकृष्ण मिश्र 9454401472 पर सम्पर्क कर दे सकते है।
ऑनलाइन रोजगार मेले का आयोजन 8 जुलाई को
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिला सेवायोजन कार्यालय, कानपुर देहात द्वारा प्रवासी श्रमिक पुरूष/महिला बेरोजगारों के लिए दिनाॅक 08 जुलाई 2020 को ऑनलाइन रोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा जिसमें कम्पनियों/संस्थाओ द्वारा ऑनलाइन साक्षात्कार का आयोजन किया जाएगा।
उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला सेवायोजन अधिकारी ने बताया कि यह रोजगार मेला पूर्णतया आनॅलाइन है इसमें अभ्यर्थियों को नियोजकों/कम्पनिंयों द्वारा ऑनलाइन साक्षात्कार लिया जायेगा अभ्यर्थियों को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। अभ्यर्थियों के मोबाइल नम्बर पर ही नियुक्ति की सूचना दी जायेगी। रोजगार मेले के लिये इच्छुक अभ्यर्थी दिनाॅक 08 जुलाई 2020 तक अपना ऑनलाइन आवेदन सेवायोजन कार्यालय की वेबसाइट https://sewayojan.up.nic.in/ (सेवा मित्र एप) पर पंजीयन कराए अपने रोजगार पंजीयन (कार्ड) आई0डी0 के माध्यम से कर सकते है। साक्षात्कार हेतु कम्पनी/संस्थाओं द्वारा दूरभाष के माध्यम से अभ्यर्थियों से सम्पर्क किया जायेगा।
अनंत देव: एसटीएफ से हटा कर जय वाजपेयी संबंध की जाँच की मांग
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने थाना चौबेपुर, कानपुर में घटित घटना के क्रम में कानपुर स्थित जय वाजपेयी व पूर्व एसएसपी कानपुर नगर अनंत देव के बीच सामने आई निकटता की जाँच की मांग की है।
डीजीपी यूपी एच सी अवस्थी को भेजे अपने पत्र में अमिताभ ने कहा है कि जय वाजपेयी विकास दूबे का अत्यंत निकट बताया जा रहा है और अनंत देव का भी। इन दोनों की निकटता वाली कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमे एक फोटो में अनंत देव के ट्रान्सफर से संबंधित कुछ टिप्पणी है।
उन्होंने कहा कि जय बाजपेई पर विकास दूबे के बल पर जमीनों की खरीद फरोख्त करने तथा बहुत कम समय में बहुत अधिक संपत्ति हासिल करने का आरोप लग रहा है। कहा जा रहा है कि कई केस में वांछित होने के बाद भी पुलिस ने उसके पासपोर्ट में सही रिपोर्ट लगा दिया।
बसंत पेट्रोल पंप पर घटतौली का आरोप लगाकर किया हंगामा
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। कानपुर दक्षिण क्षेत्र में बर्रा थाना अंर्तगत बर्रा-8 गुजैनी चैकी क्षेत्र में संचालित बसंत पेट्रोल पम्प पर बुधवार सुबह को पेट्रोल की माप में घटतौली का आरोप लगाकर एक होमगार्ड का हंगामा घंटों डायल 112 मिलाने पर भी नहीं मिला नम्बर होमगार्ड ने गुजैनी चौकी जाकर दी सूचना हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
होमगार्ड अनिल कुमार यादव पुत्र रघुवीर सिंह यादव निवासी मेहरबान सिंह पुरवा कलक्टरगंज थाने में पीआरवी 4706 का परिचालक पद तैनात हैं।
नाइट शिफ्ट की अपनी डयूटी करके वापस आते समय बर्रा-8 बसंत पेट्रोल पर 5 लीटर पेट्रोल डलवाया तेल कम होेने के शक पर अनिल द्वारा तेल निकाल कर तेल की तौल करने पर तेल साढ़े तीन लीटर ही निकला।
भारतीय सेना की तरह पुलिस पर भरोसा क्यों नहीं है? -प्रियंका सौरभ
देश भर में हम आये दिन पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गए लोगों की मृत्यु और यातना की घटना को सुनते हैं जिसके फलस्वरूप पुलिस की छवि पर दाग लगते है। यही नहीं अपराधी प्रवृति के लोगों में पुलिस के प्रति क्रूरता जन्म लेती है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अभी-अभी पुलिस वालों के साथ हुई मुठभेड़ और पुलिस वालों का इस तरह शहीद होना भारत की विघटित होती आपराधिक न्यायिक प्रणाली की ओर इशारा करते हुए देश में पुलिस सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है। देश में अधिकांशतः राज्यों में पुलिस की छवि तानाशाहीपूर्ण, जनता के साथ मित्रवत न होना और अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने की रही है।
रोज़ ऐसे अनेक किस्से सुनने-पढ़ने और देखने को मिलते हैं, जिनमें पुलिस द्वारा अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया जाता है। पुलिस का नाम लेते ही प्रताड़ना, क्रूरता, अमानवीय व्यवहार, रौब, उगाही, रिश्वत आदि जैसे शब्द दिमाग में कौंध जाते हैं। देश भर में आज पुलिस व्यवस्था में सुधार के साथ ही न्यायिक प्रक्रियाओं के उचित उपयोग का मुद्दा भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि प्रायः यह देखा जाता है कि रिमांड के संदर्भ में याचिका स्वीकार करते हुए न्यायिक दंडाधिकारी उसकी प्रासंगिकता पर विचार नहीं करते हैं और वे पुलिस के प्रभाव से प्रभावित होते हैं।
पशुपालन से बेरोजगार बन सकते हैं आत्मनिर्भर -डॉo सत्यवान सौरभ
