मुंबई, जन सामना ब्यूरो। हिंदी फीचर फिल्म शूद्र अ लव स्टोरी का प्रथम पोस्टर सामने आ गया है। यह फिल्म साहीन फिल्मस इंटरटेनमेंट के बैनर तले महाराष्ट्र और गुजरात में 15 फरवरी से प्रदर्शित की जाने वाली है। साथ ही इसके तुरन्त बाद सम्पूर्ण भारत के सिनेमाघरों में दस्तक दे देगी। संजय आर निषाद के निर्देशन में बनी यह फिल्म वर्ण व्यवस्था पर करारी चोट करेगी। जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कि फिल्म की कहानी निम्न और उच्च वर्ग के बीच की खाई पर आधारित है। परन्तु फिल्म में मानवता को प्रमुखता से दर्शाया गया है। इसकी कहानी सुरेश एकलव्य ने लिखी है और फिल्म के निर्माता हैं नबी नूर मंसूरी। वहीं कलाकारों में हैं शिवदानी गिरी, नवी नूर मंसूरी, धनवंत झिक्का, पूनम मोर्या, आरतीश्री, रागिनी, अवधेश निषाद, खन्ना बंधु, मुकेश कुमार ऋषि वर्मा आदि। डीओपी मनोज राजभर, सम्पादन प्रीत स्टूडियो।
शूद्र अ लव स्टोरी में सभी कलाकारों का अभिनय उम्दा है। गीत संगीत भी उच्चस्तरीय हैं। लेकिन यह तो समय ही बतायेगा कि शूद्र अ लव स्टोरी दर्शकों पर जादू कर पाती है या नहीं। वहीं शूद्र अ लव स्टोरी की पूरी टीम फिल्म को लेकर काफी उत्साहित है। प्रथम पोस्टर सामने आ चुका है, जो काफी आकर्षक है।
नितिन गडकरी ओडिशा में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए भूमि पूजन करेंगे
पारादीप बंदरगाह में 431 करोड़ रुपये की लागत वाली एक परियोजना का उद्घाटन करेंगे और 3206 करोड़ रुपये की लागत वाली छह बंदरगाह परियोजनाओं के लिए आधारशिला भी रखेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, नौवहन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी कल ओडिशा के ढेंकनाल जिले के कामाख्यानगर में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए भूमि पूजन करेंगे। इन राजमार्ग परियोजनाओं की कुल लंबाई 132 किलोमीटर है और इस पर 2345 करोड़ रुपये की लागत आएगी। केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान भी उनके साथ होंगे।
श्री गडकरी कल पारादीप बंदरगाह भी जाएंगे। वहां 431 करोड़ रुपये की लागत वाली बंदरगाह परियोजना का उद्घाटन करेंगे और 3206 करोड़ रुपये की लागत वाली छह परियोजनाओं के लिए आधारशिला भी रखेंगे।
शहरी समृद्धि उत्सव का शुभारंभ
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। शहरी समृद्धि उत्सव, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की एक पहल है, जिसका लक्ष्य दीनदयाल अंत्योदय मिशन-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम) के लाभ सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचाना है। यह आयोजन अपनी पहलों को प्रदर्शित करता है तथा सरकार की अन्य योजनाओं तक स्व सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों की पहुंच सुगम बनाता है। देश भर में इसका शुभारंभ इस सप्ताह के आरंभ में किया गया।
शहरी समृद्धि उत्सव के पहले दिन देशभर में महिला स्व सहायता समूहों की अगुवाई वाली रैलियों के साथ हुई। ये रैलियां शहरों में रहने वाले गरीब समुदायों में डीएवाई-एनयूएलएम के बारे में जागरूकता फैलाती हैं। बहुत से राज्यों द्वारा रोजगार मेलों तथा महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए मेलों का आयोजन किया गया और ये आयोजन अगले दो हफ्तों तक जारी रहेंगे।
