बागपत। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बागपत को बड़ी सौगात दी। यहां उन्होंने लगभग 351 करोड़ की 311 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को टैबलेट/स्मार्टफोन/प्रमाण पत्र वितरित किए। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने बागपत के नांगल भगवानपुर गांव पहुंचकर श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि को नमन करते हुए कहा कि चौधरी सहाब ने हमेशा इस बात का ध्यान दिया कि भारत के विकास की आधारशिला भारत के गांव में है, और भारत के विकास की धूरी गांव के विकास से प्रारंभ होती है। उन्होंने कहा 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तो उन्होंने भी यही कहा था, विकास का आधार व्यक्ति, जाति मजहब नहीं बनेगा।
विकास की धुरी गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं, युवा, ओर समाज के प्रत्येक वंचित गरीब तबके का व्यक्ति बनेगा। उन्होंने कहा मुझे याद है कि 2017 में मैंने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। एक भर्ती ऐसी हुई थी जब बागपत के एक ही गांव के 27 जवान पुलिस में भर्ती हुए थे। जब मैंने पूछा था कि बागपत में क्या इससे पहले भी नौजवान भर्ती होते थे। तो मुझे बताया गया था कि पहले यहां के नौजवानो को जगह ही नहीं दी जाती थी।
उन्होंने कहा सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, किसी बेटी की सुरक्षा के साथ किसी उचक्के को खिलवाड़ करने की छूट नहीं देंगे। जो भी खिलवाड़ करेगा, इसकी कीमत चुकाएगा। किसी किसान की संपत्ति पर कोई जबरन कब्जा नहीं कर पाएगा, किसी व्यापारी का कोई जबरन उत्पीड़न नहीं कर पाएगा और जो करेगा उसे ब्याज समेत इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। ये युवा ऊर्जा से भरपूर है और प्रतिभा संपन्न है। इसकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ हमें प्रदेश और देश के विकास के लिए लेना है। इसलिए उस युवा को अवसर मिलने चाहिए।
उन्होंने कहा, बागपत की धरती महाभारत कालीन कही जाती है, ऐसा माना जाता है पांडवो को जो 5 गांव जमीन मिली थी,उसमे एक बागपत भी था। भारत में पर्व त्योहार हर्ष उल्लास के होते है, इसमे दुख की कोई जगह नही, शोक की कोई जगह नही है। वहीं अच्छा सोचने अच्छा करने से परिणाम अच्छा ही होता है, सत्य न्याय का द्योतक विजयदशमी है।
उन्होंने कहा इस धरती का सौभाग्य है, जिसने भारत के इतिहास को बनते हुए देखा, ये वही धरती है जहां महाभारत हुआ था। उस महायुद्ध के बाद मानवता लहूलुहान हो चुकी थी, तब भगवान वेदव्यास ने महाभारत रूपी महाकाव्य की रचना की थी। उन्होंने कहा कि बागपत में क्या शानदार गन्ना है। पहले गन्ना भुगतान समय से नहीं किया जाता था। आज हर वर्ष गन्ना भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कोरोना काल में देश और दुनिया की चीनी मिले बंद हो गई थी। परंतु हमने तब भी चीनी मिले चलाई। क्योंकि हमारा अन्नदाता किसान परेशान ना हो पाए। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य का हर हाल में भुगतान होगा। अन्यथा हमने उन लोगों की आरसी काटने की तैयारी कर दी है। उन्होंने कहा अगर मिले गन्ना भुगतान नहीं करेगी तो सारी चीनी जप्त कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले यहां कोई नहीं सोचता था कि यहां हाईवे बनेगा। यहां दिल्ली देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे बन रहा है। यहां दिल्ली सहारनपुर हाईवे बनाया गया। उन्होंने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधी भी बागपत के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने जनता वैदिक डिग्री कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की बात करते हुए कहा कि इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा जाए। उन्होंने कहा यहां पर विश्वविद्यालय होना बहुत जरूरी है। नौजवानों को पढ़ने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। कहा हमने 2 करोड़ नौजवानों को टेबलेट, स्मार्टफोन देने का काम किया है।
पश्चिमी क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिसौदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है। पहले उत्तर प्रदेश को बीमारू प्रदेश बताते थे। लेकिन आज उत्तर प्रदेश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि जहां योगी है वही कमल खिलता है। उन्होंने कहा कि बागपत के विकास का कमल योगी आदित्यनाथ खिला रहे हैं।
उनके आशीर्वाद से भी बागपत में भी कमल खिला है। उन्होंने इस दौरान बागपत के विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की।
इस दौरान राज्य मंत्री केपी मलिक, प्रभारी मंत्री जसवंत सैनी, विधायक योगेश धामा, मोदी नगर विधायक डॉ मंजू शिवाच, जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय, जिला प्रभारी डॉ अशोक नागर, क्षेत्रीय महामंत्री विकास अग्रवाल, पूर्व विधायक सहेन्द्र सिंह चौहान, पूर्व मंत्री सहाब सिंह, पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित, विधान परिषद् सदस्य श्रीचंद शर्मा, धर्मेंद्र भारद्वाज, कोपरेटिव चौयरमेन कृष्ण पाल सिंह, पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी आदि मौजूद रहे।