लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के तत्वावधान में गन्ना संस्थान, डालीबाग के सभागार में आज दो दिवसीय एम-किसान एवं किसान काॅल सेन्टर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि समकालीन समय में मोबाइल टेलीफोन, कृषि विस्तार का सर्वव्यापी और शक्तिशाली साधन हैं। गन्ना विकास विभाग प्रदेश के किसानों को एम-किसान पोर्टल और किसान काॅल सेन्टर से जोड़ने का जो विधिवत प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है वह वास्तव में उपयोगी और प्रशंसनीय है। उन्होेंने यह भी बताया गया कि वक्त की मांग है, गन्ना वैज्ञानिक कुछ ऐसी गन्ना प्रजातियां विकसित करे जो कम पानी में भी अच्छी उपज दे सकें क्योंकि आने वाले समय में पानी उपलब्धा में निरन्तर कमी आ सकती है।
इस अवसर पर मा. गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेश राणा जी ने कहा कि प्रदेश की गन्ना उत्पादकता में लगातार 5 वर्ष से वृद्वि हो रही है तथा वर्ष 2016-17 में गन्ना उत्पादकता 72.38 टन प्रति है. थी, जो राष्ट्रीय औसत 70.7 टन प्रति है. से अधिक है और पिछले पेराई सत्र में प्रदेश ने देश में सर्वाधिक चीनी उत्पादन का कीर्तिमान भी स्थापित किया। मा. मंत्री ने कहा कि एम-किसान पोर्टल और किसान काॅल सेन्टर से प्रदेश के गन्ना किसानों को जोड़ने की पहल शीघ्र ही नया रंग लायेगी।
इस दो दिवसीस कार्यशाला में कुल 5 सत्रों का आयोजन किया गया है, जिसमें पहले दिन आज लखनऊ एवं फैजाबाद व देवीपाटन के प्रगतिशील गन्ना कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया और कल तीन सत्रों में सहारनपुर, मेरठ व मुरादाबाद, देवरिया तथा बरेली व गोरखपुर के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना नियत है। तकनीकी प्रशिक्षण के उपरान्त गन्ना किसानों को भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में फार्म विजिट भी कराया जा रहा है।
प्रारम्भिक चरण में विभाग द्वारा कुल 2500 प्रगतशील गन्ना किसानों को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य है, साथ ही मण्डल स्तर पर व जिला स्तर पर एम-किसान पोर्टल से गन्ना किसानों को जोड़ने के लिये विभागीय नोडल अधिकारी भी नामित किये जा रहे हैैं।
प्रशिक्षण के लिये भारत सरकार से डा. शैलैश कुमार मिश्र, निदेशक (फार्म इन्फारमेशन), श्री एस.एल. कुकरेजा व सुश्री शिल्पा मेहता, मुख्य परामर्शदाता, एम-किसान ने एम-किसान पोर्टल से जुड़ने की तकनीक बारीकी से समझाई तथा किसान द्वारा इन असंरचित पूरक सेवा डेटा, इंटरएक्टिव वाॅयस रिस्पांस सिस्टम और पुल एस.एम.एस. सेवाओ से युक्त होने की तकनीक को बताया। प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना किसानों के सर्वांगीण विकास के लिये कृषि संबंधी नवीनतम जानकारी समय से उपलब्ध कराना अति आवश्यक है, एतदर्श प्रदेश के गन्ना किसानों के लिये उनकी भाषा में कृषि पद्वतियों और स्थान की पसंद के अनुसार जानकारी या परामर्श देने के लिये राष्ट्रीय ई-शासन-कृषि योजना से किसानों को समृद्व करने के लिये उनकों एम-किसान पोर्टल एवं किसान काॅल सेन्टर से जोड़ना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहाॅपुर द्वारा प्रकाशित ‘‘गन्ना खेती कैलेण्डर‘‘ का विमोचन भी किया गया।