शहरी समृद्धि उत्सव के माध्यम से शहरों के स्व सहायता समूहों के सदस्यों को राष्ट्रीय स्तर की सरकारी योजनाओं अर्थात स्वच्छ भारत मिशन (यू), प्रधानमंत्री आवास योजना (यू), प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना. प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना तथा राष्ट्रीय पोषण मिशन से जोड़ा जा रहा है।
नये सरकारी स्टॉक की बिक्री (पुनर्निर्गम) के लिए नीलामी
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। भारत सरकार ने (i) मूल्य आधारित नीलामी के जरिए 3,000 करोड़ रुपये (सांकेतिक) की अधिसूचित राशि के लिए ‘7.32 प्रतिशत सरकारी स्टॉक 2024’ (ii) मूल्य आधारित नीलामी के जरिए 4,000 करोड़ रुपये (सांकेतिक) की अधिसूचित राशि के लिए ‘7.26 प्रतिशत सरकारी स्टॉक 2029’ (iii) मूल्य आधारित नीलामी के जरिए 2,000 करोड़ रुपये (सांकेतिक) की अधिसूचित राशि के लिए ‘8.24 प्रतिशत ब्याज वाले सरकारी स्टॉक 2033’ (iv) मूल्य आधारित नीलामी के जरिए 3,000 करोड़ रुपये (सांकेतिक) की अधिसूचित राशि के लिए ‘7.06 प्रतिशत सरकारी स्टॉक 2046’ के विक्रय (पुनर्निर्गम) की घोषणा की है।
कुल अधिसूचित धनराशि की 12,000 करोड़ रुपये की सीमा को देखते हुए भारत सरकार के पास उपर्युक्त किसी भी स्टॉक के सापेक्ष 1,000 करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त अभिदान अपने पास रखने का विकल्प होगा। बहुविध मूल्य प्रणाली के इस्तेमाल द्वारा ये नीलामियां आयोजित की जाएंगी। भारतीय रिजर्व बैंक के मुम्बई कार्यालय, फोर्ट, मुंबई द्वारा ये नीलामियां 8 फरवरी, 2019 (शुक्रवार) को आयोजित की जाएंगी।
सरकारी प्रतिभूतियों की नीलामी से जुड़ी गैर-प्रतिस्पर्धी बोली सुविधा की योजना के अनुसार स्टॉक की बिक्री की अधिसूचित राशि के 5 प्रतिशत तक का आवंटन पात्र व्यक्तियों एवं संस्थानों को किया जाएगा।
राष्ट्रपति 2017 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान करेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद कल राष्ट्रपति भवन में विशेष अलंकरण समारोह में प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 2017 प्रदान करेंगे।
संगीत नाटक अकादमी की सामान्य परिषद, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्र संस्था राष्ट्रीय संगीत, नृत्य और नाटय अकादमी ने 8 जून, 2018 को इम्फाल (मणिपुर) में अपनी बैठक में संगीत, नृत्य, थिएटर, पारंपरिक / लोक / जनजातीय, संगीत / नृत्य / थिएटर / कठपुतली कला तथा कला के क्षेत्र में समग्र योगदान / छात्रवृत्ति के क्षेत्रों में 42 कलाकारों का चयन संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार 2017 के लिए किया था। 42 कलाकारों में एक संयुक्त पुरस्कार विजेता हैं।
संगीत के क्षेत्र में अकादमी पुरस्कार 2017 के लिए 11 जाने माने कलाकार- कलाकार चुने गये हैं। ये कलाकार हैं – ललित जे राव – हिन्दुस्तानी गायन, उमाकांत गुन्देचा और रमाकांत गुन्देचा (गुन्देचा बंधु) (संयुक्त पुरस्कार) – हिन्दुस्तानी गायन, योगेश समसी हिन्दुस्तानी वाद्य – तबला, राजेन्द्र प्रसन्ना – हिन्दुस्तानी वाद्य – शहनाई / बांसुरी, एम.एस. शीला – कर्नाटक गायन, सुमा सुधीन्द्र – कर्नाटक वाद्य – वीणा, तिरूवरूर वैद्यनाथन – कर्नाटक वाद्य – मृदंगम, शशांक सुब्रमणयम – कर्नाटक वाद्य – बांसुरी, मधुरानी – सुगम संगीत, हेमंती शुक्ला – सुगम संगीत, गुरनाम सिंह –– गुरबानी हैं।
