बछरावां, रायबरेली। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का त्रैवार्षिक अधिवेशन एवं निर्वाचन बुधवार को बछरावां में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन में सर्वसम्मति से आशुतोष शुक्ल को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। चुनाव प्रक्रिया का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी एवं जिला मंत्री प्रतिमा सिंह की निगरानी में, चुनाव अधिकारी जयकरन, जिला मीडिया प्रभारी शाश्वत बाजपेयी, सह मीडिया प्रभारी शशि चौधरी तथा जिला मंत्री द्वारा किया गया। एक ही नामांकन होने के कारण आशुतोष शुक्ल को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया गया।
अन्य निर्वाचित पदाधिकारियों में कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर अभिनव सिंह चौहान, महामंत्री पद पर लोकतंत्र शुक्ल और कोषाध्यक्ष पद पर राहुल वर्मा शामिल हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर प्रशांत मोहन, महिला उपाध्यक्ष के रूप में जया मौर्य और उपाध्यक्ष के रूप में विभा सिंह, रमेश वर्मा, कृष्ण मोहन दुबे, राम प्रकाश तथा अंजू गुप्ता निर्वाचित हुए।
मंत्री पद पर देवेंद्र पाल, अर्पित श्रीवास्तव, कंचन सिंह, मालती देवी और संगीता गौतम का निर्वाचन हुआ। संयुक्त मंत्री के रूप में दिव्या सिंह और सुनीता देवी, संगठन मंत्री के रूप में शैलेन्द्र कुमार वर्मा और सपना बाजपेई चुनी गईं। प्रचार मंत्री के पद पर वीरेंद्र प्रताप सिंह, आलोक सिंह, पीयूष सिंह, नीरजा कुरील, और धीरज कुमार का चयन हुआ। सह-कोषाध्यक्ष अमरीश कुमार, ऑडिटर नीरज कुमार और मीडिया प्रभारी के रूप में दीपक कुमार को नियुक्त किया गया।
सभी की सहमति से राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, राम रतन, शिखा शुक्ला और शशिलेश कुमार को संरक्षक पद की जिम्मेदारी दी गई। इस अवसर पर जिला महामंत्री संजय कन्नौजिया और जिला संगठन मंत्री मधुकर सिंह ने सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी और संगठन के प्रति पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान में सहयोग का आश्वासन भी दिया।
अधिवेशन की शुरुआत प्रदेशीय संगठन मंत्री शिव शंकर सिंह द्वारा सरस्वती चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। अपने संबोधन में उन्होंने संगठन की भूमिका और इसकी देशव्यापी उपस्थिति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ देश का सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है जिसमें 15 लाख से अधिक सदस्य हैं। यह संगठन शिक्षकों, छात्रों और समाज के हितों की चिंता करता है।
जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान कराया जाएगा और
संगठन उनके हितों की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहेगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से अपने दायित्वों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करने का आग्रह किया।
नव निर्वाचित अध्यक्ष आशुतोष शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि यह शिक्षक स्वाभिमान, अधिकार-सुरक्षा और भविष्य-निर्माण का सशक्त अधिष्ठान है। उन्होंने सभी शिक्षकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनका समर्थन उनके लिए ऋण है, जिसे वे सेवाभाव से चुकाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यवाहक अध्यक्ष अभिनव सिंह चौहान ने आशुतोष शुक्ल के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में क्षेत्र को समस्या-विहीन बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष को और गति देने की बात कही।
नवनिर्वाचित महामंत्री लोकतंत्र शुक्ल ने शिक्षकों के हितों की लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई और भरोसा जताने के लिए सभी का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर जया मौर्य, विभा सिंह, रमेश वर्मा, कृष्ण मोहन दुबे, राम प्रकाश, अंजू गुप्ता, अर्पित श्रीवास्तव, प्रभुजीत कौर, देवेंद्र पाल, मालती देवी, सपना बाजपेई, संगीता गौतम, दिव्या सिंह, सुनीता देवी, शैलेन्द्र कुमार वर्मा, वीरेंद्र प्रताप सिंह, आलोक सिंह, पीयूष सिंह, जेपी मौर्य, धीरज कुमार, मीनू जायसवाल, अमरीश, नीरज, मो. आरफीन, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, राम रतन, शशिलेश कुमार, नीतू सिंह, अलका अवस्थी, मीनू, शमा सिंह, स्मिता, प्राची, संगीता, दिव्या भटनागर, सीमा वर्मा, बीना शुक्ला, सरिता वर्मा, अर्चना मिश्रा, नंदिता, नीलम सिंह, रामायणी मिश्रा, विभा, दीपमाला, अर्चना यादव, मनीष श्रीवास्तव, अर्चना, अनीता वर्मा, माला उपाध्याय, चेतना, सुशीला, उपमा शुक्ला, ललिता बाजपेई, शालिनी सिन्हा, रेनू सिंह, अनीता, स्वेता मिश्रा, पुष्पा द्विवेदी, तसमीन, सुधा सिंह, सुधा यादव, नीतू वर्मा, कमलेश यादव, सुनीता, अलका सिंह, खुशबू जायसवाल, नरेंद्र कुमार, श्रद्धा गौड़, साधना, उषा सिंह, दुर्गेश त्रिवेदी, रेखा मिश्रा, सुनीता दीक्षित, रेखा वर्मा, प्रियंका प्रजापति, आराधना मिश्रा, स्वेता तिवारी, शिखा, रेनू वर्मा, ज्योति सिंह, शोभा मिश्रा, कविता गौतम, विनीता, अनामिका सिंह, रत्ना देवी, रवींद्र दिवाकर, राज कुमार, अमित त्रिवेदी, अजमल, अनीता सिंह, गायत्री दीक्षित, प्रतिमा, राखी श्रीवास्तव, ज्योति वर्मा, सारिका सिंह, रश्मि चौधरी, मंजू यादव समेत सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।