मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। सर्दी के प्रकोप से बचाने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने बेसहारा मजदूर वर्ग के लोगों को कंवल वितरण कराने एवं रेन बसेरा बनाने के आदेश जिला प्रशासन को दिए थे। लेकिन प्रशासन के द्वारा मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। गोवर्धन गिरिराज परिक्रमा मार्ग पर सैकड़ों बे सहारा साधुभेषधारी खुले आसमान के नीचे रात बिताने को विवश हैं। अभी तक रेन बसेरा नहीं बने है। रेन बसेरा के अभाव में आए दिन भिक्षुक और साधुभेषधारियों की मौत हो रही है। मंगलवार प्रातः एक अज्ञात साधुभेषधारी का गिरिराज परिक्रमा मार्ग स्थित उद्धव कुंड के समीप शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पर राधाकुंड चौकी पुलिस ने मृतक साधुभेषधरी के शव को कब्जे में कर पोस्ट मार्टम को भेज दिया। साधु की मौत सर्दी से होना बताया गया है। चूंकि सोमवार की रात साधुभेषधारी सर्दी के चलते उद्धव कुंड के समीप ठहरा था, मंगलवार सुबह सर्दी से ठिठुर कर उसकी मौत हो गई। दरअसल गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर प्रशासन की ओर से एक भी रेन बसेरा की व्यवस्था नहीं कराई गई है। भिक्षुक और बेसहारा साधुभेषधारी खुले आसमान के नीचे रात बिताने को विवश हैं। जिसके चलते एक माह के अंतराल में 3 साधुभेषधारियो की मौत हो चुकी है। नगर पंचायत प्रशासन कागजों में ही अलाव और रेन बसेरा संचालित होने के झूंठे दावे कर रहे हैं। हालांकि गोवर्धन नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष लंबरदार का कहना है कि नगर पंचायत के द्वारा तीन रेन बसेरा अनाथालय, नगर पंचायत और अन्यौर में बनाए गए हैं, अलाव भी जलवाए जा रहे हैं। वहीं राधाकुंड नगर पंचायत की ओर से इस तरफ अभी तक कोई ध्यान नहीं जा रहा है। मंगलवार को साधुभेषधारी की मौत का मामला भी राधाकुंड नगर पंचायत क्षेत्र के उद्धव कुंड के समीप का है।
‘‘उद्धव कुंड के समीप साधुभेषधारी का शव मिला है, प्रथम दृष्टया मौत सर्दी लगने से हुई है। शव को कब्जे में कर पोस्ट मार्टम को भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर मौत के असली कारण स्पष्ट हो सकेंगे।’’
-विनोद बाबू मिश्रा, एसएचओ गोवर्धन, मथुरा।