आयुष मंत्री कल नई दिल्ली में राज्यों के आयुष और स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। आयुष मंत्रालय कल नई दिल्ली में राज्यों के आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित करेगा। आयुष क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श में भाग लेने के लिए राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के आयुष और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन के जिन मुख्य विषयों पर चर्चा होने की संभावना है, उनमें शामिल हैं – राष्ट्रीय आयुष मिशन, आयुष्मान भारत में आयुष सेवाओं का समन्वय, औषधीय पौधे, आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी शैक्षिक संस्थान, आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी दवाओं का गुणवत्ता नियंत्रण, औषधियों से जुड़ी केन्द्रीय क्षेत्र की योजनाएं और विशेष कार्यक्रम तथा परियोजनाएं शामिल हैं।
Read More »ममता सरकार का सी बी आई पर सर्जिकल स्ट्राईक
बंगाल में पुलिस कमिश्नर को बचाने के चक्कर में ममता सरकार अब पूरी तरह तानाशाह की भूमिका मे आ गयी है। ममता बनर्जी जिस तरह बंगाल मे खुलेआम हिंसात्मक रवैये पर उतारू है उससे तो अब लग रहा की बंगाल की जनता को ममता का मोह छोड़ना पड़ सकता है। गत दिनों शारदा चिट फण्ड मामले मे कमिश्नर से पूछताछ करने गयी सी बी आई के छः अधिकारियों को पुलिस ने ममता के इसारे पर घेर कर गिरफ्तार कर लिया जो लोकतंत्र की खुलेआम हत्या है। नए सियासी ड्रामे में इस मामले को दबाने के लिए अब ममता अनसन पर बैठ गयी है जो इस बात का प्रतीक है कि ममता पूरे घोटाले से जनता का ध्यान हटाकर चुनाव को अपने पक्ष मे करना चाहती है। खैर ममता दीदी की सच्चाई अब धीरे धीरे जनता के बीच आ रही। पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं की संख्या 50 लाख से 2 करोड़ के आसपास है लेकिन एक भी फ्री सस्ते इलाज वाले मल्टी सुपरटेलिटी हाॅस्पिटल नहीं है, या हैं भी तो सब फुल हैं और उनमें लूट चल रही है मैं ये बात इस लिए कह रहा हूँ कि बंगाल में अस्पतालों में पूर्वी उत्तर प्रदेश और सिलीगुड़ी जैसे बाहरी इलाकों से लोग इलाज के लिए आते हैं जिनमे सबसे अधिक संख्या हिन्दुओ की होती है और इन गरीब लोगों को बहुत मुश्किल से इलाज मिल पाता है क्योंकि बहुत भीड़ होती है यहाँ के अस्पतालों में।
अभी कुछ दिन पहले की बात है मैं एक राज्य सरकार के सरकारी अस्पताल में किसी के इलाज के लिए गया था वो बाहर से आए थे और वह अचानक बीमार हो गए थे उनके पास कोई भी रेफर डाॅक्यूमेंट या हेल्थ रिकाॅर्ड नहीं था तो उनका पर्चा नहीं बन रहा था तो मैंने वहाँ की डायरेक्टर की अस्सिस्टेंट से बात की पर्चा बन गया। जब मैं उनके वहाँ से निकल कर फ्लोर पर अपने मरीज के पास जा रहा था तभी मैंने देखा एक बच्ची और उसका परिवार सिलीगुड़ी से इलाज के लिए 12 बजे पहुँचे बच्ची के पेट में बहुत दर्द हो रहा था और वह सीढ़ी के कोने में लोट रही थी काफी टाइम से बच्ची तड़प रही थी उसका परिवार गरीब था इलाज कहाँ कराता, तो वह सीधा बस से 12 बजे बच्ची को लेकर यहाँ पहुँचे, न जाने कितनी तकलीफ से वह बच्ची यहाँ पहुँची होगी आप सोच भी नहीं सकते। हाॅस्पिटल में उनके पिता इधर उधर दौड़ रहे थे माँ बच्ची को पकड़ के बैठी थी 7 साल की मासूम