हाथरसः जन सामना संवाददाता। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केन्द्र हाथरस की जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा, लेखा एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर ऊषा सक्सेना के निर्देशन पर जल सरंक्षण के तहत नुक्कड़ नाटक का आयोजन विकास खंड सासनी के गांव तिलौठी में किया गया। जल संरक्षण मिशन के तहत वर्षा जल संरक्षण के लिए शुरू किए अभियान ‘‘कैच द रेन’’ विषय पर नुक्कड़ नाटक के द्वारा जागरूक किया गया।
नुक्कड़ नाटक में प्रतिभाग करने वाले युवाओं ने जल संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जल शक्ति अभियान की जानकारी दी कि कैसे छोटे-छोटे व्यावहारिक बदलाव से बड़ी मात्रा में पानी की बचत की जा सकती है। उन्होंने नाटक के द्वारा दिखाया कि दो मित्र पानी को बर्बाद करते हैं, और जरूरत के समय पानी उनको नहीं मिल पाता है। नाटक के माध्यम से युवाओं ने कई तरह से जल को संरक्षित करने के माध्यम को पेश किया। नुक्कड़ नाटक के दौरान राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक कपिल कुमार ने कहा कि पृथ्वी पर ‘‘जल’’ हर किसी के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए ‘‘जल संरक्षण के लिए हम सभी को अपनी दिनचर्या समेत विभिन्न गतिविधियों में कम से कम जल को उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए। राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक अंशुल कुमार ने कहा कि हम सभी ने बचपन में प्यासा कौवे की कहानी जरूर पढ़ी होगी। जिसमें एक प्यासा कौवा एक घड़े से दो घूंट पानी पीने के लिए एक-एक पत्थर ढंूढ कर लाता है और घड़े में डालता है। ताकि घड़े के पानी का जलस्तर ऊपर आ सके और उसकी चोंच पानी तक पहुंचे सके। कहने को तो यह कहानी है लेकिन भविष्य के लिए बहुत बड़ा संदेश देती है। इसलिए हमें अपनी दिनचर्या में पानी को कम खर्च करना चाहिए। कार्यक्रम में कान्हा, पवन, रोहित, रवि, नीरज, ऋषभ, दुष्यंत, दीपेश वंश आदि ने नुक्कड़ नाटक में प्रतिभाग करने पर प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पदम, सुहाना, मनोज, गिर्राज, मोहन, हरी सिंह, नवीन, विपिन, हरिओम ,कालीचरन, राजेश, प्रेमलता, दीक्षा, ओमपाल, राजेश, इरफान, सुमन आदि उपस्थित रहे।