मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा नंदी गौशाला राधाकुंड, पद्मश्री पुरस्कार सम्मानित सुरभि देवी गौशाला राधाकुंड तथा श्री श्रीपाद बाबा गौशाला वृंदावन का निरीक्षण किया गया। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा सुरभि देवी गौशाला की समस्याओं पर ध्यान देते हुए जल्दी निस्तारण किया जाए। डीएम ने कहा कि गौशाला के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता है। गौशाला को भूमि उपलब्ध कराई जाए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गोवंश को दिए जाने वाला भूसा, हरा चारा, गुड, खनिज मिश्रण, पानी आदि का जायजा लिया। उन्होंने साफ सफाई की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी को पदम् श्री से सम्मानित सुरभि देवी ने जानकारी दी कि गौशाला में अनाथ 3500 गोवंश की सेवा की जा रही है। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने सुरभि गौशाला की व्यवस्था पर पद्मश्री, ब्रह्मानंद पुरस्कार जर्मन निवासी सुदेवी दासी (सुरभि देवी) से गोवंश को सर्दी से बचने के लिए अतिरिक्त टीन सेट लगवाने की बात कही। गोवंश समाधि स्थल के लिए गौशाला के आसपास भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। खर, चारा, चुन्नी व गुड रखने के लिए गोदाम का निर्माण कराया जाएगा। जिलाधिकारी को बताया कि मुखराई में गौ समाधि स्थल तक आने जाने का रास्ता न होने, जरा सी बरसात में समाधि स्थल पर पानी भर जाना, मुखराई गांव के प्रधान का सहयोग नहीं किया जाना, एंबुलेंस आने-जाने के लिए रास्ता नहीं, गाय के मृत्यु शरीर को समाधि स्थल तक ले जाने में गांव वाले विरोध करते है।
सुरभि देवी की सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए जिलाधिकारी ने तहसीलदार को जांच कर जमीन उपलब्ध कराने के साथ साथ रास्ता की पैमाईश कराने के सख्त निर्देश दिए।
जबकि गौशाला में 10 से 15 एक्सीडेंटल बीमा गोवंश रोजाना मर जाता है। मृतक गोवंश को इधर-उधर समाधि देनी पड़ती है। मृतक गोवंश को समाधि देते समय आसपास के लोगों का विरोध एवं साथ गए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा बताया गया की शासन को गोवंश समाधि स्थल की रिपोर्ट भेजी जाएगी। सुदेवी दासी (सुरभि देवी) को मदद का पूरा भरोसा दिया।
इसी क्रम में नंदी गौशाला तथा श्री श्रीपाद गौशाला वृंदावन में आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया और पशु डॉक्टर को निर्देश दिए कि टीम लगाकर सर्दी के अंतर्गत सभी गाय माता की हेल्थ चेकअप करवाएं। निरीक्षण के समय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ विपिन गर्ग मौजूद रहे।