Monday, November 25, 2024
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सलाखों के अन्दर पहुंचे अस्मत के लुटेरे

♦….और अब क्या दरिन्दों के घरों पर दहाड़ेगा योगी जी का बुल्डोजर ?

कानपुर नगर: अखिलेश सिंह। उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ यह कहते नहीं थकते कि उप्र में माँ-बहनें अब अंधेरे में निकलने से नहीं डरती क्योंकि अपराधियों को मिट्टी में मिलाने में जरा भी देर नहीं लग रही ! ऐसा देखने को मिला भी है कि अनेक अपराधियों को जमींदोज करने में देर नहीं की गई किन्तु इसी बीच समय – समय पर ऐसी वारदातें अभी भी घटित हो रहीं हैं जो उन (योगी जी) की शाख पर बट्टा लगाने का कार्य करतीं दिख जातीं हैं और ऐसा प्रतीत होने लगता है कि योगी जी को कानूनी चाबुक चलाने की सीमा में अभी और बढ़ोत्तरी करने की आवश्यकता है जिससे कि अपराध करने वालों को सौ बार नहीं बल्कि हजारों बार सोंचना पड़े।
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट अन्तर्गत एक ताजा मामला प्रकाश में आया है जिसमें अस्मत के लुटेरों ने शायद एक बार भी नहीं सोंचा कि उप्र में योगी जी का राज है और अगर पकड़ गये तो उनको (अपराधियों को) ना सिर्फ जेल की सलाखों तक जल्द से जल्द पहुंचा दिया जायेगा बल्कि उनके घरों पर बुल्डोजर दहाड़ता नजर आयेगा !
मिली जानकारी के अनुसार, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट दक्षिण जोन के थाना सेन पश्चिम पारा अन्तर्गत विगत 17 सितम्बर 2023 को रात्रि लगभग साढ़े नौ बजे चार शातिरों ने एक युवती को सड़क पर रोक कर एक तरफ ले जाकर सामूहिक बलात्कार, उसी के युवा मित्र के सामने किया और इस दौरान उन्होंने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। ….जब युवती चीख रही थी तो उसका (युवती का) युवा मित्र, शातिर दरिन्दों के सामने बेबस और लाचार था। ….और युवती के साथ सामूहिक बलात्कार करते हुये क्रूरता की सारे हदें पार कर जब चारों दरिन्दे मौके से भागने लगे तो जाते-जाते शातिरों ने उनकी बाइक को तोड़ दिया और दोनों के साथ लूट की वारदात को भी अंजाम दे गये।हालांकि पुलिस ने बलात्कार करने वाले चारों आरोपियों में से तीन (फत्तेपुर निवासी देवी दीन पुत्र छोटे लाल, अभिषेक उर्फ नन्दू पुत्र राकेश सिंह व संदीप पुत्र राजेश सिंह) को गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है और चौथे आरोपी मनोज की खोज कर रही है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों के पास से पीड़ितों का सामान जैसे आधार कार्ड, मोबाइल आदि बरामद हुआ है।
पता चला कि अपने साथ घटित हृदय विदारक वारदात बयां करने थाने पहुंचे पीड़ित युवक और सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई पीड़िता ने लोक लज्जा के चलते पहले पहल तो पुलिस को बताया कि उनके साथ मारपीट व लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है जिसके आधार पर सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को धर दबोचा, किन्तु जब पीड़ितों को लगा कि योगी सरकार में उनके साथ न्याय होगा, वहीं स्थानीय पुलिस भी उनके (पीड़ितों) के साथ दिख रही है और न्यायपरक कार्यवाई करने में रुचि दिखा रही है तो पीड़िता ने शातिरों को सजा दिलाने का मन बना लिया और आप बीती बयां कर दी।
पुलिस अधिकारी ने प्रेसवार्ता में बताया कि पीड़िता ने बयान दिया है कि लोकलाज की लज्जा के कारण उसने सामूहिक बलात्कार (गैंग रेप) की पीड़ा को छुपा छिपा लिया था, इसी के चलते थाना पुलिस ने मारपीट व लूट की वारदात पर एफआईआर दर्ज कर ली। किन्तु पुलिस से मदद मिलने के चलते पीड़िता ने उसके साथ किये गये सामूहिक बलात्कार की हृदयविदारक दास्तां पुलिस के समक्ष बयां कर दिया है। पीड़िता का मेडिकल आदि कराया गया है। सामूहिक बलात्कार का मामला प्रकाश में आने पर पुलिस ने मामले में सामूहिक बलात्कार की धाराओं की बढ़ोत्तरी कर विधिक प्रक्रिया के तहत कार्यवाई शुरू कर दी है। खुलासा करने वाली पुलिस टीम को इनाम देने की भी घोषणा की गई है।
मामले का खुलासा करने वाली टीम में सेन पश्चिम पारा थानाध्यक्ष पवन कुमार, उनि दिनेश चन्द्र, उनि रोहित कुमार, उनि आफताब, उनि अरविन्द्र मिश्रा सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहे।

अब ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि सामूहिक बलात्कार करने वाले शातिर दरिन्दों को मात्र जेल की सलाखों तक पहुंचा कर कानपुर पुलिस द्वारा इतिश्री कर ली जायेगी या फिर योगी जी का बुल्डोजर चारों दरिन्दों के घरों पर जल्द से जल्द दहाड़ता नजर आयेगा, जैसा कि अनेक मामलों में देखने को मिला है ?

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