को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है सभी डाॅक्टर सामने से निकल जा रहे थे माँ कह रही थी हमारी मदद करो कोई नहीं सुन रहा था मैं खड़ा देख रहा था अपने मरीज का पर्चा जमा कराने के बाद मैं 5 मिनट बाद लौटा और उनसे उनके बारे में बात की और फिर चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट के रूम में पहुँचा जहाँ अपना पर्चा बनवाया था तो उनकी वार्डेन कहीं गयी हुई थी मैं 10 मिनट इंतेजार करने के बाद वापस उस बच्ची के पास गया उसे देखने वहाँ से 2 मिनट की दूरी पर वो बिल्डिंग थी जब पहुँचा तो वह बच्ची और उसका परिवार वहाँ मौजूद नहीं था मैंने जब उनको ढूँढना शुरू किया तो वह मुझे हाॅस्पिटल के बाहर आॅटो पर बैठकर जाते हुए दिखे। पता नहीं उस बच्ची का क्या हुआ होगा ऐसा हमारे बहुत से गरीब हिन्दू भाइयों बहनों के साथ रोजाना कहीं न कहीं होता है ये इतने अमीर नहीं हैं कि किसी पास के बड़े हाॅस्पिटल में इलाज करवा सके।
सर्कस कलाकार डेयरडेविल हैंः श्वेता त्रिपाठी
मिर्जापुर । वेब शो मिर्जापुर में अपने प्रदर्शन के लिए मिली प्रशंसा के बाद, अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता लेखक राजू मुरुगन के रोमांस ड्रामा सर्कस के साथतमिल फिल्म में शुरुआत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
मेहन्दी, जो एक सर्कस कलाकार है, का कैरेक्टर निभा रही श्वेता ने इसके लिए असल में सर्कस कलाकारों से प्रशिक्षण लिया है।
अपनी ट्रेनिंग के बारे में बात करते हुए श्वेता कहती हैं, “मैं वाकई उत्साहित हूं क्योंकि यह मेरी पहली तमिल फिल्म है। असल सर्कस कलाकारों से प्रशिक्षण लेना एक बहुत बड़ी सीख थी। मैं हमेशा किताबों और शो से जाना था कि सर्कस कलाकारों का जीवन आसान नहीं होता है, लेकिन उनके साथ समय बिताने और उनसे सीखने ने उनके द्वारा निरंतर जीवन और मौत के बीच जूझने के संघर्ष का एहसास कराया। उनके पास अच्छी गुणवत्ता वाले सुरक्षा उपकरण नहीं होते हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय कलाकार के पास होते हैं। बावजूद इसके उनका काम काफी प्रेरणादायक है।
श्वेता ने विभिन्न राज्यों के पेशेवरों से प्रशिक्षण लिया. तमिलनाडु के थेनी जिले से आए कलाकारों ने श्वेता को एक जोखिम भरे स्टंट के लिए प्रशिक्षित किया।
श्वेता कहती हैं, “मैंने तमिलनाडु के चिन्नमन्नूर और मदुरै के असल सर्कस कलाकारों से प्रशिक्षण लिया। इसका नाम राजा सर्कस था। मैंने चलने और झुकने जैसी छोटी बारीकियों का अभ्यास किया. मैंने चाकू फेंकना भी सीख लिया है। हालांकि मुझे यह फिल्म में नहीं करना है, लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है कि एक्ट के हर पहलू को जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है।” 90 के दशक में सेट की गई एक प्रेम कहानी, मेहंदी सर्कस, सर्कर ट्रूप की एक लड़की और कोडाइकनाल के एक नौजवान के बीच के रिश्ते पर केंद्रित है।
सीएसजेएम के स्थापना दिवस साप्ताहिक समारोह में विद्यार्थियों का प्रतिभा प्रदर्शन
