कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने विकास भवन में किसान दिवस/गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कृषकों को फसली ऋण मोचन योजना, स्वच्छता अभियान, उत्तम बीज उत्तम खाद, भूगर्भ जल संरक्षण अभियान, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह, अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी की जहां जानकारी दी गयी वहीं वैज्ञानिक ने हाई केमिकल रेटेड दवाओं व रसायनिक खादों के प्रयोग से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया गया। आज संसार फिर से जैविक कृषि की पैरवी कर रहा है। हमारे देश में कुछ समय पूर्व तक मवेशियों के गोबर से बनी खाद आदि का ही प्रयोग किया जाता था परन्तु विगत कुछ वर्शों से रासायनिक खादों व दवाओं ने उनकी जगह ले ली परिणाम स्वरूप कई तरह से दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी केदार नाथ सिंह ने कहा कि रासायनिक दवाओं व खादों से खेतों में बंजरपन पनप रहा है, वह दिन दूर नहीं जब खेतों की उर्वरा शक्ति बिल्कुल खत्म हो जाएगी। किसानों का आव्हान करते हुए कहा कि अपने खेतों में जैविक तरीके से बनाई गयी खाद का प्रयोग करें इसके परिणाम शत प्रतिशत लाभपरक होते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के लाभ हेतु सरकार की शीर्ष प्राथमिकता वाली किसान फसली ऋण मोचन योजना के बारे में तथा जनपद में चल रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के तहत अन्त्योदय मेला व प्रदर्षनी के बारे में भी जानकारी दे ताकि किसान उसका लाभ ले। इसके अलावा कई वैज्ञानिकों ने अन्धाधुन्ध खादों का उपयोग न करने। आलू, टमाटर, मूली की खेती के साथ ही ढेचा का भी उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गयी। इस मौके पर राजीव मितल, अधिशाषी अभियंता सिचाई एसएल वर्मा, वैज्ञानिक सीबीओ कृपा सिंह यादव आदि अधिकारी व किसान उपस्थित रहे।