रायबरेली: जन सामना संवाददाता। मैं अपने जीवन के सफर में बहुत से किरदारो से मिला जिंदगी के सफरनामा में कुछ तो मेरे साथ, कुछ दूर चले, कुछ ने बहुत जल्दी रास्ते बदल लिये और कुछ ने मुझे कसम खाने में मजबूर कर दिया। लेकिन सभी ने जिंदगी को संवारने का एक नया पाठ पढ़ाया। यह अंश जनपद के प्रसिद्ध लेखक श्रीधर सिंह के 14 कहानियों के संग्रह ‘सफरनामा’ में व्यक्त किये गये हैं। ‘सफरनामा’ कहानी संग्रह का विमोचन डिग्री कालेज चौराहे के निकट रोसरा ट्रेडर्स के प्रांगण में जनपद में रहे उपनिदेशक सूचना सेवानिवृत्ति प्रमोद कुमार द्वारा किया गया।
उन्होने बताया कि श्रीधर सिंह की इस कहानी संग्रह में जो कहानियाँ लिखी गयी है, वह मानवीय भावनाओं से जुड़ने के साथ-साथ मार्मिक आम जन से जुड़ी जीवन से है। कहानी नशा उतर गया, छांगुर सिंह, सफरनामा, खुशी, श्रीचसका जी आदि कहानियाँ जिंदगी से जुझने, लड़ने के साथ ही रचनात्मक, सकारात्मक कार्याे को जीवन में बढ़ाने के संदेश के साथ ही इंसान को विकास और समद्धि की ओर ले जाने का संदेश देती है। सफरनामा के लेखक श्रीधर सिंह ने अपने कहानी संग्रह की विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि अगामी दिनो में उनकी कहानी संग्रह ‘इंतजार’ शीघ्र ही प्रकाशित होकर जनता को समर्पित की जायेगी। समाजसेवी व वरिष्ठ पत्रकार, महामंत्री उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट राधेश्याम लाल कर्ण ने लेखक श्रीधर सिंह की कहानियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे पूर्व श्रीधर सिंह की कहानियॉ पर प्रकाशित पुस्तक ‘दर्द का एहसास’ का भी गत वर्ष विमोचन किया गया था। जिसकी बुद्धिजीवी वर्ग में काफी प्रशंसा रही है।
इस अवसर पर भाजपा नेता अनिल मिश्र, आनन्द कर्ण, अविनाश कर्ण जिलाध्यक्ष एकलव्य समाज पार्टी, एडवोकेट दिलीप कुमार त्रिपाठी आदि भी उपस्थित रहे।