डाॅ. दीपकुमार शुक्लः कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में स्थापना दिवस सप्ताहिक समारोह के दूसरे दिन विज्ञान प्रदर्शनी एवं वॉल पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय परिसर के छात्र-छात्राएं भारी संख्या में प्रदर्शनी एवं वाॅल पेंटिंग में प्रतिभाग करने हेु पहुंचे। विज्ञान प्रदर्शनी में 25 टीमों ने प्रतिभाग किया तो वाॅल पेंटिंग में 21 टीमों ने। विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. विनोद कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ.अनिल यादव, स्थापना दिवस समारोह के संयोजक डाॅ.सुधांशु राय एवं यूआईईटी के निदेशक डॉक्टर आरएन कटियार ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर कुलसचिव ने वहां पर उपस्थित अलग-अलग विभागों जैसे यूआईटी एजुकेशन पैरामेडिकल बायो साइंसेज फार्मेसी इत्यादि विभागों की माॅडल को देख कर उनकी सराहना की। किसी बायो मेडिकल वेस्ट पर तो किसी ने ड्रोन का माॅडल बनाया। जो अत्यंत सराहनीय था। इस अवसर पर निर्णयाक के रूप में एचबीटीयू के प्रोफेसर प्रशांत वर्मा मौजूद रहे। जिन्होंने इस प्रदर्शनी के विजेता का निर्णय किया। प्रथम स्थान पर विजेता यूआईटी के एमएसएमई विभाग के योगेश सक्सैना, रजत कुमार एवं यशदीप की टीम रही तो वहीं वॉल पेंटिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ संयोजक डाॅ. सुधांशु राय एवं फाइन आर्ट के निदेशक डाॅ. बृजेश कटियार ने किया। डाॅ. सुधांशु राय ने बताया कि वाॅल पेंटिंग में 21 टीमों ने प्रतिभाग किया। जिसमें परिसर के फाइनेंस डिपार्टमेंट, होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट, शिक्षा विभाग के साथ-साथ वीरेंद्र स्वरूप महाविद्यालय, अभिनव सेवा संस्थान, चित्र डिग्री कॉलेज, डीसी लॉ काॅलेज आदि महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पेंटिंग की प्रतियोगिता में अपना दमखम दिखाया। डाॅ. बृजेश कटियार ने बताया कि कल इस प्रतियोगिता के विजेता घोषित किए जाएंगे।
Read More »राशन कार्ड पाकर खिले ग्रामीणों के चेहरे
अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के लाभार्थियों को दिए गए राशन कार्ड
कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि ने गिनाईं भाजपा सरकार की उपलब्धियां
टूंडला/फिरोजाबाद, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत बनाए गए राशन कार्डो का सोमवार को तहसील परिसर में वितरण किया गया। इस दौरान भाजपा सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी गई।
तहसील परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल के प्रतिनिधि हनुमंत सिंह बघेल ने पात्र लाभार्थियों को राशन कार्ड वितरित किए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में जितने विकास कार्य कराए गए हैं। उतने किसी भी सरकार में नहीं हुए। उज्ज्वला, जन धन, आयुष्मान, स्वच्छ भारत मिशन जैसी बड़ी योजनाएं देकर इस देश के गरीबों के विकास में योगदान देने का काम किया है। जिन घरों में पहले कभी बिजली नहीं पहुंची थी वहां अब हर घर में बिजली देने का काम भाजपा सरकार ने किया है। फर्जी राशन कार्ड बनवाकर राशन लेने वालों के नाम काटकर उनकी जगह पात्र लाभार्थियों के राशन कार्ड बनवाए गए हैं। आधार कार्ड लिंक होने के बाद अब फर्जीवाड़ा नहीं चल सकेगा। इस दौरान ग्राम पंचायत सिकरारी, पमारी, प्रतापपुर, छितरई, बसई, मोहम्मदपुर, गढ़ी हर्राय आदि गांवों के नवीन अंत्योदय व पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड वितरित किए। कार्यक्रम में पूर्ति निरीक्षक अरविंद सिंह, कैलाश चन्द्र, ब्रख सिंह, संजय सिंह, सतीश चन्द्र, अमर चन्द्र आदि मौजूद रहे।