कोरोना संकट के कारण बाहरी प्रदेशों से बहुत से लोग वापस आए हैं और उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाना देश के सामने बड़ी चुनौती है ऐसे में पशु पालन स्वरोजगार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हाल ही में आत्मनिर्भर भारत अभियान प्रोत्साहन पैकेज के अनुकूल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 15,000 करोड़ रुपये के पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास फंड (एएचआईडीएफ) की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी भी दी है । डेयरी सेक्टर के लिए पशुपालन आधारभूत संरचना विकास निधि के तहत 15,000 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया है। डेयरी क्षेत्र में प्रोसेसिंग मे प्राइवेट इन्वेस्टर्स को बढ़ावा दिया जाएगा। डेयरी प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और मवेशियों के चारे के लिए के बुनियादी ढांचे में निजी निवेशकों को जगह दी जाएगी। पशुपालन में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए 15,000 करोड़ रुपए का एनीमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्र्रक्चर डेवलपमेंट फंड जारी किया गया है।
Read More »प्रवासी श्रमिकों की बस्ती में मास्क और मिठाई बांट कर मनाया डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक नन्द गोपाल गुप्ता ” “नन्दी” ने नैनी क्षेत्र में प्रवासी श्रमिकों की बस्ती में जाकर मिठाई व मास्क वितरित करके मनाया अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती।
श्री नन्दी ने कहा कि एक राष्ट्र में “एक प्रधान, एक निशान, एक विधान” के उद्घोषक एवं प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की 119वीं जयंती उन्हें नमन करता हूं।
श्री नन्दी ने ये भी कहा कि हम सबके प्रेरणा स्रोत, मानवता के सच्चे उपासक, भारतीय संस्कृति के नक्षत्र, अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक, परम श्रद्धेय डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर उनके चरणों में कोटिश: नमन करता हूं!
श्री नन्दी ने ये कहा कि उनके अमूल्य और प्रखर विचार सदैव देशवासियों को मां भारती की सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। उनका जीवन और व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों का पथ आलोकित करता रहेगा।
राशन कार्ड धारकों ने जिला पूर्ति कार्यालय का किया घेराव, उड़ी सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
इटावा, राहुल तिवारी। जहां एक तरफ प्रशासन कोरोनावायरस के चलते हर वर्ग के लोगों को राशन मुहैया कराने के लिए आए दिन प्रयास कर रहा है वही इटावा जनपद में आज बड़ी संख्या में 200 से 250 लोगों ने अपने राशन कट जाने के बाद जिला पूर्ति कार्यालय का घेराव किया। जिस पर जिला पूर्ति अधिकारी ने राशन कटने का कारण आधार लिंक ना होना बताया वही गुस्साई भीड़ ने इसका विरोध करते हुए अपने आधार को लिंक बताया। और वही ऑफिस छोड़कर जिला पूर्ति अधिकारी जब जाने लगे तो मीडिया द्वारा इसकी जानकारी लेने पर मीडिया से बचते नजर आए वही गुस्साई भीड़ ने जिला पूर्ति अधिकारी का रास्ता रोक मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया।
भीड़ के आक्रोश को बढ़ते देख जिला पूर्ति अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट के ऑफिस में जा बैठे जहां पूरी भीड़ ने राशन की मांग को लेकर नारेबाजी की जिससे सिटी मजिस्ट्रेट ने ऑनलाइन करा कर राशन देने का आश्वासन दिया।
प्रतिभाओं का हनन–एक चर्चा
हमारे देश में प्रतिभाओं की भरमार है किंतु विडम्बना यह है कि प्रतिभाएं कराह रही है कई कई कुरीतियों, सरकारी नीतियों, समाज में व्याप्त विसंगतियों, राजनैतिक दखलंदाजी, दबाव, अनैतिक व्यवहार, दुराचार, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी व भाई-भतीजावाद के अनुचित दबाव से। यह उन प्रतिभाओं व हमारे देश समाज के लिए शुभ संकेत नीं है। दुर्भाग्यशाली हैं हम कि स्वार्थ व स्वान्तः सुखाय की अति के वशीभूत हो इन विसंगतियों को आंख मूंदकर स्वीकार कर रहे है, अपनी अंतरात्मा की अनसुनी करते हुए इसे अपने स्तर पर उचित भी ठहरा रहे हैं।
सबसे पहली विडम्बना देखिए कि किसी विशेष सामाजिक उद्देश्य-दुर्बल, पिछड़ी जाति की समता- को लेकर बनाई गई समयबद्ध सरकारी सुविधाजनक रोजगार आरक्षण व्यवस्था की उद्देश्य प्राप्ति व समय सीमा समाप्त हो जाने के उपरांत भी वह व्यवस्था राजीनीतिक व सियासी हथकंडों में फंसी समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही।कोई भी सरकारी तंत्र सत्तामोह या कहें निहितस्वार्थी सामाजिक विरोध के चलते यह कदम उठाने से कतरा रही है। जबकि सरकारी रोजगार में यह विषमता आज पूर्णतयः समाप्त ही नहीं हो गयी है बल्कि अब तो इसने सामान्य प्रतिभाओं का अतिक्रमण तक कर लिया है। प्रारम्भिक स्तर से उच्च स्तर तक सरकारी सुविधाएं प्राप्त यह वर्ग अब प्रतिभा हनन की आंख की किरकिरी बनता जा रहा है।